
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इन दिनों अपने दिल्ली दौरे पर हैं, जहां उन्होंने मंगलवार को केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल से महत्वपूर्ण मुलाकात की। इस बैठक में राज्य के ऊर्जा क्षेत्र से जुड़े कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। खासतौर पर राज्य में प्रस्तावित 647 मेगावाट की सात जल विद्युत परियोजनाओं को लेकर गंभीर विमर्श हुआ।
यह मुलाकात भारत सरकार के कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में गठित समिति की संस्तुतियों और उत्तराखंड सरकार के अनुरोध के संदर्भ में हुई। मुख्यमंत्री धामी ने केंद्रीय मंत्री पाटिल से आग्रह किया कि समिति द्वारा पहले से संस्तुत पांच परियोजनाओं के साथ-साथ दो नई जल विद्युत परियोजनाओं को भी शीघ्र स्वीकृति प्रदान की जाए। इन परियोजनाओं की स्वीकृति न केवल उत्तराखंड की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करेगी, बल्कि राज्य की आर्थिकी और रोजगार के अवसरों को भी नया बल देगी।
सात प्रमुख परियोजनाएं चर्चा में
बैठक के दौरान जिन सात परियोजनाओं पर विस्तार से चर्चा हुई, उनमें से पांच पहले ही समिति द्वारा संस्तुत की जा चुकी हैं, जबकि दो नई परियोजनाएं हाल ही में प्रस्तावित की गई हैं। ये परियोजनाएं 647 मेगावाट की संयुक्त उत्पादन क्षमता रखती हैं। यह उत्तराखंड जैसे पर्वतीय राज्य के लिए एक बड़ी उपलब्धि साबित हो सकती है, जहां जल विद्युत उत्पादन की अपार संभावनाएं हैं।
इन परियोजनाओं का प्रमुख उद्देश्य राज्य को ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ाना है, जिससे ना केवल स्थानीय बिजली की मांग पूरी होगी बल्कि अधिशेष ऊर्जा का अन्य राज्यों को निर्यात भी किया जा सकेगा।
सेला उर्थिंग परियोजना पर विशेष जोर
सीएम धामी ने इस दौरान धौलीगंगा नदी पर प्रस्तावित 114 मेगावाट क्षमता की सेला उर्थिंग जल विद्युत परियोजना पर विशेष रूप से चर्चा की। उन्होंने इसे राज्य के व्यापक हित से जोड़ते हुए कहा कि यह परियोजना न केवल क्षेत्रीय विकास का मार्ग प्रशस्त करेगी, बल्कि इससे सीमावर्ती इलाकों में आधारभूत संरचना को भी मजबूती मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से आग्रह किया कि इस परियोजना के लिए सभी आवश्यक स्वीकृतियां यथाशीघ्र प्रदान की जाएं, ताकि इसका निर्माण कार्य शीघ्र आरंभ हो सके। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार इस परियोजना को प्राथमिकता में रखते हुए सभी आवश्यक संसाधन और सहयोग देने के लिए तैयार है।
केंद्रीय मंत्री का सकारात्मक आश्वासन
बैठक के दौरान केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल ने मुख्यमंत्री धामी के सभी प्रस्तावों पर सकारात्मक रुख दिखाया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार उत्तराखंड जैसे रणनीतिक और पर्यावरणीय रूप से संवेदनशील राज्य में जल विद्युत परियोजनाओं को लेकर पूरी गंभीरता से विचार कर रही है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि जिन परियोजनाओं पर राज्य सरकार ने प्रस्ताव रखा है, उन पर शीघ्र ही सकारात्मक निर्णय लिया जाएगा। इससे राज्य में ऊर्जा उत्पादन की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति होगी।
चारधाम यात्रा के लिए आमंत्रण
इस मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री धामी ने केंद्रीय मंत्री पाटिल को चारधाम यात्रा पर उत्तराखंड आने का भी आमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा न केवल आध्यात्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह राज्य के पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था के लिए भी अत्यंत उपयोगी है।
केंद्रीय मंत्री ने इस आमंत्रण को सहर्ष स्वीकार करते हुए कहा कि वे उपयुक्त समय पर उत्तराखंड यात्रा करेंगे और राज्य के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को करीब से अनुभव करना चाहेंगे।