
हरियाणा के रोहतक जिले में कांग्रेस पार्टी की युवा नेता हिमानी नरवाल की हत्या का मामला तेजी से तूल पकड़ता जा रहा है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है, जबकि मृतक के परिवार ने शव तो पोस्टमॉर्टम के लिए सौंप दिया है, लेकिन शव लेने से इनकार कर दिया है। हिमानी की मां ने स्पष्ट कहा है कि जब तक उनकी बेटी को न्याय नहीं मिल जाता, तब तक वे उसका अंतिम संस्कार नहीं करेंगी।
शव की पहचान और घटनाक्रम की विस्तार से जानकारी
रोहतक जिले के सांपला बस स्टैंड पर एक सूटकेस में शव मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया। स्थानीय पुलिस ने शव को तुरंत कब्जे में ले लिया और बाद में उसकी पहचान कांग्रेस पार्टी से जुड़ी युवा नेता हिमानी नरवाल के रूप में हुई। हिमानी नरवाल क्षेत्र में एक सक्रिय युवा नेता के तौर पर जानी जाती थीं।
कांग्रेस विधायक भारत भूषण बत्रा ने हिमानी नरवाल की पहचान की पुष्टि करते हुए बताया कि वह एक सक्रिय कांग्रेस कार्यकर्ता थीं और उन्होंने हाल ही में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भी भाग लिया था। हिमानी नरवाल का नाम राजनीति में एक उभरते सितारे के रूप में सामने आ रहा था, और उनके निधन ने कांग्रेस पार्टी समेत पूरे राजनीतिक हलके को सकते में डाल दिया है।
हिमानी नरवाल की मां का गुस्सा और न्याय की मांग
हिमानी नरवाल की मां सविता ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “अगर मेरी बेटी को न्याय नहीं मिला तो मैं उसका अंतिम संस्कार नहीं करूंगी। हमें थाने से फोन आया और बताया गया कि हमारी बेटी का शव सांपला बस स्टैंड पर मिला है। इस खबर से हमारा परिवार गहरे सदमे में है। हिमानी कांग्रेस पार्टी से जुड़ी थी और भूपेंद्र सिंह हुड्डा की करीबी थी। हमें उम्मीद थी कि पार्टी से जुड़ी होने के कारण वह सुरक्षित रहेगी, लेकिन यह क्या हुआ?”
सविता ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उनके बड़े बेटे की भी 2011 में हत्या कर दी गई थी, लेकिन उस मामले में भी उन्हें कभी न्याय नहीं मिला। उन्होंने बताया, “हमने न्याय की उम्मीद छोड़ दी थी, लेकिन अब यह नई घटना हो गई है। जब तक मेरी बेटी को न्याय नहीं मिल जाता, मैं उसका अंतिम संस्कार नहीं करूंगी।”
एक और परिवार के सदस्य की पीड़ा
हिमानी नरवाल के भाई जतिन ने भी दुख जताते हुए कहा, “मुझे दो बजे उनकी मां का फोन आया और बताया कि हिमानी का शव मिला है। थाने से मुझे बताया गया कि एक महिला का शव मिला है, जो हिमानी के नाम से पहचानने को कहा गया। जब मैंने पहचान की तो वह मेरी बहन निकली। हमें पोस्टमॉर्टम के लिए सहमति दी है, लेकिन हम अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। हम सरकार और प्रशासन से न्याय की गुहार लगाते हैं।”
जतिन ने कहा कि उनकी बहन पिछले 10 सालों से कांग्रेस पार्टी से जुड़ी हुई थी और वह पार्टी के एक सक्रिय सदस्य के रूप में कार्य कर रही थीं। उन्हें यह स्वीकार करने में कठिनाई हो रही है कि उनकी बहन अब इस दुनिया में नहीं रही। जतिन ने यह भी कहा कि उनकी बहन की करीबी रिश्तेदारी भूपेंद्र सिंह हुड्डा से थी, और उनका मानना था कि वह पार्टी के समर्थन से सुरक्षित रहेंगी, लेकिन इस घटना ने उन्हें गहरे सदमे में डाल दिया है।
पुलिस और प्रशासन की ओर से त्वरित कार्रवाई
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है और इस हत्या की असल वजह की जानकारी जुटाने के लिए पूरी छानबीन की जा रही है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि मामले में जो भी दोषी होगा, उसे सख्त सजा दिलवाई जाएगी।
पुलिस ने कहा कि इस हत्याकांड की जांच में हर पहलू पर ध्यान दिया जाएगा, जिसमें राजनीति से जुड़े कारणों की भी जांच की जाएगी। फिलहाल, पुलिस ने संदिग्धों से पूछताछ शुरू कर दी है और अन्य आवश्यक क़दम उठाए जा रहे हैं।