
उत्तर प्रदेश में होली और जुमे के अवसर पर प्रशासन ने विशेष सुरक्षा प्रबंध किए हैं। इन दोनों त्योहारों का एक साथ होना प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण रहा है, क्योंकि दोनों के दौरान बड़ी संख्या में लोग एकत्र होते हैं। इसके मद्देनजर, राज्य के विभिन्न जिलों में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है, जिसमें मस्जिदों को ढकने, पुलिस बल की तैनाती और समय में बदलाव जैसे कदम उठाए गए हैं। खासतौर पर शाहजहांपुर, संभल, अलीगढ़, बरेली और अन्य जिलों में प्रशासन की ओर से सुरक्षा प्रबंधों को लेकर कठोर कदम उठाए गए हैं।
शाहजहांपुर, संभल और अलीगढ़ में मस्जिदों को ढकने की प्रक्रिया
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में, जहां लाट साहब की होली के जुलूस का आयोजन होता है, प्रशासन ने इस जुलूस के मार्ग पर स्थित मस्जिदों को तिरपाल से ढकने का निर्णय लिया है। यह कदम सुरक्षा सुनिश्चित करने और तनाव को कम करने के उद्देश्य से उठाया गया है। शाहजहांपुर में इस सुरक्षा प्रक्रिया के तहत करीब 67 मस्जिदों को ढका गया है, जिनमें से 20 मस्जिदें मुख्य जुलूस मार्ग पर स्थित हैं।
साथ ही संभल में भी सुरक्षा के कड़े उपाय किए गए हैं। यहां पर प्रशासन ने शाही जामा मस्जिद सहित कई अन्य मस्जिदों को तिरपाल से ढक दिया है। संभल में लगभग 10 मस्जिदों को सुरक्षा कारणों से कवर किया गया है, ताकि जुलूस के दौरान कोई अप्रिय घटना न घटे।
अलीगढ़ में भी इस प्रक्रिया को अपनाया गया है, जहां अब्दुल करीम चौराहे और कनवरीगंज में स्थित मस्जिदों को तिरपाल से ढका गया है। अलीगढ़ प्रशासन ने इस कदम को पहले से चली आ रही प्रक्रिया बताते हुए कहा कि शांति बनाए रखने के लिए यह आवश्यक है। एडीएम सिटी अमित कुमार भट्ट ने बताया कि यह कदम पहले भी उठाए गए हैं और सभी मस्जिदों का ढकना कोई नई बात नहीं है।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
उत्तर प्रदेश में होली और जुमे के त्योहारों के दौरान सुरक्षा को लेकर विशेष इंतजाम किए गए हैं। शाहजहांपुर में 3500 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है, जबकि संभल में भी सुरक्षा के मद्देनजर 29 सेक्टर मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है। संभल के डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया ने बताया कि सुरक्षा के लिए पीएससी बटालियन भी तैनात की गई है और प्रत्येक स्थान पर सुरक्षा की निगरानी की जा रही है।
संभल के विभिन्न प्रमुख स्थानों पर 250 सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन की मदद से निगरानी रखी जा रही है। साथ ही, फ्लैग मार्च के माध्यम से पुलिस ने इलाके में सुरक्षा का संदेश दिया।
नमाज का समय तय
सुरक्षा उपायों के साथ-साथ, प्रदेश के 14 जिलों में जुमे की नमाज के समय में भी बदलाव किया गया है। शाहजहांपुर, संभल, मिर्जापुर, अलीगढ़, और अन्य जिलों में अब नमाज का समय दोपहर ढाई बजे निर्धारित किया गया है। प्रशासन का उद्देश्य यह है कि जुमे की नमाज के समय होली की उत्सव गतिविधियां प्रभावित न हों और दोनों समुदायों के बीच शांति बनी रहे।
बरेली और अन्य जिलों में सुरक्षा व्यवस्था
बरेली में भी मलूकपुर में मस्जिद को ढका गया है और यहां पर सुरक्षा के लिए पुलिस ने फ्लैग मार्च किया। बरेली में होली के मौके पर राम बारात को लेकर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि शांति बनी रहे और कोई अप्रिय घटना न हो।
चंदौली में भी पुलिस और प्रशासन की ओर से चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा तैनात की गई है। यहां भी फ्लैग मार्च किया गया और सुरक्षा के कड़े उपाय किए गए हैं।
इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया की एडवायजरी
इन सभी सुरक्षा उपायों के बीच, इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया ने एक एडवायजरी जारी की है जिसमें कहा गया है कि जुमे की नमाज के दौरान शांति और सौहार्द बनाए रखने की आवश्यकता है। मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा कि हम चाहते हैं कि दोनों पक्ष सौहार्द बनाए रखें और शांति से त्योहार मनाएं। प्रशासन भी इस दिशा में पूरा सहयोग दे रहा है और हम सभी से अपील करते हैं कि इस अवसर पर किसी भी तरह का तनाव न पैदा हो।