देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 92 वर्ष की आयु में गुरुवार को दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया। उनकी मृत्यु के बाद भारतीय राजनीति और समाज के विभिन्न क्षेत्रों से श्रद्धांजलि का तांता लगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, और अन्य प्रमुख नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस बीच, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मनमोहन सिंह की समाधि के लिए एक स्थायी स्थान देने की मांग की है।
मनमोहन सिंह का निधन: एक युग का अंत
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का निधन भारतीय राजनीति में एक युग के अंत का प्रतीक है। 2004 से 2014 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह को एक कुशल अर्थशास्त्री और शांत स्वभाव के नेता के रूप में जाना जाता है। उनका कार्यकाल भारत की अर्थव्यवस्था में ऐतिहासिक सुधारों और वैश्विक मंच पर भारत की स्थिति को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण था।
डॉ. मनमोहन सिंह के निधन की खबर से देशभर में शोक की लहर दौड़ गई। उनके योगदान को याद करते हुए नेता और आम जनता ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। मनमोहन सिंह का निधन एक अपूरणीय क्षति है, जिसने भारतीय राजनीति को शोक में डुबो दिया है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने दी प्रधानमंत्री मोदी से अपील
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया है कि मनमोहन सिंह के योगदान को याद रखने के लिए उनका समाधि स्थल बनाया जाए। खरगे ने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बात कर इस विषय में अपील की और एक पत्र भी लिखा।
खरगे ने कहा, “मनमोहन सिंह का योगदान भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था में अत्यधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने देश की दिशा को नया मोड़ दिया और लाखों लोगों की जिंदगी में बदलाव लाया। उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। मैं प्रधानमंत्री मोदी से अनुरोध करता हूं कि उनके सम्मान में एक स्थायी स्मारक स्थापित किया जाए, जो उनके योगदान को आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा के रूप में प्रस्तुत करे।”
शनिवार को होगा अंतिम संस्कार
मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार शनिवार (30 दिसंबर) को किया जाएगा। इससे पहले, उनका पार्थिव शरीर शनिवार की सुबह कांग्रेस दफ्तर में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। परिवार और पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए यह एक भावनात्मक क्षण होगा, जहां वे डॉ. सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
इससे पहले शुक्रवार को देश के कई प्रमुख नेताओं ने मनमोहन सिंह को उनके आवास पर श्रद्धांजलि दी। इनमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, और अन्य नेताओं ने शोक व्यक्त किया।
उनका पार्थिव शरीर तिरंगे में लपेटकर उनके आवास पर रखा गया, जहां फूलों से सजा ताबूत रखा गया था। इस मौके पर उनकी पत्नी गुरशरण कौर और परिवार के अन्य सदस्य भी मौजूद थे। नेताओं ने बिना किसी दलगत भेदभाव के दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि दी।
प्रधानमंत्री मोदी का श्रद्धांजलि संदेश: “उनका जीवन सिखाता है संघर्ष और समर्पण”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनका निधन राष्ट्र के लिए एक बड़ी क्षति है। पीएम मोदी ने एक वीडियो संदेश में कहा, “मनमोहन सिंह जी एक दयालु इंसान, विद्वान अर्थशास्त्री और आर्थिक सुधारों के जरिए देश को एक नए युग में ले जाने वाले नेता थे। उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।”
प्रधानमंत्री ने मनमोहन सिंह के जीवन को एक प्रेरणा स्रोत बताया और कहा, “मनमोहन सिंह का जीवन भविष्य की पीढ़ियों को यह सिखाता है कि कैसे विपरीत परिस्थितियों से ऊपर उठकर ऊंचाइयों को प्राप्त किया जा सकता है। उनका जीवन संघर्ष, समर्पण और शांति का प्रतीक था।”
उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह का भारत में विभाजन के दौरान अपने परिवार के साथ पाकिस्तान से भारत आना और इसके बाद एक ऐसे नेता के रूप में स्थापित होना जिन्होंने देश को नई दिशा दी, यह उनकी असाधारण संघर्ष की कहानी है। उनका योगदान आज भी भारत की विकास यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।