
पंजाब में ड्रग्स तस्करी के खिलाफ लगातार चलाए जा रहे अभियान के तहत पुलिस ने जालंधर में एक और अहम कार्रवाई की। पुलिस ने अवैध निर्माण को लेकर तस्करी में संलिप्त पाए गए आरोपी के घर पर बुलडोजर चलवाया। इस कार्रवाई से स्पष्ट संकेत मिलता है कि पंजाब पुलिस अब ड्रग्स तस्करी और अवैध गतिविधियों में संलिप्त अपराधियों पर कड़ी नजर रखे हुए है और उनके खिलाफ सख्त कदम उठा रही है।
एसएसपी गुरमीत सिंह का बयान: तस्करों के खिलाफ कठोर कार्रवाई
जालंधर के एसएसपी गुरमीत सिंह ने इस कार्रवाई को लेकर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आरोपी जसविंदर कौर ऊर्फ जस्सी और उनके पति द्वारा किए गए अवैध अतिक्रमण की जानकारी मिली थी। इसके बाद स्थानीय प्रशासन की मदद से इस अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाने का आदेश दिया गया। एसएसपी ने बताया, “यह कार्रवाई उसी दिन की गई जब हमें उनकी अवैध गतिविधियों का पता चला। वह और उनका पति दोनों ड्रग्स तस्कर हैं और उनका आपराधिक बैकग्राउंड भी है। उनके खिलाफ छह से अधिक केस दर्ज हैं, जिनमें एक हत्या का मामला भी शामिल है।”
एसएसपी गुरमीत सिंह ने यह भी कहा कि अधिकांश ड्रग्स तस्कर ऐसे ही अवैध कब्जों के जरिए अपने काले धंधे को फैलाते हैं और इस प्रकार की गतिविधियों को स्थानीय प्रशासन की मदद से नियंत्रित किया जा रहा है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि इससे पहले भी पंजाब पुलिस ने करोड़ों रुपये की तस्करों की संपत्ति जब्त की है।
तस्करी और अवैध कब्जे का गठजोड़
पुलिस और प्रशासन का कहना है कि ड्रग्स तस्करी से होने वाली अवैध आय का एक बड़ा हिस्सा अवैध निर्माणों और संपत्तियों पर खर्च होता है। यह तस्कर आमतौर पर स्थानीय भूमि पर कब्जा करके वहां अवैध मकान, दुकानें या अन्य निर्माण करते हैं, जिनका इस्तेमाल वे अपने काले धंधों को चलाने के लिए करते हैं। इसी तरह के अवैध कब्जों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है, जिससे तस्करों की अवैध संपत्ति पर नियंत्रण पाया जा सके।
एसएसपी ने कहा, “हमने पहले भी 40 से 50 करोड़ रुपये की तस्करों की संपत्ति को जब्त किया है। यह केवल ड्रग्स तस्करी पर नियंत्रण पाने का एक हिस्सा है, साथ ही अवैध कब्जों के खिलाफ भी अभियान चलाया जा रहा है।”
पुलिस की अपील: जनता से सहयोग की आवश्यकता
एसएसपी गुरमीत सिंह ने यह भी बताया कि पुलिस और प्रशासन की यह कार्यवाही बिना स्थानीय नागरिकों के सहयोग के संभव नहीं हो सकती। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे तस्करी और अवैध गतिविधियों के खिलाफ पुलिस को जानकारी दें और सहयोग करें। उनका कहना था कि जनता की जागरूकता और सहयोग से तस्करों के खिलाफ कारगर कदम उठाए जा सकते हैं।
“हमने अवेयरनेस कैम्पेन भी चलाया है ताकि लोगों को अवैध निर्माण और तस्करी की गतिविधियों के बारे में जानकारी मिले। यदि लोग पुलिस को सूचित करेंगे, तो हम तस्करों को पकड़ने में सक्षम होंगे,” एसएसपी ने कहा।
जालंधर में पहले भी हो चुकी है ऐसी कार्रवाई
पंजाब पुलिस की यह कार्रवाई पहली बार नहीं हो रही है। इससे पहले, मार्च की शुरुआत में जालंधर के फिल्लौर तहसील के दो गांवों में भी ऐसे तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी, जिन्होंने ड्रग्स तस्करी से कमाई हुई राशि से मकान बनवाए थे। इन मकानों पर भी बुलडोजर चला दिया गया था।
एसएसपी ने बताया कि एक गांव में यशवीर शीरा नामक व्यक्ति का मकान गिराया गया, जो तस्करी से पैसे कमाकर घर बना रहा था। दूसरे गांव में एक महिला तस्कर का भी मकान ढहा दिया गया था। इन कार्रवाइयों के बाद पंजाब में ड्रग्स तस्करों के खिलाफ पुलिस का अभियान और भी मजबूत हो गया है।
पंजाब में ड्रग्स तस्करी पर कड़ी निगरानी
पंजाब सरकार और पुलिस ने ड्रग्स तस्करी की समस्या को गंभीरता से लिया है। राज्य के अंदर और सीमा पर तस्करी की गतिविधियां लगातार बढ़ रही हैं, जिससे न केवल समाज के लिए खतरा पैदा हो रहा है, बल्कि यह युवा पीढ़ी के लिए भी एक बड़ी चुनौती बन गई है। इस समस्या से निपटने के लिए पुलिस ने ड्रग्स तस्करी पर कड़ी निगरानी शुरू कर दी है और अपराधियों के खिलाफ तेज कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस का कहना है कि तस्करों के खिलाफ जारी यह अभियान तब तक जारी रहेगा, जब तक ड्रग्स तस्करी और उससे जुड़े अवैध कारोबारों पर पूरी तरह से काबू नहीं पा लिया जाता। एसएसपी ने कहा, “यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक हम पंजाब को ड्रग्स तस्करी से पूरी तरह मुक्त नहीं कर देते।”