
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर मंगलवार रात किए गए सटीक मिसाइल हमलों के बाद देश के सीमावर्ती राज्यों पंजाब और राजस्थान को ‘हाई अलर्ट’ पर रखा गया है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत की गई इस कार्रवाई ने क्षेत्रीय तनाव को एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है। जवाबी सैन्य कदमों के बीच सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए दोनों राज्यों में अभूतपूर्व सतर्कता बरती जा रही है।
पंजाब और राजस्थान में आपात कदम
भारत और पाकिस्तान की सीमा से सटे दोनों प्रमुख राज्य — पंजाब और राजस्थान — किसी भी संभावित जवाबी कार्रवाई या घुसपैठ की आशंका के मद्देनज़र पूरी तरह अलर्ट पर हैं। पंजाब सरकार ने छह सीमावर्ती जिलों में स्कूलों को अगले आदेश तक बंद कर दिया है, वहीं राजस्थान में चार सीमावर्ती जिलों में सरकारी एवं निजी स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
अधिकारियों ने जानकारी दी है कि पंजाब पुलिस के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी गई हैं। डीजीपी कार्यालय द्वारा जारी आदेश में कहा गया, “प्रशासनिक कारणों के मद्देनज़र सात मई से पंजाब पुलिस की सभी छुट्टियां रद्द की जाती हैं। केवल विशेष परिस्थितियों में सक्षम अधिकारी की अनुमति से छुट्टी दी जा सकती है।”
राजस्थान सरकार ने भी इसी प्रकार का कदम उठाते हुए श्री गंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर और बाड़मेर जिलों के सभी पुलिसकर्मियों और प्रशासनिक अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सुरक्षा परिदृश्य की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने मुख्यालय पर मौजूद रहें और आपात स्थिति के लिए तैयार रहें।
पहलगाम हमला और ‘ऑपरेशन सिंदूर’
मंगलवार रात को भारतीय सैन्य बलों द्वारा अंजाम दिया गया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ सीधे तौर पर दो सप्ताह पहले हुए पहलगाम आतंकी हमले की प्रतिक्रिया में किया गया है। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे। इस क्रूर हमले के बाद पूरे देश में आक्रोश की लहर फैल गई थी और केंद्र सरकार ने सख्त कार्रवाई के संकेत दिए थे।
सूत्रों के अनुसार, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारतीय मिसाइलों ने पाक अधिकृत कश्मीर और पाकिस्तान के भीतर नौ ठिकानों को सटीकता से निशाना बनाया। ये ठिकाने आतंकी प्रशिक्षण केंद्र और लॉजिस्टिक सपोर्ट हब के रूप में काम कर रहे थे। शुरुआती रिपोर्ट्स के अनुसार, इन हमलों में दर्जनों आतंकियों के मारे जाने की आशंका है, हालांकि अधिकारिक पुष्टि की प्रतीक्षा है।
पंजाब में सुरक्षा व्यवस्था सख्त
पंजाब सरकार ने फिरोजपुर, पठानकोट, फाजिल्का, अमृतसर, गुरदासपुर और तरनतारन जिलों को सबसे संवेदनशील माना है। राज्य सरकार द्वारा इन छह जिलों में स्कूलों को तत्काल प्रभाव से बंद करने का आदेश दिया गया है। साथ ही, सार्वजनिक कार्यक्रमों को भी अगले आदेश तक स्थगित कर दिया गया है।
राज्य के कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “पंजाब पाकिस्तान के साथ 532 किलोमीटर की सीमा साझा करता है, इसलिए किसी भी सैन्य तनाव की स्थिति में पंजाब की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती है। पुलिस और प्रशासन पूरी तरह सतर्क हैं और सेना के साथ समन्वय बनाकर कार्य कर रहे हैं।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पंजाब पुलिस केवल कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए ही नहीं, बल्कि रक्षा की दूसरी पंक्ति के रूप में भी पूरी तरह से तैयार है।
राजस्थान ने भी उठाए कड़े कदम
राजस्थान, जो पाकिस्तान के साथ लगभग 1,070 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है, ने भी त्वरित कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की अगुवाई में हुई उच्च स्तरीय बैठक में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने के आदेश दिए गए हैं।
राज्य सरकार के मुख्य सचिव सुधांश पंत और डीजीपी यू. आर. साहू ने सीमावर्ती जिलों के अधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों और आईजी स्तर के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक की। सभी अधिकारियों को आदेश दिया गया है कि वे अपने मुख्यालय में अनिवार्य रूप से मौजूद रहें और हालात पर नजर बनाए रखें।
जिन चार जिलों में स्कूल बंद किए गए हैं, वहां अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए विशेष योजना तैयार की गई है।