नई दिल्ली विधानसभा सीट हमेशा से ही एक हाई-प्रोफाइल सीट रही है, और इस बार भी यहां पर मुकाबला तगड़ा है। कुल 29 उम्मीदवारों ने यहां पर 40 नामांकन पर्चे भरे हैं। इस सीट से प्रमुख उम्मीदवार हैं – आम आदमी पार्टी (आप) के अरविंद केजरीवाल, भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के प्रवेश वर्मा और कांग्रेस के संदीप दीक्षित। अरविंद केजरीवाल की उपस्थिति इस सीट को और भी महत्वपूर्ण बना रही है, क्योंकि वह दिल्ली के मुख्यमंत्री रहे हैं और इस सीट को लेकर हमेशा चर्चा में बने रहते हैं।
आप के केजरीवाल, भाजपा के वर्मा और कांग्रेस के दीक्षित के बीच होने वाला मुकाबला राजनीतिक दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि यह सीट न केवल चुनावी दृष्टि से बल्कि दिल्ली की राजनीति के भविष्य को प्रभावित करने वाली हो सकती है। इस सीट पर चुनावी प्रचार-प्रसार भी चरम सीमा पर पहुंच चुका है, और पार्टी नेताओं द्वारा यहां विशेष ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
कस्तूरबा नगर और कालकाजी में तगड़ा मुकाबला
कस्तूरबा नगर सीट पर छह उम्मीदवारों ने नौ नामांकन पर्चे भरे हैं। इस सीट से आप से रमेश पहलवान, भाजपा से नीरज बसोया और कांग्रेस से अभिषेक दत्त मैदान में हैं। इस सीट पर भी मुकाबला कड़ा होगा, और हर पार्टी अपने उम्मीदवार के पक्ष में प्रचार तेज कर रही है।
इसके अलावा, कालकाजी सीट पर भी रोचक मुकाबला हो रहा है। यहां पर 18 उम्मीदवारों ने 28 नामांकन पर्चे भरे हैं। इस सीट से आप की दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी, भाजपा के रमेश बिधूड़ी और कांग्रेस की अल्का लांबा मैदान में हैं। कालकाजी सीट पर यह मुकाबला विशेष रूप से दिलचस्प है, क्योंकि आतिशी की राजनीति में प्रमुख भूमिका रही है, और भाजपा तथा कांग्रेस के उम्मीदवारों का मुकाबला भी इस सीट पर बेहद तगड़ा होगा।
अन्य प्रमुख सीटों पर उम्मीदवारों की बड़ी संख्या
इसके अलावा, बल्लीमारान सीट पर 12 उम्मीदवारों ने 16 नामांकन पर्चे भरे हैं। यहां पर आप के कैबिनेट मंत्री इमरान हुसैन, कांग्रेस के हारुन यूसुफ और भाजपा के कमल बागड़ी उम्मीदवार हैं। ग्रेटर कैलाश सीट पर भी 10 उम्मीदवारों ने 15 नामांकन फार्म भरे हैं। इस सीट से आप के सौरभ भारद्वाज, भाजपा की शिखा राय और कांग्रेस के गर्वित सिंघवी के बीच तगड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा।
पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की सीट जंगपुरा पर 12 उम्मीदवारों ने 19 नामांकन पर्चे भरे हैं। इस सीट से मनीष सिसोदिया, भाजपा के तरविंदर सिंह मारवाह और कांग्रेस के फरहाद सूरी चुनावी मैदान में हैं। बाबरपुर सीट पर 16 उम्मीदवारों ने 26 नामांकन पर्चे भरे हैं, जहां आप के मंत्री गोपाल राय, भाजपा के अनिल वशिष्ठ और कांग्रेस के हाजी मोहम्मद इशराक खान चुनावी मैदान में हैं।
सुल्तानपुर माजरा सीट पर 15 उम्मीदवारों ने 19 नामांकन पर्चे भरे हैं। इस सीट पर आप के कैबिनेट मंत्री मुकेश अहलावत, कांग्रेस के जय किशन और भाजपा के कर्म सिंह कर्मा के बीच मुकाबला होगा। शकूरबस्ती सीट पर 11 उम्मीदवारों ने 20 नामांकन पर्चे भरे हैं। यहां से आप के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, भाजपा के करनैल सिंह और कांग्रेस के सतीश लथूरा चुनावी मैदान में हैं। पटपड़गंज सीट पर भी 11 उम्मीदवारों ने 20 नामांकन पर्चे भरे हैं, जहां आप के अवध ओझा, भाजपा के रविंदर सिंह नेगी और कांग्रेस के अनिल चौधरी के बीच मुकाबला होगा।
नामांकन प्रक्रिया की अहमियत और भविष्यवाणी
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया के पूरा होने के बाद अब चुनावी अभियान पूरी गति से चलने के लिए तैयार है। उम्मीदवारों की भारी संख्या और विभिन्न सीटों पर मुकाबला सख्त होने की वजह से यह चुनाव और भी रोचक हो गया है। राजनीतिक विश्लेषक यह मानते हैं कि इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में हर पार्टी को हर सीट पर कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा।
साथ ही, नामांकन पर्चों की संख्या से यह भी साफ है कि दिल्ली की जनता इस चुनाव को लेकर गंभीर है और पार्टियां भी इस चुनाव को जीतने के लिए पूरी तरह से तैयारी कर रही हैं। अरविंद केजरीवाल और अन्य प्रमुख नेताओं की सक्रियता, उनके प्रचार-प्रसार की गति, और चुनावी रणनीतियां यह तय करेंगी कि इस बार दिल्ली में किस पार्टी की सरकार बनेगी।
निष्कर्ष
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की नामांकन प्रक्रिया पूरी हो गई है, और अब उम्मीदवारों की संख्या देखकर यह साफ है कि चुनाव इस बार पहले से कहीं ज्यादा दिलचस्प और चुनौतीपूर्ण होने जा रहे हैं। नई दिल्ली, कस्तूरबा नगर, कालकाजी, बल्लीमारान जैसी प्रमुख सीटों पर हो रहे मुकाबले से यह सुनिश्चित है कि दिल्ली की राजनीति में बदलाव देखने को मिल सकता है। जनता के पास अब सही उम्मीदवार चुनने का मौका होगा, जो उनके भविष्य और राजधानी के विकास में मददगार साबित होगा।