
पंजाब में आतंकी गतिविधियों का खतरा एक बार फिर सतह पर आ गया है। पुलिस थानों को निशाना बनाने की साजिश कर रहे आतंकियों के मंसूबों को अमृतसर पुलिस ने समय रहते विफल कर दिया है। जिला शहरी पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक नाबालिग भी शामिल है। ये सभी आरोपी अमृतसर में पुलिस स्टेशन पर ग्रेनेड हमले की योजना बना रहे थे।
इस सनसनीखेज मामले में पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने जानकारी देते हुए बताया कि इन आतंकियों का संबंध एक विदेशी आतंकी जीवन फौजी से है। पकड़े गए आरोपियों के पास से हैंड ग्रेनेड, पिस्तौल, मैगजीन और कारतूस बरामद किए गए हैं। इस कार्रवाई के दौरान एक आरोपी अजय कुमार ने पुलिस की सर्विस रिवॉल्वर छीनकर पुलिस पर फायरिंग कर दी, जिसमें जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस की गोली उसकी टांग में लगी और वह घायल हो गया।
खुफिया सूचना से खुली बड़ी साजिश की परत
पुलिस को खुफिया एजेंसियों से सूचना मिली थी कि विदेशी आतंकी जीवन फौजी के साथी हथियारों और ग्रेनेड के साथ अमृतसर में सक्रिय हैं और किसी पुलिस स्टेशन पर हमला करने की योजना बना रहे हैं। इस सूचना के आधार पर पुलिस की एक विशेष टीम गठित की गई और नाकाबंदी कर ट्रैप लगाया गया। इसी दौरान इन पांचों आरोपियों को धर दबोचा गया।
पुलिस ने बताया कि ये आरोपी अमृतसर शहर के अलग-अलग इलाकों में छिपकर अपनी योजना को अंजाम देने की फिराक में थे। लेकिन, नाकेबंदी और खुफिया योजना के चलते उनकी साजिश पर पानी फिर गया।
गिरफ्तारी के दौरान फायरिंग, एक आरोपी घायल
जब पुलिस ने आरोपियों को घेरकर गिरफ्तार करने की कोशिश की, तो अजय कुमार उर्फ अजु ने अचानक एक पुलिसकर्मी की सर्विस रिवॉल्वर छीन ली और पुलिस टीम पर गोलियां चला दीं। इस अप्रत्याशित हमले से पुलिस टीम सतर्क हो गई और जवाबी फायरिंग में अजय कुमार को टांग में गोली लगी, जिससे वह घायल हो गया। उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
पुलिस के अनुसार, “यह घटना दर्शाती है कि आरोपी किसी भी हद तक जा सकते थे और यदि समय रहते कार्रवाई न होती, तो किसी बड़ी अनहोनी से इनकार नहीं किया जा सकता था।”
गिरफ्तार आरोपी और उनकी पृष्ठभूमि
पकड़े गए आरोपियों के नाम इस प्रकार हैं:
- नरेश कुमार उर्फ बब्बू
- अभिनव कुमार उर्फ अभी
- अजय कुमार उर्फ अजु
- सनी कुमार
- एक नाबालिग युवक, जिसकी पहचान गोपनीय रखी गई है
पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि इन सभी आरोपियों का आपराधिक इतिहास है और ये पहले भी नशीले पदार्थों की तस्करी और हथियारों की तस्करी में लिप्त रहे हैं। अब इन्होंने आतंकियों के साथ मिलकर पुलिस बल और कानून व्यवस्था को निशाना बनाने की योजना बनाई थी।
बरामद हथियार और विस्फोटक सामग्री
पुलिस ने जिन हथियारों को बरामद किया है, उनमें शामिल हैं:
- एक हैंड ग्रेनेड
- दो पिस्तौल
- मैगजीन और जिंदा कारतूस
- एक संदिग्ध संदेश डिवाइस, जिससे आतंकी संपर्क में थे
पुलिस कमिश्नर ने यह भी बताया कि “यह कोई सामान्य अपराध नहीं था, बल्कि एक सुनियोजित आतंकवादी साजिश थी।”