
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के तहत धराली गांव के आपदा प्रभावित परिवारों को तत्काल राहत पहुंचाने के लिए 5-5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि का वितरण सोमवार को शुरू कर दिया गया। उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में हाल ही में हुई प्राकृतिक आपदा ने कई परिवारों को बुरी तरह प्रभावित किया था। प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पीड़ितों को सहायता राशि वितरित की और यह संदेश दिया कि राज्य सरकार हर संकट की घड़ी में जनता के साथ खड़ी है।
जिलाधिकारी प्रशांत आर्य और गंगोत्री क्षेत्रीय विधायक सुरेश चौहान स्वयं धराली गांव पहुंचे और उन्होंने प्रभावितों को चेक सौंपे। इस दौरान 98 प्रभावित परिवारों के लिए सहायता राशि के चेक मौके पर वितरित किए गए। मौके पर ग्रामीणों में राहत की भावना दिखी और उन्होंने शासन-प्रशासन का आभार जताया।
मुख्यमंत्री धामी की त्वरित संवेदनशीलता
गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व धराली गांव और उसके आसपास के क्षेत्रों में भूस्खलन और भारी वर्षा के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था। कई घर ध्वस्त हो गए, खेत नष्ट हो गए और कई परिवारों को अपना घर छोड़ना पड़ा। इन परिस्थितियों में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तुरंत अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रभावितों को तत्काल राहत पहुंचाई जाए और किसी भी जरूरतमंद को सहायता देने में कोई देरी न हो।
सीएम धामी ने स्पष्ट कहा था कि “सरकार पीड़ितों के साथ खड़ी है और किसी को भी अकेला महसूस नहीं करने दिया जाएगा। इस मुश्किल घड़ी में राज्य सरकार की प्राथमिकता पीड़ितों की सुरक्षा और पुनर्वास है।”
राहत शिविरों में हुई प्रशासन की सक्रिय भागीदारी
धराली गांव में बनाए गए राहत शिविरों में जिलाधिकारी प्रशांत आर्य, विधायक सुरेश चौहान और गढ़वाल समन्वयक किशोर भट्ट ने सोमवार को प्रभावितों के साथ बैठकर भोजन किया। यह एक प्रतीकात्मक लेकिन प्रभावशाली संदेश था कि प्रशासन सिर्फ निर्देश देने तक सीमित नहीं है, बल्कि ज़मीन पर जाकर पीड़ितों के दुःख में शरीक भी हो रहा है।
जिलाधिकारी ने कहा कि राहत शिविरों में प्रभावितों के रहने, खाने और चिकित्सा सहायता की पूरी व्यवस्था की गई है। साफ-सफाई, शुद्ध पेयजल, दवाइयों की उपलब्धता और मानसिक परामर्श जैसी सेवाओं को भी प्राथमिकता दी जा रही है। प्रशासन की पूरी टीम लगातार निगरानी कर रही है ताकि किसी भी तरह की असुविधा न हो।
गंगोत्री विधायक ने किया भरोसा
गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान ने कहा कि यह आपदा अप्रत्याशित और दुखद थी, लेकिन सरकार ने जितनी तेजी से प्रतिक्रिया दी, वह सराहनीय है। उन्होंने कहा, “राज्य सरकार ने जो त्वरित निर्णय लिए, उनकी वजह से आज धराली के पीड़ित परिवारों को कुछ राहत मिल सकी है। हम यहीं नहीं रुकेंगे — पुनर्वास, पुनर्निर्माण और स्थायी समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे।” उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि जो परिवार पूरी तरह से विस्थापित हो चुके हैं, उनके लिए वैकल्पिक आवास की व्यवस्था की जा रही है और इसके लिए आवश्यक भूमि चिन्हित की जा रही है।
98 प्रभावित परिवारों को मिला आर्थिक संबल
धराली गांव के 98 परिवारों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 5-5 लाख रुपये की सहायता राशि दी गई। यह राशि सीधे प्रभावित परिवारों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जा रही है। जिनके पास बैंक खाता नहीं है, उनके लिए शिविर में ही बैंक सहायता काउंटर बनाए गए हैं ताकि खाता खुलवाने और राशि प्राप्त करने की प्रक्रिया को त्वरित बनाया जा सके।
जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने बताया कि आगे भी यदि किसी नए प्रभावित की पहचान होती है, तो उसे भी सहायता देने में कोई देरी नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा, “यह केवल एक शुरुआत है। आने वाले दिनों में पुनर्वास और संरचनात्मक सुधार पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा।”