विश्व प्रसिद्ध तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मछली के तेल और जानवरों की चर्बी की मौजूदगी के प्रकरण के बाद श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) ने मंदिरों में स्वच्छता को लेकर कसरत शुरू कर दी है बीकेटीसी ने बदरीनाथ और केदारनाथ धाम के अलावा सभी अधीनस्थ मंदिरों में भोग प्रसाद व्यवस्था की शुद्धता और गरिमा को बनाए रखने का संकल्प लिया है। समिति ने स्पष्ट किया है कि भोग और प्रसाद की गुणवत्ता पर समय-समय पर सतर्क नजर रखी जाएगी।
खाद्य सामग्री के लिए SOP बनाने पर जोर
इस पहल के अंतर्गत, भोग-प्रसाद के लिए उपयोग की जाने वाली खाद्य सामग्री को दान और क्रय करने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) तैयार करने पर जोर दिया गया है। इससे न केवल प्रसाद की गुणवत्ता सुनिश्चित होगी, बल्कि भक्तों को स्वच्छ और सुरक्षित प्रसाद प्रदान किया जा सकेगा।
भक्तों की स्वास्थ्य सुरक्षा प्राथमिकता
बीकेटीसी के अधिकारियों ने कहा कि भक्तों की स्वास्थ्य सुरक्षा सर्वोपरि है। वे यह सुनिश्चित करेंगे कि मंदिरों में मिलने वाला प्रसाद पूरी तरह से शुद्ध हो और उसमें किसी प्रकार की मिलावट न हो।