देहरादून के ओएनजीसी चौक के पास सोमवार रात एक दर्दनाक सड़क हादसे में छह युवकों और युवतियों की जान चली गई। हादसा इतना भीषण था कि घटनास्थल पर खून से सनी सड़क और क्षतिग्रस्त वाहनों के दृश्य ने सभी को हैरान कर दिया। मृतकों में तीन युवतियां और तीन युवक शामिल हैं, जिनकी उम्र 18 से 24 साल के बीच थी। सभी मृतक देहरादून और आसपास के शहरों के प्रतिष्ठित संस्थानों में पढ़ाई कर रहे थे।
हादसा: एक कंटेनर और इनोवा कार की टक्कर
यह हादसा सोमवार रात लगभग 10 बजे हुआ, जब एक तेज रफ्तार इनोवा कार ने एक खड़े कंटेनर को टक्कर मार दी। घटना के समय कंटेनर बिना चालक और बिना नंबर प्लेट के खड़ा था। इस गंभीर दुर्घटना में इनोवा कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई और उसमें सवार छह लोग मौके पर ही जान गंवा बैठे, जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया।
स्थानीय पुलिस और आपातकालीन सेवाएं मौके पर पहुंचीं और मृतकों को मोर्चरी भेजा, जबकि घायल को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।
मृतकों की पहचान
हादसे में मृतकों की पहचान करते हुए पुलिस ने उनके नामों की घोषणा की। मृतकों में निम्नलिखित लोग शामिल हैं:
- कुणाल कुकरेजा (23) – पुत्र जसवीर कुकरेजा, निवासी राजेंद्र नगर, देहरादून। मूल निवासी चंबा, हिमाचल प्रदेश।
- गुनीत (19) – पुत्री तेज प्रकाश सिंह, निवासी साई लोक, जीएमएस रोड, देहरादून।
- नव्या गोयल (23) – पुत्री पल्लव गोयल, निवासी आनंद चौक, तिलक रोड, देहरादून।
- अतुल अग्रवाल (24) – पुत्र सुनील अग्रवाल, निवासी कालिदास रोड, देहरादून।
- कामाक्षी (20) – पुत्री तुषार सिंघल, निवासी कावली रोड, देहरादून।
- ऋषभ जैन (24) – पुत्र तरुण जैन, निवासी राजपुर रोड, देहरादून।
घायल: सिद्धेश अग्रवाल (25)
हादसे में एक और व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया है, जिसका नाम सिद्धेश अग्रवाल है। वह 25 साल का है और राजपुर रोड स्थित आसियाना शोरूम के पास अपने परिवार के साथ रहता है। फिलहाल, सिद्धेश अस्पताल में इलाज करा रहा है और उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
हादसे की गंभीरता
हादसे की सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस, फायर ब्रिगेड और एम्बुलेंस सेवा के कर्मचारी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे। कंटेनर के पीछे से इनोवा कार टकराई थी, और कार में सवार लोग बुरी तरह से घायल हो गए थे। कार पूरी तरह से पिचक गई थी, जिससे शवों को बाहर निकालने के लिए क्रेन का इस्तेमाल करना पड़ा। घटना इतनी भयावह थी कि घटनास्थल पर खून बहता हुआ देखा गया, जिससे हर कोई दहशत में था।
स्थानीय पुलिस अधिकारियों के अनुसार, कंटेनर के चालक की पहचान नहीं हो पाई है क्योंकि वह घटनास्थल से फरार हो चुका था। कंटेनर भी बिना नंबर प्लेट के था, जो अब एक जांच का मामला बन गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और यह भी पता करने की कोशिश कर रही है कि कंटेनर वहां क्यों खड़ा था और दुर्घटना के समय उसका चालक कहां था।
हादसे के बाद का माहौल
इस हादसे के बाद देहरादून में शोक की लहर दौड़ गई है। मृतक सभी युवा थे, जो अपने जीवन के सुनहरे दिन बिता रहे थे। उनके परिवार और दोस्तों के लिए यह समय अत्यंत दुखद है। स्थानीय निवासियों और उनके सहपाठियों ने मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है और हादसे के कारणों की जांच की मांग की है।
देहरादून के प्रतिष्ठित संस्थानों में पढ़ने वाले इन युवाओं की आकस्मिक मौत ने इलाके को गहरे सदमे में डाल दिया है। सभी मृतक अच्छी और उज्जवल भविष्य की ओर बढ़ रहे थे, लेकिन इस हादसे ने उनके परिवारों और समुदायों को अपूरणीय क्षति पहुंचाई है।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
देहरादून पुलिस ने हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस घटना में कंटेनर का चालक दुर्घटना के समय घटनास्थल से फरार हो गया था और अब उसकी तलाश की जा रही है। साथ ही, पुलिस यह भी जांच रही है कि क्या यह दुर्घटना किसी अन्य कारण से हुई है, जैसे कि गाड़ी की रफ्तार, ब्रेक फेल होना या ड्राइवर की लापरवाही।
दूसरी ओर, दुर्घटना स्थल पर जमा हुए स्थानीय लोगों ने भी बताया कि यह स्थान अक्सर दुर्घटनाओं का शिकार होता है, क्योंकि यह एक व्यस्त चौक है और सड़क पर गाड़ियों की तेज रफ्तार अक्सर हादसों का कारण बनती है।
परिवारों को सरकार से मदद की अपील
हादसे में मारे गए युवाओं के परिवारों ने सरकार से मदद की अपील की है। परिवारों का कहना है कि इस प्रकार के हादसों को रोकने के लिए सड़क सुरक्षा के उपायों को सख्ती से लागू किया जाना चाहिए। साथ ही, हादसे के बाद घायल हुए सिद्धेश अग्रवाल के इलाज के लिए भी पर्याप्त सहायता की मांग की जा रही है।