
दिल्ली में विधानसभा चुनावों की सरगर्मियां अब पूरी तरह से तेज हो चुकी हैं। दिल्ली बीजेपी ने शनिवार, 25 जनवरी 2025 को अपना संकल्प पत्र का तीसरा हिस्सा जारी किया, जिसे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लॉन्च किया। इस दौरान अमित शाह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी (AAP) पर कई गंभीर आरोप लगाए। वहीं अरविंद केजरीवाल ने संकल्प पत्र पर हमला करते हुए बीजेपी को निशाने पर लिया और कहा कि उनके पास दिल्ली की समस्याओं का कोई समाधान नहीं है।
इस मुद्दे पर बयानबाजी के बीच दिल्ली के चुनावी माहौल में नया मोड़ आ गया है। जहां एक ओर बीजेपी अपनी योजना और संकल्पों को प्रस्तुत कर रही है, वहीं दूसरी ओर केजरीवाल और उनकी पार्टी ने बीजेपी की नीतियों और वादों पर सवाल उठाए हैं।
बीजेपी का संकल्प पत्र: क्या है नए वादे?
बीजेपी ने शनिवार को अपने संकल्प पत्र का तीसरा हिस्सा जारी किया, जिसमें दिल्ली में विकास और जनहित में किए जाने वाले कई महत्वपूर्ण कार्यों का जिक्र किया गया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस संकल्प पत्र के महत्व को बताते हुए कहा कि बीजेपी दिल्ली में अपने शासन के दौरान शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष ध्यान देगी।
अमित शाह ने इस दौरान दिल्ली में पब्लिक ट्रांसपोर्ट, बुनियादी सेवाओं के सुधार, और रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने का वादा किया। इसके अलावा, उन्होंने दिल्ली की जनता को यह भरोसा दिलाया कि बीजेपी राज्य के विकास के लिए नए प्रोजेक्ट्स और योजनाओं पर काम करेगी।
बीजेपी का संकल्प पत्र दिल्ली के नागरिकों के लिए समर्पित किया गया है, जिसमें उनकी जीवनशैली और बुनियादी जरूरतों को प्राथमिकता दी जाएगी। शाह ने इस दौरान दिल्ली के नागरिकों से बीजेपी की योजनाओं को समर्थन देने की अपील की और भरोसा जताया कि पार्टी चुनावों में जीत हासिल करेगी।
अरविंद केजरीवाल का पलटवार: बीजेपी के पास कोई योजना नहीं
बीजेपी के संकल्प पत्र जारी करने के बाद आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया पर तीखा हमला किया। उन्होंने ट्विटर (अब एक्स) पर लिखा, “आज अमित शाह जी दिल्ली आए और मुझे गालियां देकर चले गए। क्या गालियों से दिल्ली का विकास होगा? इनके पास दिल्ली के लिए ना कोई प्लान है, ना कोई विजन। अरे, और कुछ नहीं तो जो सुविधाएं हम दे रहे हैं, उन्हें ही रिपीट कर देते? बीजेपी सरेंडर कर चुकी है। बीजेपी का चुनाव खत्म हो गया।”
केजरीवाल ने बीजेपी के वादों पर भी सवाल उठाया और यह दावा किया कि बीजेपी की ओर से दिल्ली के लिए कोई ठोस योजना नहीं दी गई है। उनका कहना था कि बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में वही बातें दोहराई हैं, जो पहले की जा चुकी हैं, और यह साबित करता है कि बीजेपी के पास दिल्ली के विकास के लिए कोई नई सोच नहीं है।
अमित शाह का अरविंद केजरीवाल पर हमला
वहीं, संकल्प पत्र के लॉन्च के बाद अमित शाह ने अरविंद केजरीवाल पर भी हमला किया। केंद्रीय गृह मंत्री ने केजरीवाल के 10 साल के कार्यकाल को आलोचना करते हुए कहा, “केजरीवाल ने 10 साल तक दिल्ली की जनता से कई वादे किए, लेकिन उन वादों को कभी पूरा नहीं किया।”
अमित शाह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि केजरीवाल ने दिल्ली को दलित उपमुख्यमंत्री देने का वादा किया था, लेकिन जब अवसर आया तो उन्होंने ऐसा नहीं किया। शाह ने इसे केजरीवाल की दोहरी नीति और असफल नेतृत्व का उदाहरण बताया।
इस दौरान अमित शाह ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए, जिसमें शराब नीति घोटाला, जल बोर्ड घोटाला, राशन कार्ड घोटाला, डीटीसी बस घोटाला, क्लास रूम घोटाला, पैनिक बटन घोटाला, शीश महल घोटाला, फर्जी टेस्ट घोटाला, और टैंकर माफिया के नाम पर घोटाले का जिक्र किया। अमित शाह ने इन आरोपों को गंभीर बताते हुए कहा कि केजरीवाल और उनकी सरकार ने इन घोटालों के माध्यम से जनता का विश्वास तोड़ा है और उनका ध्यान सिर्फ अपनी राजनीति और निजी लाभों पर केंद्रित था।
शाह ने यह भी कहा कि इन घोटालों के बावजूद, केजरीवाल दिल्ली की जनता को सही तरीके से सेवा देने में असफल रहे हैं और उनका शासन भ्रष्टाचार से भरा हुआ है।