
पंजाब के अमृतसर जिले में शिरोमणि अकाली दल के पार्षद हरजिंदर सिंह की दिनदहाड़े हत्या के मामले में पुलिस को सोमवार को बड़ी सफलता हाथ लगी है। इस सनसनीखेज हत्याकांड के आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर चार आरोपियों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। इनमें से एक आरोपी गुरप्रीत सिंह गोपी मुठभेड़ के दौरान घायल हो गया है। पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
मुठभेड़ के बाद गिरफ्तारी
सोमवार सुबह अमृतसर पुलिस की एक विशेष टीम को सूचना मिली थी कि हरजिंदर सिंह की हत्या में शामिल कुछ आरोपी शहर के बाहरी इलाके में छिपे हुए हैं। पुलिस ने तत्काल इलाके की घेराबंदी की और आरोपियों को आत्मसमर्पण करने को कहा। इस पर आरोपियों ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने चारों को पकड़ने में सफलता पाई।
सूत्रों के अनुसार, इस मुठभेड़ के दौरान मुख्य शूटर गुरप्रीत सिंह गोपी की टांग में गोली लगी। उसे पकड़ने के बाद तुरंत सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों की निगरानी में उसका इलाज जारी है।
मुख्य आरोपी गुरप्रीत सिंह ने ही चलाई थीं गोलियां
पुलिस जांच में अब तक जो तथ्य सामने आए हैं, उनके अनुसार गुरप्रीत सिंह गोपी ने ही हरजिंदर सिंह पर फायरिंग की थी। शुरुआती जांच में यह भी संकेत मिले हैं कि हत्या को अंजाम देने वाले गिरोह का ताल्लुक पंजाब के कुख्यात गैंगस्टर नेटवर्क से है। पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है कि हत्या की साजिश किन लोगों ने रची और इसके पीछे असल मकसद क्या था।
25 मई को हुई थी हत्या
25 मई को अमृतसर के छेहरटा क्षेत्र के पास पार्षद हरजिंदर सिंह पर हमला हुआ था। बाइक सवार बदमाशों ने दिनदहाड़े उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। वारदात उस समय हुई जब हरजिंदर सिंह गुरुद्वारा साहिब इलाके से गुजर रहे थे। हमलावरों की पहचान शुरू में नहीं हो सकी थी, लेकिन CCTV फुटेज और स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाया।
यह भी सामने आया है कि हाल ही में हरजिंदर सिंह के घर पर भी फायरिंग की गई थी, जो संभवतः इस वारदात से जुड़ी थी। ऐसे में यह साफ है कि हमलावरों ने पूर्व नियोजित साजिश के तहत इस हत्या को अंजाम दिया।
हत्या की वजह अब तक साफ नहीं
अब तक पुलिस के हाथ हत्या की वजह से जुड़ा कोई ठोस सुराग नहीं लगा है। हालांकि, परिजनों और जानकारों के अनुसार, हरजिंदर सिंह को कुछ समय से जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं। परिजनों ने पुलिस को कुछ नाम भी बताए हैं, जिन पर शक जताया गया है। पुलिस इन नामों की भी जांच कर रही है और जल्द ही अन्य गिरफ्तारियां होने की संभावना जताई जा रही है।
राजनीति में उबाल, सुखबीर बादल ने उठाए सवाल
हरजिंदर सिंह की हत्या ने पंजाब की राजनीति में हलचल मचा दी है। शिरोमणि अकाली दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने इस हत्या की कड़ी निंदा करते हुए पंजाब सरकार और प्रशासन पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “पंजाब में अब कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं बची है। अमृतसर जिले के जंडियाला गुरु से हमारे पार्षद की हत्या इसका ज्वलंत उदाहरण है। राज्य में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और सरकार मूकदर्शक बनी हुई है।”
सुखबीर बादल ने यह भी कहा कि हरजिंदर सिंह जैसे जनप्रतिनिधियों की हत्या से यह सवाल खड़ा होता है कि आम जनता कितनी सुरक्षित है। उन्होंने राज्य सरकार से मांग की कि वह जल्द से जल्द आरोपियों को सजा दिलवाए और कानून-व्यवस्था को बहाल करे।