
पंजाब में नशाखोरी के खिलाफ जारी मुहिम एक बार फिर सियासी घमासान का केंद्र बन गई है। राज्य के वित्त मंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता हरपाल सिंह चीमा ने शनिवार को चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि दोनों दल मिलकर ड्रग माफिया और गैंगस्टरों को संरक्षण दे रहे हैं, और आम आदमी पार्टी की सरकार के खिलाफ साजिश रच रहे हैं। चीमा का कहना है कि झूठी एफआईआर, राजनीतिक दबाव और प्रशासनिक दुरुपयोग के जरिए विपक्षी दल AAP के ड्रग विरोधी अभियान को पटरी से उतारने की कोशिश कर रहे हैं।
कांग्रेस और बीजेपी मिलकर कर रहे हैं साजिश: चीमा
हरपाल चीमा ने प्रेस वार्ता में कहा, “कांग्रेस और बीजेपी दोनों मिलकर नशा माफिया को बचाने का काम कर रहे हैं। वे आप सरकार के ड्रग्स विरोधी अभियान को फेल करने के लिए झूठी एफआईआर दर्ज करवा रहे हैं।”
उन्होंने यह भी दावा किया कि विधानसभा का दो दिन का विशेष सत्र बुलाने के बाद घबराकर कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने चंडीगढ़ पुलिस में ऑनलाइन शिकायत दर्ज करवाई और 24 घंटे के भीतर खुद चीमा और AAP पंजाब अध्यक्ष अमन अरोड़ा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी गई।
“राजनीति से प्रेरित FIR दर्ज कर रही है चंडीगढ़ पुलिस”
चीमा ने चंडीगढ़ पुलिस पर भी सवाल खड़े किए और कहा कि यह संस्था अब राजनीतिक दबाव में काम कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि चंडीगढ़ प्रशासन—जो केंद्र सरकार और राज्यपाल के अधीन आता है—ने विपक्ष के इशारों पर काम करते हुए AAP नेताओं को निशाना बनाया है।
उन्होंने एक आधिकारिक हलफनामे का हवाला देते हुए बताया कि “15 मई 2024 तक चंडीगढ़ पुलिस के पास 7,067 शिकायतें लंबित थीं, जिनमें से कई गंभीर अपराधों से जुड़ी थीं, लेकिन इन मामलों को नजरअंदाज कर राजनीतिक दुश्मनी निकालने के लिए आप नेताओं पर झूठे केस दर्ज किए जा रहे हैं।”
“हम डरने वाले नहीं, सच बोलना बंद नहीं करेंगे”
चुनौतीपूर्ण लहजे में चीमा ने कहा कि आम आदमी पार्टी नेताओं को डराने या चुप कराने की ये चालें काम नहीं आएंगी। “हम कानून का पालन करते हैं, अदालतों का सामना करने के लिए तैयार हैं। लेकिन हम सच बोलना नहीं छोड़ेंगे।” चीमा ने आगे कहा कि जो लोग असली अपराधियों की तरफ आंखें मूंदे बैठे हैं, वे अब लोकतंत्र के असली प्रहरी बनने का नाटक कर रहे हैं।
“2017 से ही हमारा मुख्य मुद्दा रहा है नशाखोरी के खिलाफ लड़ाई”
हरपाल चीमा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान याद दिलाया कि AAP ने जब 2017 में पहली बार पंजाब में चुनाव लड़ा, तब नशाखोरी, बेरोजगारी और कृषि संकट प्रमुख मुद्दे थे। उन्होंने कहा कि आप की पहली प्राथमिकता हमेशा से नशे के नेटवर्क को तोड़ना रही है।
उन्होंने कहा,“हमने 2017 में नारा दिया था—’नशे से आज़ादी’। उस वक्त खुद राहुल गांधी ने कहा था कि पंजाब के 70% युवा नशे की चपेट में हैं और इसके लिए अकाली-बीजेपी गठजोड़ जिम्मेदार है। अब जब हम इस नेटवर्क को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, तो वही लोग हम पर झूठे केस दर्ज करवा रहे हैं।”
“ड्रग नेटवर्क के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की जा रही है”
वित्त मंत्री ने दावा किया कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने पंजाब में सत्ता में आने के बाद गैंगस्टरों और नशा माफियाओं पर सबसे सख्त कार्रवाई की है। उन्होंने बताया कि हजारों किलो ड्रग्स जब्त किए गए हैं, हजारों तस्करों को गिरफ्तार किया गया, सीमा पार से आने वाले नशे के रास्तों पर नज़र रखी जा रही है, कई पुलिस अफसरों की भूमिका की जांच भी की जा रही है
उन्होंने कहा कि यह अभियान चलाने से कई ताकतवर लोगों को तकलीफ हो रही है, जिनके राजनीतिक संपर्क और स्वार्थ अब उजागर हो रहे हैं।
“कांग्रेस और बीजेपी के पास कोई मुद्दा नहीं बचा”
चीमा ने कहा कि विपक्ष के पास अब कोई ठोस मुद्दा नहीं है, इसलिए वे झूठे आरोपों और एफआईआर के जरिए AAP नेताओं की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। “कांग्रेस और बीजेपी को यह डर है कि अगर AAP की यह मुहिम कामयाब हो गई, तो उनके परंपरागत वोट बैंक खत्म हो जाएंगे। इसलिए वे साजिशें रच रहे हैं।”
“चंडीगढ़ पुलिस को तुरंत जांच बंद करनी चाहिए”
चीमा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भी मांग की कि चंडीगढ़ पुलिस को उनके और अमन अरोड़ा के खिलाफ दर्ज एफआईआर की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करनी चाहिए या उसे वापस लिया जाना चाहिए। “कानून का मजाक न बनाएं। सच्चाई को कुचलने के लिए जांच एजेंसियों का दुरुपयोग न करें,” उन्होंने चेतावनी दी।