
दिल्ली में लंबे समय के बाद वायु प्रदूषण के स्तर में सुधार देखने को मिला है और इसी के मद्देनज़र दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने राजधानी में सरकारी दफ्तरों और नगर निगमों में काम करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के ड्यूटी समय में बदलाव का फैसला लिया है। यह फैसला प्रदूषण के घटते स्तर को देखते हुए दफ्तरों के संचालन को सामान्य स्थिति में लौटाने के उद्देश्य से लिया गया है।
नए आदेश के अनुसार दिल्ली सरकार के अधिकारी अब सुबह 9:30 बजे से शाम 6 बजे तक काम करेंगे, जबकि पहले उनका कार्य समय सुबह 10 बजे से शाम 6:30 बजे तक था। वहीं, दिल्ली नगर निगम (MCD) के अधिकारी और कर्मचारी अब सुबह 9 बजे से शाम 5:30 बजे तक ड्यूटी पर रहेंगे, जो पहले 8:30 बजे से 5 बजे तक थी।
फैसले के पीछे की वजह: वायु गुणवत्ता में सुधार
दिल्ली, जो हर साल सर्दियों में दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में शुमार हो जाती है, इस बार गर्मी की शुरुआत के साथ ही अपेक्षाकृत बेहतर वायु गुणवत्ता दर्ज कर रही है। पिछले कई महीनों में प्रदूषण का स्तर धीरे-धीरे गिरा है, और अब एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) अधिकांश दिनों में ‘संतोषजनक’ या ‘मध्यम’ श्रेणी में दर्ज किया जा रहा है।
इसी सकारात्मक बदलाव को ध्यान में रखते हुए एलजी कार्यालय ने कार्य समय को ‘पूर्व-पारंपरिक’ स्वरूप में लाने का निर्णय लिया है। आदेश के मुताबिक, यह बदलाव तुरंत प्रभाव से लागू किया जाएगा और संबंधित विभागों को इसे लेकर दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
नए समय की पूरी जानकारी:
विभाग | पुराना समय | नया समय |
---|---|---|
दिल्ली सरकार | 10:00 AM – 6:30 PM | 9:30 AM – 6:00 PM |
दिल्ली नगर निगम (MCD) | 8:30 AM – 5:00 PM | 9:00 AM – 5:30 PM |
इस बदलाव के पीछे प्रशासन की यह मंशा है कि अब जब प्रदूषण नियंत्रण में है, तो आम जीवन को फिर से पूर्ववत किया जा सके और कार्यालयों की कार्यक्षमता में भी सुधार लाया जा सके।
पिछले साल बदली थी समय-सारणी
गौरतलब है कि पिछले साल नवंबर में, जब दिल्ली में वायु प्रदूषण चरम पर था, उस समय की तत्कालीन मुख्यमंत्री आतिशी ने राजधानी में ट्रैफिक कम करने और हवा की गुणवत्ता को बेहतर करने के उद्देश्य से दफ्तरों की टाइमिंग में बदलाव किया था।
उस समय किए गए बदलाव इस प्रकार थे:
- दिल्ली सरकार के दफ्तरों का समय: 10:00 AM – 6:30 PM
- दिल्ली नगर निगम (MCD): 8:30 AM – 5:00 PM
- केंद्र सरकार के दफ्तर: 9:00 AM – 5:30 PM
इन बदलावों का उद्देश्य था सड़क पर ट्रैफिक को अलग-अलग समय पर बांटना, ताकि वाहन प्रदूषण और सड़क पर भीड़ को कम किया जा सके।
प्रदूषण कम हुआ, अब सामान्य दिनचर्या की ओर वापसी
वर्तमान स्थिति में, दिल्ली की वायु गुणवत्ता में बड़ा सुधार देखा गया है। सफर इंडिया (SAFAR) और CPCB (केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड) के आंकड़े बताते हैं कि अप्रैल महीने में AQI लगातार 150 से नीचे बना हुआ है, जो सामान्य मानकों के मुताबिक ‘संतोषजनक’ श्रेणी में आता है।
एलजी कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, “हमारा प्रयास है कि अब जब पर्यावरणीय स्थितियां नियंत्रण में हैं, तो सरकारी कार्य प्रणाली को भी उसी अनुसार लाया जाए। कर्मचारी समय पर आएं और समय से छुट्टी पाएं ताकि कार्य संतुलन बना रहे।”
कर्मचारी संगठनों की प्रतिक्रियाएं
एलजी के इस फैसले को लेकर सरकारी कर्मचारी संगठनों की प्रतिक्रिया मिली-जुली रही है। कुछ कर्मचारियों ने स्वागत किया है कि अब कार्य समय थोड़ा जल्दी शुरू होगा और छुट्टी भी पहले मिलेगी, जबकि कुछ कर्मचारी इसे जल्दी सुबह की चुनौती बता रहे हैं।
दिल्ली सचिवालय में कार्यरत एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “दफ्तर का समय 30 मिनट पहले हो गया है, लेकिन इससे ट्रैफिक के पीक आवर में आने की सुविधा मिलेगी। पहले 10 बजे की टाइमिंग होने से अधिक भीड़ हो जाती थी।”
वहीं एक निगम कर्मचारी ने कहा, “पहले हमें 8:30 बजे आना होता था जो सर्दियों में काफी मुश्किल होता था। अब 9 बजे आना अपेक्षाकृत सुविधाजनक होगा।”
दफ्तरों की कार्यक्षमता पर होगा सकारात्मक प्रभाव
प्रशासन का मानना है कि समय में यह बदलाव दफ्तरों की उत्पादकता बढ़ाने में सहायक होगा। अधिकारी अब दिन की शुरुआत पहले करेंगे और जल्दी छुट्टी पाएंगे, जिससे कर्मचारियों को परिवार और निजी जीवन के लिए भी समय मिलेगा। इससे वर्क-लाइफ बैलेंस बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
इसके साथ ही, कार्यालयों में उपस्थिति, काम की गति और सेवाओं की डिलीवरी में भी बेहतर समन्वय और अनुशासन देखने को मिलेगा।
एलजी ऑफिस का निर्देश
एलजी विनय कुमार सक्सेना ने सभी विभागों और अधिकारियों को यह निर्देश भी दिया है कि इस नए समय के अनुसार सभी अधिकारी समय पर कार्यालय पहुंचें और नियमित कार्यों में लापरवाही न बरती जाए। विशेष निगरानी तंत्र के माध्यम से आने वाले समय में समयपालन की समीक्षा भी की जाएगी।