धर्मनगरी कुरुक्षेत्र को स्वच्छ बनाने की मुहिम में जिला प्रशासन और स्थानीय नेता आए आगे
मुख्यमंत्री की पहल के बाद अब जिला प्रशासन ने शुरू किया स्वच्छता अभियान
कुरुक्षेत्र, 27 नवंबर: अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव से एक दिन पहले, 27 नवंबर को मुख्यमंत्री नायब सैनी द्वारा धर्मनगरी कुरुक्षेत्र को स्वच्छ बनाने की पहल के बाद अब जिला प्रशासन भी पूरी तरह से हरकत में आ चुका है। इस अभियान को सफल बनाने के लिए जिला उपायुक्त नेहा सिंह ने न केवल अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए, बल्कि खुद भी इस अभियान में शामिल होकर स्वच्छता की मुहिम को और गति दी।
स्वच्छता अभियान का मुख्य उद्देश्य कुरुक्षेत्र शहर को पूरी तरह से स्वच्छ बनाना है, और इसके तहत प्रशासन ने शहर के 18 क्षेत्रों को चिन्हित किया है। इस अभियान की शुरुआत मुख्यमंत्री नायब सैनी की पहल से हुई, जिसके बाद जिला प्रशासन ने भी इसे गंभीरता से लिया और अपनी टीम को इस दिशा में पूरी तरह से सक्रिय किया।
जिला उपायुक्त ने किया स्वच्छता अभियान का नेतृत्व
जिला उपायुक्त नेहा सिंह ने खुद शनिवार को स्वच्छता अभियान का नेतृत्व किया। उन्होंने ग्रीन बेल्टों और खाली प्लाटों से कचरा उठाया, और शहर के विभिन्न क्षेत्रों में सफाई कार्य की निगरानी की। करीब दो घंटे तक चलने वाले इस अभियान में जिला प्रशासन के कई अधिकारी भी शामिल हुए और खुद को इस अभियान का हिस्सा बनाया।
नेहा सिंह ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए और कहा कि स्वच्छता के मामले में किसी भी प्रकार की लापरवाही सहन नहीं की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई अधिकारी हर रोज रिपोर्ट देने में आनाकानी करेगा, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
स्वच्छता अभियान को मिली संस्थाओं और नागरिकों का सहयोग
जिला उपायुक्त की सख्ती और आह्वान के बाद प्रशासन के साथ-साथ विभिन्न संस्थाएं और नागरिक भी इस अभियान में सक्रिय रूप से शामिल हो गए। कई समाजसेवी संगठन और स्थानीय लोग अपनी तरफ से स्वच्छता अभियान में सहयोग देने के लिए आगे आए। यह दर्शाता है कि जब स्थानीय प्रशासन और नागरिकों के बीच तालमेल होता है, तो किसी भी चुनौती का सामना आसानी से किया जा सकता है।
नेहा सिंह ने इस दौरान कहा, “हमने जो कदम उठाए हैं, वह कुरुक्षेत्र को स्वच्छ बनाने के उद्देश्य से हैं। हमें यकीन है कि यह अभियान सफल होगा और हमारे प्रयासों से धर्मनगरी कुरुक्षेत्र को एक साफ-सुथरी पहचान मिलेगी।”
पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने शुरू किया स्वच्छता अभियान
स्वच्छता अभियान में राजनीतिक नेताओं ने भी अपनी भागीदारी दर्ज कराई। पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने शनिवार को धर्मनगरी को स्वच्छ बनाने के लिए अभियान की शुरुआत की। उन्होंने सर्कट हाउस से इस अभियान की शुरुआत की और आम नागरिकों से लेकर समाजसेवियों और अन्य संस्थाओं से भी इस अभियान में भाग लेने की अपील की।
सुभाष सुधा ने कहा, “मुख्यमंत्री नायब सैनी की पहल को सिरे चढ़ाते हुए हम कुरुक्षेत्र को एक आदर्श शहर बनाने के लिए प्रयासरत हैं। हमारा लक्ष्य है कि इस अभियान के माध्यम से कुरुक्षेत्र को न केवल स्वच्छ बनाया जाए, बल्कि यहां के नागरिकों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता भी बढ़ाई जाए।”
उनके साथ कई स्थानीय नेता और कार्यकर्ता भी इस अभियान में शामिल हुए और शहर के विभिन्न हिस्सों में सफाई का काम किया। सुभाष सुधा ने यह भी कहा कि यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक कुरुक्षेत्र को पूरी तरह से स्वच्छ नहीं बना दिया जाता।
प्रशासन की सख्त निगरानी और कार्रवाई
स्वच्छता अभियान के तहत जिला प्रशासन ने तय किया है कि हर दिन कचरा उठाने, सफाई और पर्यावरणीय स्वच्छता के बारे में रिपोर्ट तैयार की जाएगी। जिला उपायुक्त ने इस मामले में अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं और कहा है कि अगर रिपोर्ट देने में किसी प्रकार की लापरवाही हुई, तो कार्रवाई की जाएगी।
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत आने वाले हर क्षेत्र को स्वच्छ करने के लिए नगर निगम, पुलिस और अन्य सरकारी विभागों के साथ मिलकर काम किया जाएगा। साथ ही प्रशासन ने इस अभियान को हर वर्ग के नागरिकों तक पहुंचाने की योजना बनाई है, ताकि सभी लोग मिलकर इस काम में भाग लें।
स्वच्छता अभियान का असर
धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में स्वच्छता अभियान के तहत किए गए कार्यों का प्रभाव अब धीरे-धीरे दिखने लगा है। कचरा उठाने के अलावा शहर में ग्रीन बेल्ट्स की सफाई, सड़कों पर पड़े कचरे का निस्तारण और सार्वजनिक स्थानों पर सफाई के काम को प्राथमिकता दी जा रही है।
स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों ने भी इस अभियान में हिस्सा लिया और इसे सफल बनाने के लिए अपनी तरफ से पूरी कोशिश की। इससे यह संदेश जाता है कि जब जनता और प्रशासन मिलकर काम करते हैं, तो किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।
भविष्य में और योजनाएं
स्वच्छता अभियान की सफलता के बाद, जिला प्रशासन ने भविष्य में कुरुक्षेत्र को और भी साफ-सुथरा बनाने के लिए कई और योजनाओं पर काम करने की योजना बनाई है। इनमें वेस्ट मैनजमेंट, पार्कों और सार्वजनिक स्थलों की सफाई, और स्वच्छता को लेकर जन जागरूकता अभियान शामिल हैं।
इसके अलावा, जिला प्रशासन ने यह भी कहा है कि अगर इस अभियान में किसी क्षेत्र में और सुधार की जरूरत होती है, तो उसे प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाएगा।
निष्कर्ष
धर्मनगरी कुरुक्षेत्र को स्वच्छ बनाने की दिशा में जिला प्रशासन और स्थानीय नेताओं द्वारा उठाए गए कदम सराहनीय हैं। मुख्यमंत्री नायब सैनी की पहल से लेकर जिला उपायुक्त की सख्ती और पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा की सक्रियता तक, सभी ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए मिलकर काम किया। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस अभियान के बाद कुरुक्षेत्र किस हद तक स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त बनता है, और अन्य शहरों के लिए यह अभियान एक उदाहरण प्रस्तुत करता है।