
मुंबई/मेरठ: 2 दिसंबर, 2024 को मशहूर कॉमेडियन सुनील पाल का अपहरण कर लिया गया। उन्हें कुछ आरोपियों ने फिरौती के लिए अगवा किया और 24 घंटे तक मेरठ में बंधक बनाए रखा। आरोपियों ने सुनील पाल से 8 लाख रुपये की फिरौती वसूलने के बाद उन्हें छोड़ दिया। इस पूरी घटना को लेकर सुनील पाल ने मुंबई के सांताक्रुज थाना पुलिस में मामला दर्ज कराया है और मेरठ पुलिस ने भी इसकी जांच शुरू कर दी है।
सुनील पाल का अपहरण
जानकारी के अनुसार, सुनील पाल को 2 दिसंबर को हरिद्वार में एक इवेंट में परफॉर्म करने के लिए बुलाया गया था। इसके लिए वह मुंबई से दिल्ली फ्लाइट के जरिए दिल्ली पहुंचे थे। आरोप है कि दिल्ली में 5-6 आरोपियों ने उनका अपहरण कर लिया और उन्हें एक कार में बिठाकर मेरठ ले गए। इस दौरान उनकी आंखों पर पट्टी बांध दी गई थी, जिससे वह कुछ देख नहीं पाए।
मेरठ में बंधक बनाए रखा गया
आरोपियों ने सुनील पाल को मेरठ के एक घर में 24 घंटे तक बंधक बनाए रखा। अपहरणकर्ताओं ने उन्हें डराया-धमकाया और उनसे फिरौती की मांग की। सुनील पाल का कहना है कि उन्हें बंधक बनाए जाने के दौरान आंखों पर पट्टी बांधकर एक अज्ञात घर में रखा गया था। इसके बाद फिरौती की रकम के लिए अपहरणकर्ताओं ने उनका मोबाइल फोन इस्तेमाल किया।
फिरौती के पैसों का लेन-देन
फिरौती के लिए आरोपियों ने सुनील पाल से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के जरिए 8 लाख रुपये की राशि वसूल की। फिरौती की रकम से आरोपियों ने मेरठ के दो ज्वेलरी दुकानों से आभूषण खरीदे। पहले मेरठ के सदर क्षेत्र के आकाश गंगा ज्वेलर्स से करीब 4 लाख रुपये के आभूषण खरीदे गए, फिर लालकुर्ती के एक अन्य ज्वेलरी विक्रेता, अक्षित सिंघल की दुकान से करीब 2.25 लाख रुपये की ज्वेलरी खरीदी गई। दोनों ही जगहों से सुनील पाल के नाम पर बिल बनवाए गए थे, इसके लिए अपहरणकर्ताओं ने उनके आधार कार्ड और पैन कार्ड का इस्तेमाल किया।
आरोपियों ने इन ज्वेलरी विक्रेताओं के बैंक खातों में ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के जरिए फिरौती का पैसा ट्रांसफर किया। ज्वेलर्स के बैंक खातों में रकम ट्रांसफर करने के बाद आरोपियों ने सुनील पाल को छोड़ दिया।
ज्वेलरी विक्रेताओं की भूमिका
ज्वेलरी विक्रेताओं के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है। मेरठ पुलिस ने आकाश गंगा ज्वेलर्स और अक्षित सिंघल की ज्वेलरी शॉप के बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है। दोनों दुकानों से आभूषण खरीदने और फिरौती की रकम का लेन-देन करने में इन दुकानदारों की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। इन ज्वेलरी दुकानों से खरीदी गई ज्वेलरी के बिल सुनील पाल के नाम पर बनवाए गए थे, और उनके आधार कार्ड तथा पैन कार्ड का इस्तेमाल किया गया था।
इस मामले में ज्वेलरी विक्रेता अक्षित सिंघल ने लालकुर्ती थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उनका आरोप है कि आरोपियों ने धोखाधड़ी से उनके खाते में पैसे ट्रांसफर किए और ज्वेलरी की खरीदी की।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
सूचना मिलने के बाद मेरठ के एसएसपी ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने सभी संबंधित ज्वेलरी दुकानदारों से पूछताछ की है और ज्वेलरी विक्रेताओं के खातों की जांच की जा रही है। अपहरणकर्ताओं के बारे में भी सुराग जुटाने के प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस को आशंका है कि यह पूरी घटना किसी संगठित गिरोह द्वारा की गई हो सकती है।
सांताक्रुज पुलिस ने भी इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में सभी संबंधित आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सुनील पाल का बयान
अपहरण के बाद सुनील पाल ने सोशल मीडिया पर इस घटना का जिक्र किया और अपनी सुरक्षा के लिए धन्यवाद भी दिया। उन्होंने बताया कि जब उन्हें छोड़ दिया गया, तब वह पूरी तरह से सुरक्षित थे, लेकिन यह घटना उनके लिए मानसिक रूप से काफी परेशान करने वाली थी। सुनील पाल ने पुलिस की कार्रवाई की सराहना की और उम्मीद जताई कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “यह एक भयावह अनुभव था, लेकिन अब मैं सुरक्षित हूं। मुझे उम्मीद है कि पुलिस इस मामले में पूरी गंभीरता से कार्रवाई करेगी और जो भी दोषी हैं, उन्हें सजा मिलेगी।”
किडनैपर्स की पहचान
पुलिस ने बताया कि किडनैपर्स की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है, लेकिन मामले की जांच में लगातार प्रगति हो रही है। पुलिस का कहना है कि जांच के दौरान कई वीडियो फुटेज और डिजिटल साक्ष्य मिले हैं, जिनकी मदद से आरोपियों की पहचान की जा सकती है।
सुनील पाल की सुरक्षा को लेकर सवाल
इस घटना के बाद सवाल उठने लगे हैं कि क्या सुनील पाल की सुरक्षा को लेकर किसी प्रकार की कोई चूक हुई थी। वह एक मशहूर कॉमेडियन हैं और अक्सर विभिन्न इवेंट्स में परफॉर्म करने जाते रहते हैं। इस प्रकार के अपहरण और फिरौती की घटनाओं ने उनके सुरक्षा इंतजामों पर सवाल खड़े किए हैं।