
बिहार में बीपीएससी टीचर रिक्रूटमेंट एग्जाम (TRE-3) के सप्लीमेंट्री रिजल्ट जारी करने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों का आंदोलन तेज हो गया है। मंगलवार सुबह सैकड़ों अभ्यर्थी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास के बाहर इकट्ठा हुए और अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया, जिसमें कई अभ्यर्थी घायल हो गए।
आंदोलन का कारण और अभ्यर्थियों की मांग
बीपीएससी TRE-3 परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों का कहना है कि कई पदों पर नियुक्ति के बाद भी रिक्तियां बची हुई हैं। उनका आरोप है कि एक उम्मीदवार को एक ही परिणाम मिलने की नीति का पालन नहीं किया गया, जिससे कई सीटें खाली रह गईं। इसके अलावा, अभ्यर्थियों का यह भी कहना है कि शिक्षा मंत्री ने पहले सप्लीमेंट्री रिजल्ट जारी करने से इनकार किया था, लेकिन अब तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है।
पुलिस कार्रवाई और अभ्यर्थियों की प्रतिक्रिया
प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया, जिससे कई अभ्यर्थी घायल हो गए। महिला अभ्यर्थियों का आरोप है कि पुलिस ने उनके साथ अभद्रता की और गालियां दीं। एक अभ्यर्थी ने कहा, “हमारी मांग बस इतनी सी है कि बीपीएससी TRE-3 में जितनी सीटों पर वेकेंसी आई थी, उसके बाद जितना पद खाली रह गया, उसमें सरकार सप्लीमेंट्री रिजल्ट जारी करे।”
पहले भी हो चुके हैं प्रदर्शन
यह पहला मौका नहीं है जब अभ्यर्थियों ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया है। इससे पहले, 24 मार्च को भी शिक्षक अभ्यर्थियों ने शिक्षा मंत्री सुनील कुमार के आवास के बाहर प्रदर्शन किया था। उस समय भी मंत्री को सुरक्षा कारणों से पुलिस ने उनके आवास से बाहर निकाला था।
पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
सीएम हाउस के बाहर हुए इस प्रदर्शन के बाद पुलिस ने 50 से अधिक अज्ञात छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है और सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अभ्यर्थियों का कहना है कि वे शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन पुलिस की कार्रवाई ने उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों को नजरअंदाज किया गया, तो वे और उग्र आंदोलन करेंगे।