
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में आज़ादी के 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर परेड मैदान में भव्य समारोह का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य स्तरीय मुख्य कार्यक्रम में ध्वजारोहण कर स्वतंत्रता दिवस समारोह की शुरुआत की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों को सम्मानित किया और राज्य पुलिस के जांबाज़ जवानों को वीरता एवं सेवाभाव के लिए पुरस्कार प्रदान किए।
सादगी और गरिमा के साथ आयोजित इस मुख्य समारोह में देशभक्ति के रंग बिखरे, तो वहीं मुख्यमंत्री के भाषण ने जनता को नवनिर्माण के संकल्प से जोड़ते हुए भविष्य की योजनाओं की झलक भी दी।
सीएम आवास से परेड मैदान तक – राष्ट्रीय एकता का संदेश
इससे पहले मुख्यमंत्री धामी ने सुबह मुख्यमंत्री आवास में भी ध्वजारोहण किया और उपस्थित अधिकारियों व कर्मचारियों को राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई। उन्होंने राज्यवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं और कहा कि यह दिन आजादी के लिए बलिदान देने वाले वीर सपूतों को स्मरण करने का दिन है, जिनकी वजह से आज हम स्वतंत्र भारत में सांस ले पा रहे हैं।
धराली आपदा में मृतकों को श्रद्धांजलि, पुनर्वास का आश्वासन
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में हाल ही में उत्तरकाशी के धराली और अन्य आपदा प्रभावित क्षेत्रों में हुई जनहानि पर गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने दिवंगतों के परिजनों को श्रद्धांजलि देते हुए आश्वासन दिया कि: “राज्य सरकार हर आपदा प्रभावित परिवार के साथ खड़ी है। पुनर्वास और राहत कार्य प्राथमिकता के आधार पर जारी हैं। किसी भी प्रभावित को बेसहारा नहीं छोड़ा जाएगा।” मुख्यमंत्री ने कहा कि बदलते मौसम और प्राकृतिक आपदाओं की चुनौती को देखते हुए सरकार स्थायी समाधान की दिशा में काम कर रही है।
विकास और आत्मनिर्भरता पर जोर
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि आज का दिन केवल आजादी की खुशियां मनाने का ही नहीं, बल्कि यह भी तय करने का दिन है कि हम आने वाले वर्षों में राज्य और देश को किस दिशा में ले जाएंगे। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत वैश्विक स्तर पर एक सशक्त राष्ट्र के रूप में उभर रहा है। देश में ऐतिहासिक निर्णय, सुधार, और नई योजनाएं लगातार लागू हो रही हैं। उत्तराखंड भी इस परिवर्तन की धारा का सक्रिय हिस्सा है।” धामी ने बताया कि राज्य सरकार अगले 25 वर्षों को ध्यान में रखकर रणनीति तैयार कर रही है, जिसे ‘अमृत काल योजना’ कहा जा रहा है। इस योजना में बुनियादी ढांचे, पर्यटन, स्वास्थ्य, शिक्षा, और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने पर विशेष ध्यान दिया गया है।
तेजी से हो रहा है नवनिर्माण और पुनर्निर्माण कार्य
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में कई मोर्चों पर तेजी से कार्य किए जा रहे हैं, ऑल वेदर रोड परियोजनाएं पूरी होने की ओर हैं। चारधाम यात्रा मार्गों पर यात्रियों के लिए सुरक्षा, स्वास्थ्य, और डिजिटल सुविधा में सुधार हुआ है। पर्वतीय क्षेत्रों में ई-गवर्नेंस, टेली-मेडिसिन, और मल्टी-यूटिलिटी सेन्टर्स विकसित किए जा रहे हैं। ग्राम्य पर्यटन योजना से स्थानीय युवाओं को रोज़गार के अवसर मिल रहे हैं।”राज्य को मॉडल उत्तराखंड बनाने की दिशा में हर कदम सुनियोजित तरीके से उठाया जा रहा है।”
पुलिस और सुरक्षा बलों को किया सम्मानित
स्वतंत्रता दिवस समारोह में उन पुलिस कर्मियों और अधिकारियों को सम्मानित किया गया जिन्होंने सेवा, पराक्रम और कर्तव्यनिष्ठा का परिचय दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा, “राज्य पुलिस, SDRF और आपदा प्रबंधन टीमों ने आपातकालीन परिस्थितियों में जिस साहस और तत्परता से कार्य किया, वह सराहनीय है।” उन्होंने बलों को प्रेरित करते हुए कहा कि उनका योगदान जन सुरक्षा और राज्य की स्थिरता में मूल स्तंभ की तरह है।
स्वतंत्रता सेनानियों को नमन, परिजनों को सम्मान
परेड मैदान में आयोजित समारोह के एक अन्य भावनात्मक क्षण में मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों को सम्मानित किया। उन्होंने उन्हें सम्मान पत्र, शॉल और प्रतीक चिह्न भेंट किए। धामी ने कहा, “यह हमारा नैतिक दायित्व है कि हम अपने वीर पूर्वजों का सम्मान करें और नई पीढ़ी को उनके संघर्ष की कहानियों से जोड़ें।”
भाजपा कार्यालय में भी ध्वजारोहण
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बलवीर रोड स्थित भारतीय जनता पार्टी कार्यालय में भी ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को देशभक्ति, सेवा, और संगठन के मूल्यों पर आधारित राजनीति की प्रेरणा दी। इस कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, और अन्य गणमान्य नेता उपस्थित थे।
राज्य की उपलब्धियां और आगामी लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में पिछले वर्षों की कुछ प्रमुख उपलब्धियों को भी गिनाया, राज्य में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, और ग्राम संजीवनी स्वास्थ्य योजना जैसे कार्यक्रम सफलतापूर्वक लागू किए गए हैं। AIIMS ऋषिकेश, जौलीग्रांट अस्पताल, और जिला अस्पतालों को आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है। NEP 2020 के अंतर्गत विद्यालयों में नवाचार और तकनीकी शिक्षा पर बल दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को 2047 तक देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने का लक्ष्य रखा गया है।
जन सहभागिता ही विकास की कुंजी
मुख्यमंत्री धामी ने अपने संबोधन में जनता से अपील की कि वे राज्य के विकास में सक्रिय भागीदारी निभाएं, “सरकार अकेले विकास नहीं कर सकती। जनता का सहयोग, जागरूकता और भागीदारी ही किसी भी परिवर्तन की असली ताकत होती है।