
पंजाब के कपूरथला जिले के ढिलवां क्षेत्र में मंगलवार सुबह एक नाटकीय मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने दो कुख्यात बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। गोलीबारी के दौरान दोनों आरोपी गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें सिविल अस्पताल कपूरथला के आपातकालीन वार्ड में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने इनके कब्जे से दो पिस्तौल, तीन कारतूस और एक बिना नंबर प्लेट वाली बाइक बरामद की है। एसएसपी कपूरथला गौरव तूरा ने इसकी पुष्टि की है।
मुठभेड़ की पृष्ठभूमि
मंगलवार की सुबह ढिलवां मंड इलाके में उस वक्त हड़कंप मच गया जब दो संदिग्ध बाइक सवार युवकों को रोकने पर उन्होंने पुलिस टीम पर अचानक फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस को पहले से ही सूचना मिली थी कि यह दोनों युवक किसी आपराधिक वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। एसएसपी गौरव तूरा ने बताया कि ये दोनों आरोपी — हाकम सिंह और जोगा सिंह — सुल्तानपुर के गांव लटियावाल के रहने वाले हैं और पहले भी कई आपराधिक मामलों में संलिप्त रहे हैं।
सूचना के आधार पर की गई कार्रवाई
एसएसपी तूरा के अनुसार, पुलिस को खुफिया सूत्रों से जानकारी मिली थी कि गांव लटियावाल के ये दो कुख्यात बदमाश ढिलवां इलाके में किसी बड़ी वारदात की योजना बना रहे हैं। सूचना मिलते ही थाना ढिलवां की पुलिस ने इलाके में नाकाबंदी कर दी। पुलिस टीम ने सुबह करीब 7 बजे दो संदिग्ध बाइक सवारों को रुकने का इशारा किया, लेकिन उन्होंने रुकने की बजाय पुलिस टीम पर गोलियां चला दीं।
पुलिस ने संयम और तत्परता दिखाते हुए जवाबी कार्रवाई की और कुछ ही मिनटों में दोनों को घेरकर काबू कर लिया। मुठभेड़ के दौरान दोनों बदमाशों को गोलियां लगीं और वे घायल हो गए। उन्हें तुरंत सिविल अस्पताल कपूरथला के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
बरामदगी और आरोपियों का आपराधिक इतिहास
मुठभेड़ के बाद पुलिस ने आरोपियों से दो पिस्तौल, तीन जिंदा कारतूस, और एक बिना नंबर प्लेट की मोटरसाइकिल बरामद की है। बरामद पिस्तौल से यह अंदेशा जताया जा रहा है कि यह हथियार किसी पुरानी वारदात में भी इस्तेमाल किए जा सकते हैं, जिसकी पुष्टि फॉरेंसिक जांच के बाद होगी।
एसएसपी गौरव तूरा ने बताया कि हाकम सिंह और जोगा सिंह पर पहले भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें लूट, छीनाझपटी और अवैध हथियार रखने के आरोप शामिल हैं। उन्होंने कहा, “यह दोनों आरोपी लंबे समय से पुलिस रडार पर थे और लगातार वारदातों को अंजाम दे रहे थे। इनके खिलाफ पहले से ही गैर-जमानती वारंट जारी किए गए थे।”
पुलिस की सूझबूझ और जनता की सुरक्षा
एसएसपी तूरा ने पुलिस टीम की सतर्कता और तत्परता की सराहना करते हुए कहा कि यदि समय पर कार्रवाई नहीं होती, तो ये बदमाश किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते थे। “हमारी प्राथमिकता जनता की सुरक्षा है, और ऐसे असामाजिक तत्वों को कानून के दायरे में लाना हमारा दायित्व है,” उन्होंने कहा।
इस कार्रवाई में शामिल पुलिसकर्मियों को विभाग की ओर से प्रशंसा पत्र देने की योजना बनाई जा रही है। इसके अलावा, इलाके में सुरक्षा को लेकर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती भी की गई है ताकि आम लोगों में सुरक्षा की भावना बनी रहे।
इलाके में दहशत, लेकिन राहत भी
ढिलवां मंड इलाके में मुठभेड़ की खबर फैलते ही लोगों में दहशत फैल गई। स्थानीय दुकानदारों ने कुछ देर के लिए अपने शटर गिरा दिए और आमजन अपने घरों में सिमट गए। हालांकि, बाद में पुलिस की ओर से स्थिति को नियंत्रण में बताया गया और लोगों को आश्वस्त किया गया कि स्थिति पूरी तरह सुरक्षित है।
स्थानीय निवासी हरमीत सिंह, जो घटनास्थल के पास की एक दुकान चलाते हैं, ने बताया, “सुबह अचानक गोलियों की आवाज सुनकर हम डर गए थे। लेकिन जब पता चला कि पुलिस ने बदमाशों को पकड़ लिया है, तब राहत महसूस हुई। पुलिस ने बहुत अच्छा काम किया है।”
कानूनी कार्रवाई जारी
पुलिस ने इस मामले में आर्म्स एक्ट, आईपीसी की विभिन्न धाराओं, और पुलिस पर हमले की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। इसके अलावा, पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इन दोनों का संबंध किसी बड़े अपराधी गिरोह से तो नहीं है। उनकी कॉल डिटेल्स, सोशल मीडिया अकाउंट्स और पिछले कुछ महीनों की गतिविधियों की भी जांच की जा रही है।