
मुंबई के समंदर तट से थोड़ी ही दूरी पर आज एक भीषण हादसा हुआ, जिसमें एक नाव पलटने से कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई। यह घटना मुंबई हार्बर के पास हुई, जहां भारतीय नौसेना के एक जहाज ने इंजन की खराबी के कारण नियंत्रण खो दिया और एक पैसेंजर नौका से टकरा गया। टक्कर के बाद नाव पलट गई और इससे सवार 56 लोगों को बचाने की कोशिशें की गईं, जिनमें से कुछ को गंभीर चोटें आईं।
भारतीय नौसेना का बयान
इस घटना के बाद भारतीय नौसेना ने एक बयान जारी किया। नौसेना ने बताया कि आज दोपहर के समय मुंबई हार्बर में इंजन की खराबी के कारण एक नौसेना जहाज ने इंजन परीक्षण के दौरान नियंत्रण खो दिया और वह एक पैसेंजर नाव से टकरा गया। इसके बाद नाव पलट गई और इस हादसे में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है। भारतीय नौसेना ने इस घटना के बाद खोज और बचाव कार्य तुरंत शुरू कर दिया, जिसमें चार नौसेना हेलीकॉप्टर, 11 नौसेना विमान, एक तटरक्षक नाव और तीन समुद्री पुलिस क्राफ्ट को बचाव कार्य में लगाया गया।
नौसेना ने यह भी बताया कि जिन लोगों को बचाया गया है, उन्हें नजदीकी अस्पतालों में भेजा गया है। 56 लोग जेएनपीटी अस्पताल में भर्ती कराए गए, जबकि 9 लोगों को नेवी डॉकयार्ड अस्पताल, 9 लोगों को सेंट जॉर्ज अस्पताल, और एक व्यक्ति को अश्विनी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। कुल मिलाकर, 99 लोग को सफलतापूर्वक बचाया गया।
हादसे के बारे में जानकारी
यह हादसा उस समय हुआ जब नीलकमल नामक एक नाव गेटवे ऑफ इंडिया से एलीफेंटा के लिए जा रही थी। नाव में सवार लोग पर्यटक थे, जो एलीफेंटा द्वीप घूमने जा रहे थे। हादसे के बाद, भारतीय नौसेना, तटरक्षक बल, पुलिस और अन्य बचाव दलों ने घटनास्थल पर पहुंचकर बचाव कार्य शुरू किया। रिपोर्ट्स के अनुसार, नाव के पलटने के बाद एक तेज तूफान और लहरों के कारण स्थिति और भी गंभीर हो गई थी, लेकिन बचाव दलों ने बड़ी मुस्तैदी से इसे नियंत्रित किया।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का बयान
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और मरने वालों के परिवारों के लिए पांच-पांच लाख रुपये की सहायता की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा करते हुए लिखा, “हमें एलिफेंटा जा रही नीलकमल नाव के दुर्घटनाग्रस्त होने की रिपोर्ट मिली है। नौसेना, तटरक्षक, बंदरगाह, पुलिस टीमों की नौकाओं को तुरंत सहायता के लिए भेजा गया है।”
सीएम ने आगे कहा, “हम जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन से लगातार संपर्क में हैं और बचाव कार्य जारी है। सौभाग्य से, अधिकांश नागरिकों को बचा लिया गया है। लेकिन कुछ लोग अभी भी लापता हैं।”
मुख्यमंत्री ने बचाव कार्यों के लिए जिला प्रशासन को सभी आवश्यक संसाधन तैनात करने के आदेश दिए। इसके साथ ही उन्होंने मरने वाले यात्रियों के परिवारों के लिए राज्य सरकार से 5-5 लाख रुपये की सहायता की घोषणा की है।