
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने रविवार को लुधियाना वेस्ट विधानसभा सीट के उपचुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) के उम्मीदवार संजीव अरोड़ा के समर्थन में जोरदार चुनावी प्रचार किया। इस दौरान उन्होंने विपक्षी दलों पर तीखा हमला बोला और ‘आप’ के “विकास और ईमानदारी के मॉडल” को जनता के सामने रखा। दो जनसभाओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की कि वे 19 जून को ‘झाड़ू’ के निशान पर बटन दबाकर ईमानदारी, पारदर्शिता और सेवा भाव को वोट दें।
मुख्यमंत्री ने लुधियाना के जवड्डी गांव और वार्ड नंबर 64 में जनसभाओं को संबोधित किया, जहां भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे। उन्होंने इस जनसमूह को AAP की लोकप्रियता और पिछले तीन वर्षों के शासन में किए गए कार्यों के प्रति जनता के भरोसे का प्रतीक बताया।
“कोई पैसे देकर नहीं बुलाया, सिर्फ सादगी से निमंत्रण दिया”
मुख्यमंत्री मान ने अपने संबोधन की शुरुआत में कहा, “हमने किसी को पैसे देकर नहीं बुलाया, ना ही किसी लालच से भीड़ जुटाई। केवल सादगी से लोगों को बुलाया, और आप सब इतनी संख्या में आए। यह इस बात का संकेत है कि आम आदमी पार्टी ने लोगों का भरोसा जीता है।” उन्होंने आगे कहा कि यह जनसमर्थन इस बात का प्रमाण है कि जनता ‘आप’ सरकार के कामकाज और नीतियों से संतुष्ट है।
उपचुनाव को बताया ‘अचानक की स्थिति’, भरोसे को दोहराने की अपील
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह उपचुनाव कोई नियोजित राजनीतिक घटना नहीं थी, बल्कि लुधियाना वेस्ट के मौजूदा विधायक गुरदीप सिंह गोगी के निधन की वजह से जरूरी हो गया। उन्होंने कहा, “गोगी जी का जाना हम सभी के लिए अपूरणीय क्षति है। अब यह जिम्मेदारी दोबारा आप सभी के कंधों पर है। 19 जून को आप एक बार फिर हमें समर्थन देकर अपने विश्वास को दोहराएं। हमारी जिम्मेदारी आपकी सेवा करने की शुरू होगी।”
उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि आप का उद्देश्य केवल सत्ता प्राप्त करना नहीं, बल्कि लोगों की सेवा करना है। “हमने वादा किया है कि जिस भरोसे के साथ आपने हमें चुना, हम उसे बरकरार रखेंगे,” मान ने कहा।
विपक्ष पर तीखा हमला: “’आशु है जरूरी’ – लेकिन कौन हैं वो? नेल्सन मंडेला?”
अपने भाषण के दौरान मुख्यमंत्री ने कांग्रेस उम्मीदवार भरत भूषण आशु पर करारा हमला बोला। उन्होंने आशु पर अहंकार और जनता के साथ दुर्व्यवहार के आरोप लगाए। “जब वह मंत्री थे तब उन्होंने लोगों को अपमानित करने के अलावा कुछ नहीं किया। अब कह रहे हैं ‘आशु है जरूरी’, लेकिन आखिर हैं कौन वो? नेल्सन मंडेला?” मान ने तंज कसते हुए कहा।
उन्होंने यह भी कहा कि जब आशु के पास सत्ता थी, तब उन्होंने जनता के बजाय अपने हितों को प्राथमिकता दी। “ऐसे नेता अब फिर से विधायक बनना चाहते हैं, लेकिन जनता अब पहले जैसी मजबूर नहीं रही। अब जनता के पास ईमानदार और जनसेवी विकल्प मौजूद हैं,” उन्होंने कहा।
“विपक्षी घमंड में, हम प्रेम और सम्मान से वोट मांगते हैं”
मुख्यमंत्री ने विपक्षी दलों पर प्रचार के तरीके को लेकर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और अन्य पार्टियों के नेता घमंड और दिखावे के साथ प्रचार करते हैं, जबकि आम आदमी पार्टी सादगी, सेवा और सम्मान के साथ लोगों से समर्थन मांगती है।
“हम नारेबाजी में नहीं, काम में विश्वास रखते हैं। हम वादों से नहीं, कार्यों से वोट मांगते हैं,” उन्होंने जोर देकर कहा।
संजीव अरोड़ा को बताया ईमानदार और समर्पित उम्मीदवार
मुख्यमंत्री मान ने AAP उम्मीदवार संजीव अरोड़ा की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि अरोड़ा एक व्यवसायिक और सामाजिक पृष्ठभूमि से आते हैं, जिन्होंने अपने जीवन में जनसेवा को प्राथमिकता दी है। “संजीव अरोड़ा के पास सेवा का जज़्बा है, वो न तो किसी गुटबाज़ी में पड़े हैं और न ही किसी निजी एजेंडे के साथ चुनाव लड़ रहे हैं,” मान ने कहा।
उन्होंने जनता से अपील की कि ऐसे व्यक्ति को चुनें जो जनता की समस्याओं को समझता हो और उन्हें हल करने के लिए प्रतिबद्ध हो। “आशु तो अपनी ही पार्टी से लड़ते रहते हैं, विधायक बनने के बाद भी वही करेंगे। जबकि संजीव अरोड़ा जनता के हर सवाल और जरूरत पर खरे उतरेंगे,” मान ने कहा।
AAP के विकास मॉडल का उल्लेख
मान ने अपने भाषण में ‘आप’ सरकार की उपलब्धियों का भी ज़िक्र किया, जिनमें शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली और भ्रष्टाचार पर नियंत्रण जैसी योजनाएं शामिल हैं। उन्होंने बताया कि किस प्रकार आम आदमी पार्टी ने सरकारी स्कूलों और अस्पतालों में सुधार किए हैं, बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिया है और सरकारी सिस्टम में पारदर्शिता लाई है।
“हमने दिखा दिया कि सरकार ईमानदार भी हो सकती है और काम भी कर सकती है। अब यह लुधियाना की जनता पर है कि वे इस मॉडल को बनाए रखें,” मुख्यमंत्री ने कहा।