
गुजरात के अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हुए एयर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डिंग (CVR) से चौंकाने वाले संकेत मिले हैं। वॉल स्ट्रीट जर्नल द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, फ्लाइट के टेक-ऑफ के तुरंत बाद कैप्टन ने विमान के इंजन का फ्यूल बंद कर दिया था, जिससे केवल 32 सेकंड में विमान हादसे का शिकार हो गया।
इस रिपोर्ट ने विमानन क्षेत्र में हलचल मचा दी है, क्योंकि यह हादसा दोनों अनुभवी पायलटों — कैप्टन सुमीत सभरवाल और फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर — की मौत के साथ हुआ था। प्रारंभिक तकनीकी जानकारी के अनुसार, इंजन फ्यूल कटऑफ स्विच को टेक-ऑफ के कुछ ही पलों बाद बंद किया गया, जिससे इंजन बंद हो गए और विमान रनवे के समीप ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
क्या कहती है वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट?
अमेरिकी मीडिया हाउस वॉल स्ट्रीट जर्नल (WSJ) ने बुधवार को एक विशेष रिपोर्ट प्रकाशित की, जिसमें भारत की विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AIBB) की प्रारंभिक रिपोर्ट के हवाले से बताया गया कि उड़ान भरते समय दोनों इंजनों के फ्यूल सप्लाई को नियंत्रित करने वाले स्विच एक-एक कर कटऑफ मोड में चले गए थे।
रिपोर्ट के अनुसार, फर्स्ट ऑफिसर ने टेकऑफ के तुरंत बाद कैप्टन से पूछा कि उन्होंने फ्यूल कटऑफ स्विच क्यों बंद कर दिए। इस पर कैप्टन शांत रहे, जबकि फर्स्ट ऑफिसर घबराहट में थे। इन संवादों की पुष्टि कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डिंग के जरिए की गई है, जिसे जांच एजेंसियों द्वारा संरक्षित किया गया है। हालांकि, रिपोर्ट में यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि ये स्विच जानबूझकर बंद किए गए थे या गलती से।
पायलटों का अनुभव और विवाद
दुर्घटनाग्रस्त विमान के कैप्टन सुमीत सभरवाल को 15,638 घंटे और फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर को 3,403 घंटे की उड़ान का अनुभव था। इस तरह दोनों पायलट बेहद अनुभवी माने जाते थे। इसके बावजूद इतनी बड़ी चूक की आशंका ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
विशेषज्ञों और अमेरिकी पायलटों ने रिपोर्ट में दिए गए तकनीकी तथ्यों के आधार पर यह अनुमान लगाया है कि स्विच को संभवतः कैप्टन ने ही बंद किया था, लेकिन इसके पीछे के उद्देश्य या चूक की पुष्टि केवल अंतिम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगी।
भारत सरकार और पायलट संघ की प्रतिक्रिया
नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राम मोहन नायडू ने इस रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “फिलहाल जो भी जानकारी सामने आ रही है, वह केवल प्रारंभिक जांच पर आधारित है। अंतिम निष्कर्ष निकालना अभी जल्दबाज़ी होगी। एआईआईबी की अंतिम रिपोर्ट आने तक सभी को संयम रखना चाहिए।”
वहीं, फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (FIP) ने WSJ की रिपोर्ट पर नाराजगी जताई है। संगठन के अध्यक्ष सीएस रंधावा ने रिपोर्ट को “निराधार और भ्रामक” बताया और कहा कि इससे पायलटों की छवि को नुकसान पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि AIBB की प्रारंभिक रिपोर्ट में पायलटों द्वारा फ्यूल कटऑफ स्विच बंद करने का कोई सीधा उल्लेख नहीं किया गया है। उन्होंने मीडिया से अपील की कि वह ऐसी संवेदनशील रिपोर्टिंग में जिम्मेदारी दिखाए और तथ्यों की पुष्टि के बिना खबरें प्रकाशित करने से बचे