
पंजाब में राज्यसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (आप) के 10 विधायकों के जाली हस्ताक्षर कर नामांकन दाखिल करने के मामले में पंजाब पुलिस ने आरोपी नवीन चतुर्वेदी को गिरफ्तार कर लिया है। पंजाब पुलिस सेक्टर-3 पुलिस स्टेशन में पिछले 24 घंटे से डेरा डाले हुई थी। बुधवार रात लगभग 8.15 बजे पंजाब पुलिस ने आरोपी नवीन को चंडीगढ़ पुलिस से अपनी हिरासत में लिया है और उसे रोपड़ लेकर निकल गई है।
मंगलवार से ही आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर पंजाब और चंडीगढ़ पुलिस के बीच हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला था। सूत्रों की मानें तो तल्खी इतनी बढ़ गई पुलिसकर्मियों ने एक-दूसरे पर पिस्तौल तान दी। इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष ने आरोपी नवनीत चतुर्वेदी का नामांकन भी रद्द कर दिया, जिसके खिलाफ वह हाईकोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं। अब 24 अक्तूबर को होने वाले चुनाव के लिए सिर्फ दो उम्मीदवार मैदान में रह गए हैं। इनमें आप के उम्मीदवार राजिंदर गुप्ता और कवरिंग कैंडिडेट के तौर पर उनकी पत्नी मधु हैं। मधु बुधवार को नामांकन वापस ले सकती हैं।
नामांकन दाखिल करने वाले जयपुर के नवनीत चतुर्वेदी को गिरफ्तार करने के लिए रोपड़ के एसपी और डीएसपी चंडीगढ़ पहुंचे लेकिन चंडीगढ़ पुलिस ने नवनीत को सुरक्षा दे रखी थी, इस वजह से उसे गिरफ्तार नहीं करने दिया। सेक्टर-3 थाना के एसएचओ इंस्पेक्टर नरेंद्र पटियाल और रोपड़ के एसपी के बीच सुखना झील के पास जमकर नोकझोंक, बहस और झड़प देखने को मिली। एसएचओ पटियाल आरोपी को लेकर गाड़ी में बैठे रहे और उनकी गाड़ी को पंजाब पुलिस के जवानों ने घेरा हुआ था। इसकी सूचना पाते ही चंडीगढ़ की एसएसपी कंवरदीप कौर मौके पर पहुंचीं और नवनीत चतुर्वेदी को हेडक्वार्टर ले गईं। इसके बाद दोबारा नवनीत को सेक्टर-3 पुलिस स्टेशन में लाया गया।
जान को खतरा बताकर मांगी थी सुरक्षा
नवनीत ने नामांकन दाखिल करने के बाद 13 अक्तूबर को चंडीगढ़ पुलिस को एक पत्र लिखकर खुद की जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की थी। कहा था कि जब तक राज्यसभा चुनाव नहीं हो जाते उन्हें सुरक्षा प्रदान की जाए। पंजाब सरकार उनके फोन टैप कर रही है और उनकी हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। उनके ऊपर जानलेवा हमला भी हो सकता है। इसी वजह से चंडीगढ़ पुलिस ने नवनीत को पंजाब पुलिस के हवाले नहीं किया।