
उत्तराखंड के थराली क्षेत्र के चेपड़ों गांव में आज राष्ट्रभक्ति और वीरता का अद्वितीय संगम देखने को मिला, जहां अशोक चक्र विजेता शहीद भवानी दत्त जोशी की स्मृति में आयोजित शौर्य महोत्सव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने न केवल शहीद के प्रति कृतज्ञता जताई, बल्कि कई महत्वपूर्ण घोषणाएं भी कीं, जिनसे क्षेत्र के लोगों में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार हुआ।
मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्वलित कर शौर्य महोत्सव का विधिवत शुभारंभ किया और शहीद भवानी दत्त जोशी के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। उन्होंने घोषणा की कि शहीद भवानी दत्त जोशी की स्मृति में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला शौर्य मेला अब राजकीय मेला होगा। इसके साथ ही शहीद स्मारक के सौंदर्यीकरण के लिए विशेष बजट प्रदान करने की भी बात कही।
मुख्यमंत्री ने कहा,”यह हम सभी उत्तराखंडवासियों के लिए गौरव की बात है कि हमें अशोक चक्र जैसे सर्वोच्च वीरता सम्मान से विभूषित शहीद के गांव में उनके सम्मान में आयोजित मेले में भाग लेने का अवसर मिला।”
मुख्यमंत्री ने बताया कि शहीद भवानी दत्त जोशी ने ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी। उनकी इस सर्वोच्च वीरता के लिए भारत सरकार ने उन्हें मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि यह मेला न केवल शहीद के बलिदान की याद दिलाएगा, बल्कि युवाओं को देशभक्ति की प्रेरणा भी देगा।
मुख्यमंत्री धामी ने हाल में आतंकियों के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर का भी उल्लेख किया और कहा कि अब देश की सुरक्षा नीति स्पष्ट और दृढ़ है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज सेना का मनोबल उच्चतम स्तर पर है और हर मोर्चे पर भारत मजबूती से खड़ा है।
मुख्यमंत्री ने थराली विधानसभा क्षेत्र में एक निर्माणाधीन पुल के गिरने की घटना पर कड़ा रुख अपनाते हुए इसे ‘घोर लापरवाही’ करार दिया। उन्होंने कहा कि इस लापरवाही के लिए तीन इंजीनियरों को तत्काल सस्पेंड कर दिया गया है और आगे की जांच भी की जा रही है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने अन्य शहीदों के परिजनों को भी सम्मानित किया। इनमें शहीद सतीश चंद्र के पिता महेशानंद, शहीद कृपा सिंह की पत्नी विमला देवी, शहीद हिम्मत सिंह के भाई अभय सिंह नेगी और सरोजनी कोटड़ी शामिल थीं। उनके सम्मान ने पूरे कार्यक्रम को एक भावुक लेकिन प्रेरणादायक माहौल प्रदान किया।
विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने इस अवसर पर राज्य की नीति सुधारों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज उत्तराखंड केवल बुनियादी ढांचे के विकास तक सीमित नहीं है, बल्कि वह समाज सुधार की दिशा में भी अग्रसर है। उन्होंने उल्लेख किया कि
* समान नागरिक संहिता (UCC)
* नकल विरोधी कानून
* महिला सशक्तिकरण योजनाएं
जैसी नीतियां राज्य को नई दिशा दे रही हैं।