
शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया को पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने बुधवार सुबह गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई नशा तस्करी से जुड़े एक कथित मामले में की गई, जिसमें विजिलेंस टीम ने अमृतसर और चंडीगढ़ सहित उनके नौ ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की।
मजीठिया की गिरफ्तारी उस वक्त हुई जब विजिलेंस की एक टीम उनके अमृतसर स्थित ग्रीन एवेन्यू के घर पर पहुंची। रेड के दौरान मजीठिया की पत्नी और विधायक गुनीव कौर मजीठिया भी घर पर मौजूद थीं। रेड करीब तीन घंटे चली, जिसके बाद मजीठिया को घर के पिछले दरवाजे से हिरासत में लिया गया।
पुलिस ने उन्हें अमृतसर सिविल अस्पताल ले जाकर मेडिकल जांच कराई और इसके बाद उन्हें मोहाली कोर्ट में पेश किया जाएगा। मजीठिया ने घर से निकलने से पहले अपने बच्चों को गले लगाया, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
घर से बरामद हुआ डिजिटल सबूतों का अंबार
विजिलेंस की छापेमारी में मजीठिया के घर से 29 मोबाइल फोन, 4 लैपटॉप, 2 आईपैड, 8 डायरियां और अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं। अधिकारियों के अनुसार, ये सभी वस्तुएं मादक पदार्थों की तस्करी से जुड़े मामलों में इलेक्ट्रॉनिक सबूत के तौर पर खंगाले जाएंगे।
पुलिस और विजिलेंस की संयुक्त कार्रवाई में घर की तलाशी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज कब्जे में लिए गए हैं। पड़ोसी इलाकों में भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और किसी को भी घर के पास आने की इजाजत नहीं दी जा रही।
चंडीगढ़ में बाड़ फांदकर घुसे अधिकारी
सूत्रों के मुताबिक, अमृतसर और चंडीगढ़ में मजीठिया से जुड़े नौ ठिकानों पर एक साथ रेड की गई। पूरे पंजाब में इस तरह की छापेमारी कुल 25 जगहों पर हुई। खास बात यह रही कि चंडीगढ़ स्थित मजीठिया के निवास पर सतर्कता अधिकारियों को दीवार फांदकर दाखिल होना पड़ा, जो इस छापेमारी की गंभीरता को दर्शाता है।
मौके पर भारी सुरक्षा तैनात
मजीठिया के घर के बाहर पंजाब पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) के जवान तैनात कर दिए गए हैं। इलाके में बैरिकेडिंग की गई है और आसपास के सभी रास्तों को बंद कर दिया गया है। विजिलेंस की कार्रवाई के दौरान इलाके की सभी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।
केजरीवाल का बयान: “नशा तस्करों को बख्शा नहीं जाएगा”
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इस कार्रवाई का समर्थन करते हुए कहा, “पंजाब को नशे की गिरफ्त में धकेलने वाले अब नहीं बचेंगे। नशा तस्करों को बख्शा नहीं जाएगा। पिछली सरकारों के समय मंत्री की गाड़ी में तस्करी होती थी और उनके घरों में अंतरराष्ट्रीय तस्करों को पनाह मिलती थी।”
उन्होंने आगे कहा, “अब चाहे दोषी कितना भी ताकतवर हो, उसे छोड़ा नहीं जाएगा। यह सरकार लोगों के स्वास्थ्य और भविष्य के साथ कोई समझौता नहीं करेगी।”
मजीठिया बोले: सरकार झूठा केस बनाने में लगी है
गिरफ्तारी से पहले बिक्रम मजीठिया ने मीडिया से कहा कि उनके खिलाफ एक और झूठा मामला तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “मैंने पहले ही कहा था कि जब सरकार को पहले दर्ज मामलों में कुछ नहीं मिला, तो अब नया केस बनाने की कोशिश की जा रही है।”
उन्होंने दावा किया कि विजिलेंस की कार्रवाई सीधे मुख्यमंत्री भगवंत मान के इशारे पर हो रही है। मजीठिया ने कहा, “जितने भी केस दर्ज कर लो, मैं डरने वाला नहीं हूं। सरकार मेरी आवाज नहीं दबा सकती। मुझे अकाल पुरख और गुरु साहिब पर पूरा भरोसा है। अंत में सच की ही जीत होगी।”
राजनीतिक गलियारों में हलचल, विपक्ष ने जताया विरोध
शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने मजीठिया के घर पहुंचकर कार्रवाई की निंदा की। उन्होंने कहा, “यह एक तरह की अघोषित इमरजेंसी है। सरकार अपने विरोधियों को डराने के लिए सत्ता का दुरुपयोग कर रही है।”
पूर्व विधायक एन.के. शर्मा ने भी विजिलेंस की कार्रवाई को गैरकानूनी बताया। उन्होंने कहा कि घर में कोई पुरुष सदस्य मौजूद नहीं था, फिर भी टीम ने जबरन घर में घुसकर छापेमारी की।
पिछले मामले का भी है संदर्भ
बिक्रम मजीठिया पर पहले भी नशा तस्करी से जुड़े मामलों में जांच हुई है। 2022 में उनके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया था, लेकिन उस मामले में उन्हें अग्रिम जमानत मिल गई थी और कोई ठोस सबूत नहीं मिलने पर मामला ठंडा पड़ गया।
अब दोबारा विजिलेंस की सक्रियता ने राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया है। जानकारों का कहना है कि यह गिरफ्तारी आगामी विधानसभा चुनावों के लिहाज से अहम मानी जा रही है और सत्ताधारी आम आदमी पार्टी इसे ‘एंटी-ड्रग क्रूसेड’ के तौर पर प्रचारित कर सकती है।
अभी जांच जारी, आगे और गिरफ्तारियां संभव
विजिलेंस अधिकारियों ने बताया है कि यह छापेमारी एक बड़े ऑपरेशन का हिस्सा है और अभी जांच जारी है। मजीठिया से बरामद डिजिटल और दस्तावेजी सबूतों की गहराई से जांच की जाएगी। अगर कोई अन्य व्यक्ति इस नेटवर्क में शामिल पाया गया तो और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।