
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट से हवाई संपर्क व्यवस्था में बड़ा विस्तार होने जा रहा है। देहरादून एयरपोर्ट जल्द ही एशिया के सबसे बड़े जेवर एयरपोर्ट (नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट) और नवी मुंबई एयरपोर्ट से सीधा हवाई संपर्क प्राप्त करेगा। इसके साथ ही एयर इंडिया एक्सप्रेस पहली बार देहरादून से तीन प्रमुख शहरों के लिए नियमित उड़ानें शुरू करने जा रही है। इस फैसले से न केवल यात्रियों को अधिक विकल्प मिलेंगे बल्कि उत्तराखंड की कनेक्टिविटी में ऐतिहासिक सुधार आएगा।
देहरादून से जेवर और नवी मुंबई की पहली उड़ानें
अब तक देहरादून एयरपोर्ट देश के प्रमुख मेट्रो शहरों से जुड़ा हुआ था, लेकिन जेवर और नवी मुंबई जैसे नए और बड़े एयरपोर्ट से इसकी सीधी कनेक्टिविटी नहीं थी। विमानन कंपनियों द्वारा शीतकालीन (विंटर) शेड्यूल के लिए दिए गए प्रस्तावों में इंडिगो और एयर इंडिया एक्सप्रेस ने नई उड़ानों की पेशकश की है।
इंडिगो एयरलाइंस देहरादून से जेवर एयरपोर्ट के लिए पहली बार 180 सीटर विमान सेवा शुरू करेगी। यह कनेक्टिविटी खासतौर पर उत्तर प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों और दिल्ली-एनसीआर के यात्रियों के लिए बेहद सुविधाजनक साबित होगी।
एयर इंडिया एक्सप्रेस की एंट्री: तीन नई उड़ानें
देहरादून एयरपोर्ट से एयर इंडिया एक्सप्रेस पहली बार अपने 180 सीटर विमानों के साथ सेवाएं शुरू करेगी। कंपनी ने शीतकालीन शेड्यूल के लिए जिन शहरों का चयन किया है, बंगलूरू, अहमदाबाद, नवी मुंबई
बंगलूरू और अहमदाबाद के लिए पहले से भी उड़ानें उपलब्ध थीं, लेकिन एयर इंडिया एक्सप्रेस का प्रवेश प्रतिस्पर्धा को बढ़ाएगा और यात्रियों को कम कीमत पर यात्रा के विकल्प मिल सकेंगे। नवी मुंबई के लिए यह पहली सीधी उड़ान होगी, जिससे देहरादून की कनेक्टिविटी पश्चिम भारत के इस बड़े कारोबारी हब से मजबूत होगी।
डीजीसीए की मंजूरी बाकी, उड़ानें जल्द शुरू होंगी
इन सभी उड़ानों के लिए अभी नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) से मंजूरी प्राप्त होना बाकी है। अनुमति मिलते ही एयरलाइंस टिकटों की बिक्री शुरू कर देंगी और स्टाफ तैनाती की प्रक्रिया भी आगे बढ़ेगी। एयर इंडिया एक्सप्रेस की यह नई पहल देश के छोटे और मझोले शहरों के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है, जहां अब तक सीमित विमान सेवाएं उपलब्ध थीं। कंपनी की रणनीति साफ है — टियर 2 और टियर 3 शहरों को बड़े मेट्रो और व्यावसायिक केंद्रों से जोड़ना।
दोनों नए एयरपोर्ट का आगाज़ — जेवर और नवी मुंबई
नोएडा स्थित जेवर एयरपोर्ट, जिसे आधिकारिक रूप से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नाम से जाना जाता है, और मुंबई का नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट — दोनों ही देश के सबसे महत्वाकांक्षी एविएशन प्रोजेक्ट्स हैं।
- जेवर एयरपोर्ट से 29 सितंबर 2025 से उड़ानें शुरू करने की योजना है।
- नवी मुंबई एयरपोर्ट से उड़ानों की शुरुआत 30 सितंबर 2025 से प्रस्तावित है।
शुरुआती चरण में दोनों एयरपोर्ट से केवल घरेलू उड़ानें शुरू होंगी, लेकिन अगले चरणों में अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी जोड़ी जाएंगी। इन दोनों एयरपोर्ट के शुरू होने से दिल्ली और मुंबई के मौजूदा एयरपोर्ट्स पर यात्री भार कम होगा, जिससे संचालन में गति और सुविधा बढ़ेगी।
देहरादून एयरपोर्ट: तेजी से बदलता परिदृश्य
वर्तमान में देहरादून एयरपोर्ट से चार प्रमुख एयरलाइंस — इंडिगो, एयर इंडिया, स्पाइसजेट और एलायंस एयर — मिलकर प्रतिदिन 12 से अधिक उड़ानें संचालित करती हैं। अब एयर इंडिया एक्सप्रेस पांचवीं कंपनी होगी, जो इस हवाई अड्डे से अपनी सेवाएं देगी। यह विस्तार केवल संख्या में नहीं, बल्कि गुणवत्ता और कनेक्टिविटी के लिहाज से भी अहम है। विशेष रूप से नवी मुंबई और जेवर जैसे आधुनिक एयरपोर्ट्स से जुड़ाव से यात्रियों को बेहतर ट्रांजिट सुविधाएं और वैश्विक उड़ानों का कनेक्शन मिल सकेगा।
विंटर शेड्यूल में देहरादून की हवाई तस्वीर बदलेगी
अक्टूबर के अंत में देहरादून एयरपोर्ट पर विंटर शेड्यूल लागू होता है। यह वह समय होता है जब पर्यटन, पर्वतीय यात्रा और धार्मिक यात्राओं में वृद्धि होती है। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा और विंटर टूरिज्म की वजह से उड़ानों की मांग चरम पर होती है। इस सीजन के लिए एयरलाइनों ने एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) को अपने प्रस्ताव भेजे हैं, जिन पर अंतिम अनुमोदन बाकी है।
विंटर शेड्यूल में देहरादून से जेवर और नवी मुंबई को जोड़ने वाली ये उड़ानें उस मांग को पूरा करने में मदद करेंगी। यह कदम न केवल पर्यटन को बढ़ावा देगा बल्कि राज्य की आर्थिक गतिविधियों को भी गति देगा।