
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में डेस्टिनेशन वेडिंग को बढ़ावा देने के लिए अधिकारियों के साथ बैठक की और इसे राज्य की आर्थिकी को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया। इस बैठक में उन्होंने डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए नए स्थानों की पहचान करने और उन्हें विकसित करने के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए। साथ ही मुख्यमंत्री ने त्रियुगी नारायण में सड़क कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने और वहां हेलीपैड बनाने का आदेश भी दिया, ताकि आने वाले समय में राज्य में इस उद्योग को बढ़ावा मिल सके।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने त्रियुगी नारायण को एक प्रमुख डेस्टिनेशन वेडिंग स्थल बनाने के लिए विशेष ध्यान देने की बात कही। उन्होंने निर्देश दिया कि इस क्षेत्र में सड़क कनेक्टिविटी को बेहतर बनाया जाए ताकि पर्यटकों और दूल्हा-दुल्हन के मेहमानों के लिए यात्रा करना सुविधाजनक हो। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने त्रियुगी नारायण में एक हेलीपैड के निर्माण का आदेश भी दिया ताकि खासकर हाई-प्रोफाइल वेडिंग्स में भाग लेने वाले लोग हेलीकॉप्टर के माध्यम से आसानी से पहुंच सकें। इस पहल से न केवल डेस्टिनेशन वेडिंग उद्योग को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि यह क्षेत्र के पर्यटन को भी एक नई दिशा देगा।
मुख्यमंत्री धामी ने इस योजना की महत्वपूर्णता पर जोर देते हुए कहा कि डेस्टिनेशन वेडिंग से राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। उत्तराखंड का प्राकृतिक सौंदर्य, पर्वत श्रृंखलाएं, और ऐतिहासिक स्थल इसे एक आदर्श वेडिंग डेस्टिनेशन बनाते हैं। साथ ही राज्य में आधुनिक सुविधाओं का भी विकास किया जा रहा है, जो इसे एक आकर्षक और सुविधाजनक स्थल बनाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की प्राकृतिक खूबसूरती और आधुनिक सुविधाओं का मिलाजुला वातावरण इसे देश के प्रमुख डेस्टिनेशन वेडिंग स्थल के रूप में स्थापित कर सकता है। साथ ही, राज्य में बेहतर परिवहन, होटल, रिसॉर्ट, और अन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर के निर्माण से पर्यटन और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देशवासियों से उत्तराखंड को डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए प्राथमिकता देने का आग्रह किया है, जो राज्य के लिए एक सुनहरा अवसर है।
मुख्यमंत्री ने पर्यटन विभाग को निर्देश दिया कि वे “डेस्टिनेशन उत्तराखंड” के लिए शीघ्र गाइडलाइन तैयार करें, ताकि इस दिशा में काम किया जा सके और डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए राज्य में उचित नीतियां बनाई जा सकें। गाइडलाइंस में यह सुनिश्चित किया जाएगा कि राज्य में डेस्टिनेशन वेडिंग के आयोजन में स्थानीय संस्कृति और परंपराओं को भी बढ़ावा मिले, जिससे स्थानीय समुदायों को आर्थिक लाभ मिले और राज्य की सांस्कृतिक पहचान भी बनी रहे।
इस बैठक में कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे, जिनमें कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, उपाध्यक्ष अवस्थापना अनुश्रवण परिषद विश्वास डाबर, अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर. के. सुधांशु, आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिव शैलेश बगोली, सचिन कुर्वे, अपर पुलिस महानिदेशक वी. मुरूगेशन, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पाण्डेय, और आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप शामिल थे। इन अधिकारियों ने बैठक के दौरान राज्य में डेस्टिनेशन वेडिंग को बढ़ावा देने के लिए अपनी राय दी और आवश्यक कदमों पर चर्चा की।
बैठक में मुख्यमंत्री धामी ने डेस्टिनेशन वेडिंग के क्षेत्र में विकास की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा की और अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे इस पहल को जल्द से जल्द कार्यान्वित करने के लिए आवश्यक कदम उठाएं।
डेस्टिनेशन वेडिंग का उद्योग इन दिनों दुनिया भर में तेजी से बढ़ रहा है, और भारत में भी यह एक आकर्षक विकल्प बन चुका है। उत्तराखंड का खूबसूरत प्राकृतिक परिदृश्य, उच्च पर्वत श्रृंखलाएं, और शांत वातावरण इसे एक आदर्श डेस्टिनेशन वेडिंग स्थल बनाता है। इसके अलावा, राज्य में कई मंदिरों और ऐतिहासिक स्थलों के साथ-साथ लक्ज़री रिसॉर्ट्स और शानदार होटल भी हैं, जो डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए आकर्षक बनाते हैं।
भारत में उत्तराखंड पहले से ही पर्यटकों के लिए एक प्रमुख स्थल है, और अब राज्य सरकार इसे डेस्टिनेशन वेडिंग के एक प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए काम कर रही है। यह न केवल पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देगा, बल्कि राज्य के लोगों को रोजगार और आर्थिक लाभ भी मिलेगा।
डेस्टिनेशन वेडिंग के बढ़ते प्रभाव के साथ, उत्तराखंड में इसके परिणामस्वरूप पर्यटन क्षेत्र में वृद्धि हो सकती है। मुख्यमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि इस पहल से राज्य की पहचान और आकर्षण को नया मोड़ मिलेगा। उत्तराखंड के ऐतिहासिक स्थल, धार्मिक स्थल और शानदार प्राकृतिक दृश्य इसे दुनिया भर के पर्यटकों और दुल्हन-दूल्हों के लिए आदर्श स्थल बनाते हैं।
मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद, राज्य सरकार के प्रयासों से उत्तराखंड को एक प्रमुख डेस्टिनेशन वेडिंग स्थल बनाने में मदद मिल सकती है, और यह राज्य की आर्थिकी में एक महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का यह कदम राज्य में पर्यटन और आर्थिकी को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रयास साबित हो सकता है। डेस्टिनेशन वेडिंग उद्योग में उत्तराखंड को एक प्रमुख स्थान दिलाने के लिए मुख्यमंत्री ने जो कदम उठाए हैं, उससे न केवल राज्य का पर्यटन क्षेत्र बढ़ेगा, बल्कि यह राज्य के लोगों के लिए रोजगार और आर्थिक अवसरों का भी स्रोत बनेगा। राज्य सरकार की योजनाएं और इन पहलों से उत्तराखंड को एक प्रमुख डेस्टिनेशन वेडिंग स्थल के रूप में स्थापित किया जा सकता है।