
दिल्ली: दिल्ली की आतिशी सरकार ने सार्वजनिक परिवहन में सुरक्षा बढ़ाने के लिए बस मार्शल्स की नियुक्ति को लेकर एक महत्वपूर्ण कैबिनेट नोट पास किया है। इस नोट में तुरंत मार्शल्स को बहाल करने की मांग की गई है। आम आदमी पार्टी (आप) ने इस मुद्दे को लेकर तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि वह बस मार्शल्स की बहाली के लिए किसी भी हद तक जाएगी।
आम आदमी पार्टी की पहल
आम आदमी पार्टी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक बयान जारी करते हुए कहा, “बस मार्शलों की बहाली के लिए हम किसी भी हद तक जाएंगे।” इस दौरान, पार्टी ने पिछले कुछ दिनों में हुए घटनाक्रम का उल्लेख किया, जिसमें बताया गया कि जब बीजेपी के विधायक एलजी हाउस जाने से भाग रहे थे, तो आप के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने उन्हें पकड़कर रोका। उन्होंने कहा, “कठिन संघर्ष के बाद आखिरकार बीजेपी के विधायकों को एलजी हाउस ले जाया गया।”
बैठक में चर्चा
इस बीच, दिल्ली सचिवालय में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें सीएम आतिशी और दिल्ली सरकार के मंत्रियों के साथ-साथ बीजेपी विधायकों की भी उपस्थिति रही। इस बैठक में बस मार्शल्स के मुद्दे पर गहन चर्चा की गई। सीएम आतिशी ने बैठक में कहा कि मार्शल्स की नियुक्ति के लिए कैबिनेट नोट लाया जाएगा।
‘बीजेपी विधायक क्यों नहीं आए एलजी के पास?’
बैठक के दौरान, बस मार्शल्स ने बीजेपी विधायक विजेंद्र गुप्ता से सवाल किया कि वे एलजी के पास प्रस्तावित मीटिंग के लिए क्यों नहीं आए। इस पर सीएम आतिशी ने स्पष्ट किया कि पूरी कैबिनेट बैठक में थी और अभी मीटिंग में ही मार्शल्स की नियुक्ति के लिए कैबिनेट नोट लाया जाएगा।
एलजी के पास गेंद
सीएम आतिशी ने आगे कहा कि “बीजेपी डेलीगेशन ने कल समय मांगा था, जिसे मैंने दिया। आज सुबह साढ़े दस बजे से मीटिंग हुई। नियुक्ति के सारे अधिकार एलजी के पास हैं।” उन्होंने बताया कि निर्णय लेने के लिए पूरी तैयारी की गई है, लेकिन अंत में यह बीजेपी पर निर्भर करेगा कि वह एलजी से क्या कहती है। “हमने इमरजेंसी मीटिंग भी बुलाई और कैबिनेट नोट भी बनाया। मुश्किल से बीजेपी के विधायक एलजी के पास हमारे साथ पहुंचे, लेकिन किसी ने भी एलजी से कुछ नहीं कहा,” उन्होंने कहा।
मार्शल्स की भूमिका
बस मार्शल्स का कार्य सार्वजनिक परिवहन में सुरक्षा सुनिश्चित करना और यात्रियों को सुरक्षित यात्रा प्रदान करना है। पिछले कुछ समय से दिल्ली में महिला यात्रियों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई जा रही है। ऐसे में बस मार्शल्स की बहाली को लेकर उठाए गए कदम न केवल सुरक्षा को बढ़ावा देंगे, बल्कि दिल्ली सरकार की प्रतिबद्धता को भी दर्शाएंगे।
विवाद और राजनीति
इस मुद्दे पर राजनीतिक विवाद भी उभरा है। आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। आप के नेता यह दावा कर रहे हैं कि बीजेपी इस मुद्दे को लेकर राजनीति कर रही है और सुरक्षा के मुद्दे को गंभीरता से नहीं ले रही है।