
देशभर में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने लगे हैं, जिसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट मोड में काम करना शुरू कर दिया है। मसूरी के उप जिला चिकित्सालय में कोविड से संबंधित तैयारियों को फिर से दुरुस्त किया जा रहा है। अस्पताल प्रशासन ने आइसोलेशन वार्ड बनाने और कोरोना जांच की सुविधा फिर से बहाल करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। हालांकि, ऑक्सीजन प्लांट के बंद होने पर कोई ठोस जवाब नहीं मिल पाया है।
पर्यटन नगरी में बढ़ा खतरा, स्वास्थ्य विभाग सतर्क
मसूरी, जिसे पहाड़ों की रानी भी कहा जाता है, में हर दिन देश के विभिन्न राज्यों – जैसे दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, महाराष्ट्र, गुजरात और हरियाणा – से हजारों की संख्या में पर्यटक आते हैं। गर्मियों के सीजन में पर्यटकों की भीड़ खास तौर पर बढ़ जाती है, जिससे कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका और भी अधिक हो जाती है।
ऐसे में उप जिला चिकित्सालय प्रशासन ने संक्रमण के संभावित प्रसार को देखते हुए सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। अस्पताल में कोरोना जांच किट्स की उपलब्धता सुनिश्चित करने और आइसोलेशन वार्ड को फिर से तैयार करने का काम तेजी से किया जा रहा है।
जांच किट उपलब्ध होने पर शनिवार से टेस्टिंग शुरू
उप जिला चिकित्सालय के प्रभारी सीएमएस डॉ. आलोक जैन ने बताया कि अगर शनिवार तक कोरोना जांच किट्स उपलब्ध हो जाती हैं, तो उसी दिन से कोरोना टेस्टिंग भी शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अस्पताल में अगर जांच किट्स की कमी हुई तो उसे जल्द ही मंगवाया जाएगा। इसके लिए सीएमओ कार्यालय से संपर्क किया गया है और निर्देश दिए गए हैं कि टेस्टिंग से संबंधित किसी भी उपकरण या संसाधन की आवश्यकता को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाए।
तैयारियों का किया जाएगा निरीक्षण
डॉ. जैन ने बताया कि शनिवार को अस्पताल में सभी तैयारियों की गहन समीक्षा की जाएगी। इसमें आइसोलेशन वार्ड की स्थिति, स्टाफ की तैनाती, टेस्टिंग की प्रक्रिया और आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता का निरीक्षण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाएगा कि संक्रमण के किसी भी संभावित मामले से निपटने के लिए अस्पताल पूरी तरह से तैयार हो।
स्थानीय जनता और पर्यटकों से अपील
स्वास्थ्य विभाग ने स्थानीय नागरिकों और पर्यटकों से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के लक्षण महसूस होने पर तुरंत अस्पताल पहुंचें और जांच करवाएं। साथ ही, मास्क पहनने, बार-बार हाथ धोने और भीड़-भाड़ से बचने की सलाह भी दी गई है।
इसके अलावा होटल और होम-स्टे संचालकों को भी सतर्क रहने को कहा गया है। उन्हें निर्देश दिए गए हैं कि अगर किसी पर्यटक में कोरोना के लक्षण नजर आते हैं तो तुरंत स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों को सूचित करें।