
पंजाब के फिरोजपुर जिले के विधानसभा क्षेत्र गुरुहरसहाए के गांव खैरेके उताड़ का निवासी किसान अमृतपाल सिंह बीते 21 जून को खेती के लिए भारत-पाक सीमा पर लगी फेंसिंग पार कर अपने खेत की ओर गया था, लेकिन वह गलती से पाकिस्तान की सीमा में प्रवेश कर गया। तब से अब तक वह पाकिस्तान की हिरासत में है, जिससे परिवार पर दुख और चिंता का पहाड़ टूट पड़ा है।
हालांकि शुरू में पाकिस्तान रेंजर्स ने किसी भी तरह की गिरफ्तारी से इनकार किया था, लेकिन 27 जून को जानकारी दी गई कि अमृतपाल पाकिस्तान पुलिस की हिरासत में है। इसके बाद से ही अमृतपाल के परिवार ने पंजाब सरकार से अनुरोध किया है कि केंद्र सरकार के माध्यम से पाकिस्तान से संपर्क कर उनके बेटे को भारत वापस लाया जाए।
खेत के नाम पर बनी पीड़ा की कहानी
यह घटना 21 जून की सुबह की है, जब अमृतपाल सिंह रोज की तरह खेत में काम करने निकला था। सीमावर्ती गांवों में अक्सर भारतीय किसान फेंसिंग पार कर खेती करने जाते हैं, क्योंकि उनकी जमीनें अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास स्थित हैं। हालांकि इस पर पूरी निगरानी बीएसएफ द्वारा रखी जाती है, लेकिन उस दिन अचानक अमृतपाल सिंह फेंसिंग पार करने के बाद गलती से सीमा पार कर पाकिस्तान में दाखिल हो गया।
परिवार ने जब देखा कि वह शाम तक वापस नहीं लौटा, तो स्थानीय अधिकारियों और बीएसएफ को इसकी जानकारी दी गई। इसके बाद से ही उसकी तलाश शुरू कर दी गई थी।
बीएसएफ और पाक रेंजर्स के बीच तीन बार फ्लैग मीटिंग
बीएसएफ अधिकारियों ने गंभीरता से इस मामले को लेते हुए पाकिस्तानी रेंजर्स के साथ तीन बार फ्लैग मीटिंग की। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तानी अधिकारियों से पूछा कि क्या कोई भारतीय नागरिक उनके क्षेत्र में दाखिल हुआ है और क्या वह उनकी हिरासत में है।
प्रारंभिक तीन बैठकों में पाकिस्तान रेंजर्स ने स्पष्ट किया कि “अमृतपाल सिंह उनकी हिरासत में नहीं है” और वे इस संबंध में किसी भी जानकारी से इनकार करते रहे। यह जवाब परिवार और प्रशासन दोनों के लिए चौंकाने वाला था।
27 जून को मिला अहम सुराग
लगातार प्रयासों के बाद 27 जून को पाकिस्तान रेंजर्स ने बीएसएफ को जानकारी दी कि अमृतपाल सिंह पाकिस्तान की पुलिस की हिरासत में है। यह खबर मिलने के बाद परिवार में थोड़ी राहत जरूर मिली, लेकिन चिंता अब भी कायम है क्योंकि उन्हें नहीं पता कि अमृतपाल किस हालत में है और उसे कब भारत लाया जाएगा।
परिवार का गुहार – सरकार जल्द करे हस्तक्षेप
अमृतपाल सिंह के परिजनों ने पंजाब सरकार से आग्रह किया है कि वह इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए केंद्र सरकार के माध्यम से पाकिस्तान से बातचीत शुरू करे और उनके बेटे की वापसी सुनिश्चित करे। अमृतपाल के भाई सरबजीत सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा, “हमने भाई की तलाश में हर जगह संपर्क किया। बीएसएफ ने भी पूरा सहयोग किया, लेकिन अब मामला सरकार के हाथ में है। हम चाहते हैं कि वह जल्द-से-जल्द पाकिस्तान से बात कर हमारे भाई को सुरक्षित भारत लाए।”
जिला प्रशासन ने दिया आश्वासन
शनिवार को फिरोजपुर जिला प्रशासन के अधिकारी अमृतपाल सिंह के घर पहुंचे और परिवार से पूरे मामले की जानकारी ली। अधिकारियों ने परिजनों को भरोसा दिलाया कि पंजाब सरकार अमृतपाल को वापस लाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। साथ ही, इस विषय को केंद्र सरकार के साथ भी साझा किया गया है।
एक प्रशासनिक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “यह मामला भारत-पाक संबंधों से जुड़ा हुआ है और अत्यंत संवेदनशील है। राज्य सरकार केंद्र के साथ समन्वय कर रही है ताकि अमृतपाल की वापसी सुरक्षित और शीघ्र हो सके।”