
आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को पंजाब और गुजरात के पार्टी नेताओं से मुलाकात की। यह बैठक हाल ही में लुधियाना वेस्ट विधानसभा सीट पर उपचुनाव में मिली अहम जीत के बाद बुलाई गई थी। बैठक में केजरीवाल ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और नवनिर्वाचित विधायक संजीव अरोड़ा को जीत की बधाई दी और भविष्य की रणनीति पर विचार-विमर्श किया।
इस मौके पर केजरीवाल ने 2027 में होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा कि इस बार पार्टी को “100 पार” का लक्ष्य हासिल करना चाहिए। उन्होंने नशा माफिया के खिलाफ चल रही मुहिम की भी खुलकर सराहना की और साफ शब्दों में कहा कि “चाहे कोई कितना भी बड़ा नेता हो, नशा तस्करों को बख्शा नहीं जाएगा।”
केजरीवाल का आत्मविश्वास: “प्रो-इनकंबेंसी का असर साफ है”
केजरीवाल ने कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार को तीन साल हो चुके हैं और पारंपरिक तौर पर इस समय तक एंटी-इनकंबेंसी देखने को मिलती है। लेकिन लुधियाना वेस्ट सीट पर संजीव अरोड़ा की जीत ने इस मिथक को तोड़ दिया है। “लुधियाना वेस्ट में जिस मार्जिन से जीत मिली है, वो दर्शाता है कि लोग सरकार के कामकाज से संतुष्ट हैं। यह जीत प्रो-इनकंबेंसी का संकेत है, और यह बताता है कि जनता हमें दोबारा सत्ता में लाना चाहती है,” केजरीवाल ने कहा।
उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में आम आदमी पार्टी को 92 सीटें मिली थीं और इस बार जनता के बीच जिस तरह का समर्थन दिख रहा है, उससे यह स्पष्ट है कि 2027 में 100 सीटों का आंकड़ा पार किया जा सकता है।
राजनीति में साफ-सुथरे बदलाव की जरूरत: “हम लंबी लकीर खींचने आए हैं”
केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी की विचारधारा को दोहराते हुए कहा कि पार्टी राजनीति में “साफ-सुथरे बदलाव” के लिए आई है। उन्होंने कहा कि देश की जनता अब भ्रष्ट और गंदी राजनीति से तंग आ चुकी है और वह अब ईमानदार नेतृत्व चाहती है। “हम सत्ता के लिए नहीं, सिस्टम बदलने के लिए राजनीति में आए हैं। हमारी लड़ाई सत्ता की नहीं, व्यवस्था की सफाई की है,” उन्होंने कहा।
पंजाब में नशे के खिलाफ सख्ती: “बड़ा से बड़ा नेता भी बख्शा नहीं जाएगा”
पंजाब में नशे की समस्या को लेकर अरविंद केजरीवाल का रुख बेहद सख्त नजर आया। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार नशे के खिलाफ एक निर्णायक जंग लड़ रही है, और इस लड़ाई में जनता का समर्थन उन्हें मिल रहा है। “गांव-गांव से, परिवारों से हमें आशीर्वाद मिल रहा है। जिनके बच्चे नशे की गिरफ्त में थे, आज बाहर आ रहे हैं। यह सबसे बड़ी जीत है,” उन्होंने भावुक होकर कहा।
केजरीवाल ने स्पष्ट किया कि यह जंग किसी व्यक्ति विशेष के खिलाफ नहीं, बल्कि पूरे तंत्र के खिलाफ है जो नशे के कारोबार को बढ़ावा देता है। “अगर कोई नेता भी नशा तस्करी में लिप्त है, तो वो भी नहीं बचेगा। पंजाब के बच्चों को बर्बाद करने वालों को किसी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा,” उन्होंने दो टूक कहा।
गुजरात पर भी नजर: संगठन विस्तार की रणनीति पर मंथन
केजरीवाल की इस बैठक में गुजरात के नेता भी मौजूद रहे। गुजरात में AAP ने पिछले विधानसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया था और अब पार्टी वहां संगठन को और मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। बैठक में गुजरात की जमीनी रिपोर्ट और संभावित आगामी चुनावों की रणनीति पर भी चर्चा की गई।
संजीव अरोड़ा को मिली जिम्मेदारी: “लुधियाना में काम बोलेगा”
लुधियाना वेस्ट से उपचुनाव जीतने वाले संजीव अरोड़ा को बधाई देते हुए केजरीवाल ने कहा कि यह जीत सिर्फ एक व्यक्ति की नहीं, पूरे संगठन और सरकार के काम की जीत है। “संजीव अरोड़ा को अब यह साबित करना है कि आम आदमी पार्टी के विधायक सिर्फ वादे नहीं करते, उन्हें निभाते भी हैं। पंजाब का हर क्षेत्र विकास का मॉडल बने, यही हमारा लक्ष्य है,”।
भगवंत मान को सराहना, लेकिन दी बड़ी जिम्मेदारी भी
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को केजरीवाल ने खुले दिल से बधाई दी लेकिन साथ ही यह भी कहा कि अगले दो साल बेहद अहम हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को और अधिक “डिलीवरी” पर ध्यान देना होगा और जमीन पर प्रभावी बदलाव लाना होगा। “अब सरकार को और तेज़ी से काम करना होगा। जो वादे किए गए थे, उन्हें पूरा करना ही होगा। जनता ने हम पर भरोसा किया है, अब उसे बनाए रखने की जिम्मेदारी हमारी है,”।