
उत्तराखंड सरकार के स्वास्थ्य एवं शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत आज से अपने पांच दिवसीय गढ़वाल क्षेत्रीय दौरे की शुरुआत करेंगे। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा करना, स्वास्थ्य सेवाओं का निरीक्षण करना और क्षेत्र में चल रही विभिन्न विकास योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण करना है।
डॉ. रावत अपने दौरे की शुरुआत श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र से कर रहे हैं। इस यात्रा के दौरान वह गढ़वाल मंडल के कई संवेदनशील और विकासशील क्षेत्रों का दौरा कर स्थानीय जनता से सीधा संवाद करेंगे। कैबिनेट मंत्री का यह दौरा न केवल चारधाम यात्रा की तैयारियों को मजबूती देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, बल्कि इससे स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र में हो रहे सुधार कार्यों की भी समीक्षा होगी।
प्रथम दिन: श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र से शुरुआत
13 मई को डॉ. रावत श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र में पहुंचेंगे, जहां वे सिमखेत में बाढ़ सुरक्षा कार्यों का शिलान्यास करेंगे। यह कार्य क्षेत्र में प्राकृतिक आपदाओं से निपटने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में मानसून के दौरान बाढ़ और भूस्खलन आम समस्या रहे हैं, ऐसे में इन कार्यों से क्षेत्रीय निवासियों को राहत मिलने की उम्मीद है।
द्वितीय दिन: कलगड़ी मल्ली में जनसंवाद और भवनों का लोकार्पण
14 मई को कैबिनेट मंत्री कलगड़ी मल्ली में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे। इस दिन वह स्थानीय जनता से सीधा संवाद कर उनकी समस्याओं और सुझावों को सुनेंगे। इसके अलावा वे राजकीय इंटर कॉलेज कालौं के नव निर्मित भवन का लोकार्पण करेंगे, जो शिक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाएगा।
इस अवसर पर वह पटोटी गांव में बने बहुउद्देशीय पंचायत भवन का भी उद्घाटन करेंगे। पंचायत भवन ग्रामीण शासन व्यवस्था का अहम हिस्सा होते हैं और इनके निर्माण से गांव के प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता और सुविधा बढ़ेगी। साथ ही, डॉ. रावत प्राथमिक विद्यालय कालौं और चमगांव के स्वीकृत भवनों एवं सौंदर्यीकरण कार्यों का शिलान्यास भी करेंगे। इससे क्षेत्रीय शिक्षा स्तर को मजबूती मिलने की आशा है।
तृतीय दिन: संस्कार और संस्कृति के कार्यक्रमों में सहभागिता
15 मई को डॉ. रावत भुवनेश्वरी में स्थित ब्रिगेडियर विद्याधर जुयाल संस्कृत विद्यालय में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में शामिल होंगे। यह कार्यक्रम नव प्रवेशित छात्रों के “मंगल स्नान” और “यज्ञोपवीत संस्कार” से संबंधित है। इन धार्मिक और सांस्कृतिक अनुष्ठानों के जरिए शिक्षा की शुरुआत का विशेष महत्व है। मंत्री रावत इस अवसर पर छात्रों को दीक्षारंभ की शुभकामनाएं देंगे।
इस कार्यक्रम की खास बात यह है कि यह परंपरागत संस्कृत शिक्षा पद्धति के प्रचार-प्रसार का प्रतीक है, जिससे आने वाली पीढ़ियों में भारतीय संस्कृति और मूल्यों की समझ विकसित होती है। मंत्री रावत स्वयं भी भारतीय संस्कृति के समर्थक रहे हैं और उनका इस कार्यक्रम में सम्मिलित होना युवाओं को प्रेरणा प्रदान करेगा।
चतुर्थ और पंचम दिन: चमोली में चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं का निरीक्षण
डॉ. धन सिंह रावत 16 और 17 मई को चमोली जनपद के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वे चारधाम यात्रा मार्गों पर स्थित विभिन्न स्थलों का निरीक्षण करेंगे। विशेषकर, स्वास्थ्य विभाग की स्थाई एवं अस्थाई चिकित्सा इकाइयों की कार्यक्षमता, उपलब्ध संसाधन और चिकित्सकों की तैनाती पर फोकस रहेगा।
हर वर्ष चारधाम यात्रा में लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं, जिनमें से कई को ऊंचाई पर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में मेडिकल सुविधाओं की उपलब्धता अत्यंत आवश्यक है। मंत्री का यह दौरा यात्रा की तैयारियों को मजबूत करने के साथ-साथ आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए एक कार्य योजना तैयार करने की दिशा में अहम भूमिका निभाएगा।