
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि हिमाचल प्रदेश और पंजाब के बीच संबंध हमेशा सौहार्दपूर्ण रहे हैं और भविष्य में भी यह रिश्ते इसी तरह बने रहेंगे। उनके अनुसार, चाहे जो भी विवाद हो, दोनों राज्य हमेशा भाई-भाई की तरह एक-दूसरे के साथ रहेंगे। यह बयान मुख्यमंत्री ने हिमाचल प्रदेश के विभिन्न शहरों, जैसे बिलासपुर, कुल्लू, मनाली, और शिमला में अपने अनुभव साझा करते हुए दिया। उन्होंने कहा कि उनका हिमाचल प्रदेश से गहरा लगाव है, और उन्होंने एक कलाकार के रूप में यहां विभिन्न स्थानों पर प्रस्तुतियां दी हैं।
हिमाचल से विशेष लगाव और कलाकार के रूप में यात्रा
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हिमाचल प्रदेश के लोगों के साथ अपने अच्छे संबंधों का उल्लेख करते हुए कहा कि उनका हिमाचल से हमेशा एक विशेष संबंध रहा है। एक कलाकार के रूप में उन्होंने राज्य के विभिन्न हिस्सों में कार्यक्रम किए हैं और यहां के लोगों से उन्हें हमेशा प्यार और समर्थन मिला है। उन्होंने कहा कि हिमाचल की खूबसूरती और यहां की जनता के साथ उनका जुड़ाव एक विशेष अनुभव है। इस दौरान उन्होंने दोनों राज्यों के बीच सद्भावना और भाईचारे के महत्व पर भी जोर दिया।
नशे की समस्या पर मुख्यमंत्री भगवंत मान का बयान
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने नशे की समस्या पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि पंजाब में पहले युवाओं के लिए फौज में अपनी पहचान बनाने का एक खास रास्ता था, लेकिन पिछले कुछ समय से नशे की लत ने हालात को बिगाड़ दिया था। उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार ने इस पर काबू पा लिया है और नशे की रोकथाम के लिए व्यापक कदम उठाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में अब नशे के खिलाफ एक सशक्त अभियान चलाया जा रहा है, और इसके तहत कई सख्त कदम उठाए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने नशे के व्यापारियों और तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू की है, और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि युवा पीढ़ी को नशे से बचाया जा सके।
श्री नयना देवी और श्री आनंदपुर साहिब को जोड़ने वाला रज्जू मार्ग प्रोजेक्ट
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक और महत्वपूर्ण परियोजना का उल्लेख किया, जो हिमाचल और पंजाब के बीच श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। यह परियोजना है, श्री नयना देवी और श्री आनंदपुर साहिब को जोड़ने वाला रज्जू मार्ग (रोपवे) प्रोजेक्ट। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रोजेक्ट पर काम को तेज़ी से आगे बढ़ाया जाएगा, और इसके लिए दोनों राज्यों के अधिकारियों को फिर से एक बैठक बुलाकर इस परियोजना के क्रियान्वयन की दिशा में काम किया जाएगा।
भगवंत मान ने कहा कि इस रज्जू मार्ग के पूरा होने से श्रद्धालुओं को बहुत बड़ी राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि यह परियोजना धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने में भी मदद करेगी और दोनों राज्यों के बीच और अधिक सौहार्दपूर्ण संबंधों को बढ़ावा मिलेगा। उनका मानना है कि इस परियोजना से दोनों राज्य एक-दूसरे के निकट आकर एक मजबूत सांस्कृतिक और धार्मिक संबंध स्थापित करेंगे।
माता नयना देवी मंदिर में नवरात्र पूजन
मुख्यमंत्री भगवंत मान अपनी पत्नी के साथ नवरात्र के दौरान माता नयना देवी मंदिर पहुंचे। इस अवसर पर उन्होंने माता रानी से सर्वत्र कल्याण और भलाई की प्रार्थना की। नवरात्रि के दौरान की गई उनकी पूजा का उद्देश्य न केवल धार्मिक महत्व था, बल्कि उन्होंने इसे राज्य और देश की समृद्धि के लिए एक आशीर्वाद के रूप में देखा। इस दौरान उन्होंने प्रदेशवासियों के कल्याण के लिए भी प्रार्थना की और कहा कि भगवान से उनके राज्य और देश के लोगों की खुशहाली की कामना की।
दोनों राज्यों के बीच बेहतर समन्वय की आवश्यकता
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस बात पर जोर दिया कि पंजाब और हिमाचल प्रदेश के बीच बेहतर समन्वय और सहयोग की आवश्यकता है, ताकि दोनों राज्यों में विकास की गति तेज़ हो सके। उन्होंने दोनों राज्यों के अधिकारियों से अपील की कि वे एक-दूसरे के साथ मिलकर काम करें और एक दूसरे के अनुभवों से सीखें। उनका मानना है कि अगर दोनों राज्य मिलकर काम करेंगे तो राज्य की सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकता है।
राजनीतिक और सांस्कृतिक संबंधों का सुदृढ़ीकरण
भगवंत मान ने दोनों राज्यों के राजनीतिक और सांस्कृतिक संबंधों को सुदृढ़ बनाने की दिशा में भी काम करने की बात की। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश और पंजाब के बीच हमेशा गहरे रिश्ते रहे हैं और भविष्य में भी ये रिश्ते और मजबूत होंगे। उनका मानना है कि दोनों राज्यों के नागरिकों के बीच आपसी समझ और सम्मान को बढ़ावा देना आवश्यक है, ताकि आपसी सहयोग से दोनों राज्यों को लाभ हो सके।
मुख्यमंत्री भगवंत मान की योजनाएं और उम्मीदें
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपनी सरकार की योजनाओं और नीतियों का जिक्र करते हुए कहा कि वे राज्य के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। उनका उद्देश्य न केवल राज्य की सड़कों, परिवहन और इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाना है, बल्कि समाज के हर वर्ग के उत्थान के लिए काम करना है। उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के अलावा, राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य सामाजिक योजनाओं को भी प्राथमिकता दी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य में अपराधों की रोकथाम, खासकर युवा पीढ़ी को नशे से बचाने के लिए सभी स्तर पर जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि एक सशक्त और जागरूक समाज ही समाजिक समस्याओं का समाधान कर सकता है।