प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेत्री हिमानी शिवपुरी ने एक नई पहल की शुरुआत करते हुए अपने मायके भटवाड़ी गांव को गोद लिया है। उनकी योजना गांव में महिलाओं, बच्चों, और बुजुर्गों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने की है। साथ ही, वह बालिका शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर कई योजनाएं भी तैयार कर रही हैं। हिमानी का कहना है कि वह जल्द ही अपने गांव आएंगी और कुछ समय वहां बिताकर अपनी योजनाओं को वास्तविक रूप में लागू करने का कार्य करेंगी।
हिमानी शिवपुरी का जन्म और शिक्षा
हिमानी शिवपुरी का जन्म 26 अक्टूबर 1964 को उत्तराखंड के अगस्त्यमुनि क्षेत्र के भटवाड़ी गांव में हुआ था। वह प्रसिद्ध भट्ट परिवार से ताल्लुक रखती हैं, जिनमें हरिदत्त भट्ट, शैलेश भट्ट और शैल भट्ट शामिल हैं। अपनी प्रारंभिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक हिमानी ने देहरादून में ही अध्ययन किया। अभिनेत्री ने 1984-85 में कला फिल्मों से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की और बाद में बॉलीवुड में एक महत्वपूर्ण पहचान बनाई। वह 100 से अधिक फिल्मों में अभिनय कर चुकी हैं और बॉलीवुड की कई हिट फिल्मों का हिस्सा रही हैं।
अब अपने कड़ी मेहनत और उपलब्धियों के बाद, हिमानी शिवपुरी ने एक कदम और आगे बढ़ते हुए अपने मायके भटवाड़ी गांव को गोद लेने का निर्णय लिया है। यह कदम न सिर्फ उनकी सामाजिक जिम्मेदारी को दर्शाता है, बल्कि उनके दिल में अपने गांव और समुदाय के लिए गहरी चिंता और प्यार को भी दिखाता है।
भटवाड़ी गांव की स्थिति और विकास की आवश्यकता
भटवाड़ी गांव, जो कि उत्तराखंड के अगस्त्यमुनि क्षेत्र में स्थित है, पलायन के कारण गंभीर समस्याओं का सामना कर रहा है। इस गांव में अधिकांश परिवार अब गांव से बाहर चले गए हैं, और जो लोग रह गए हैं, उनमें अधिकतर बुजुर्ग लोग हैं। यह गांव पिछले कुछ वर्षों से आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़ा हुआ है, और यहां की ज़्यादातर समस्याएं स्वास्थ्य सेवाओं और बुनियादी सुविधाओं की कमी से संबंधित हैं।
वर्तमान में, भटवाड़ी गांव में स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर मणिगूह में एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है, लेकिन यह पर्याप्त नहीं है। शिक्षा, स्वच्छता, महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य जैसी कई समस्याएं गांववासियों के लिए चुनौती बनी हुई हैं। हिमानी शिवपुरी अब इन समस्याओं का समाधान करने के लिए संकल्पित हैं।
हिमानी शिवपुरी का दृष्टिकोण: महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के लिए योजनाएं
हिमानी शिवपुरी ने अपने गांव के विकास के लिए एक समग्र दृष्टिकोण अपनाया है। उनका प्राथमिक उद्देश्य महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के जीवन को बेहतर बनाना है। वह इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि इन तीन प्रमुख वर्गों पर ध्यान केंद्रित करने से गांव के समग्र विकास में महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा।
1. महिलाओं के लिए योजना:
हिमानी शिवपुरी का मानना है कि महिलाओं के सशक्तिकरण के बिना किसी भी समाज का समग्र विकास संभव नहीं है। वह अपने गांव की महिलाओं को आर्थिक, सामाजिक और मानसिक रूप से सशक्त बनाने के लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन करने की योजना बना रही हैं। इनमें शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
वह महिलाओं के लिए स्वरोजगार के अवसर भी उत्पन्न करने का विचार कर रही हैं, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें। इसके अलावा, उनके लिए स्वास्थ्य जांच, मानसिक स्वास्थ्य पर परामर्श और अन्य योजनाओं की शुरुआत भी की जाएगी।
2. बालिका शिक्षा:
बालिका शिक्षा को लेकर हिमानी शिवपुरी की योजनाएं भी काफी महत्वपूर्ण हैं। उनका मानना है कि गांव में लड़कियों को शिक्षा की सही दिशा और अवसर मिलें तो वे समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकती हैं। वह भटवाड़ी में एक स्कूल की स्थापना या फिर सरकारी स्कूलों में लड़कियों के लिए विशेष योजनाओं की शुरुआत करने की योजना बना रही हैं, ताकि शिक्षा के स्तर को बेहतर किया जा सके।
हिमानी का कहना है कि “अगर बच्चों को अच्छा शिक्षा मिलती है, तो वे अपने भविष्य को उज्जवल बना सकते हैं, और यह गांव की समृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है।”
3. स्वास्थ्य सेवाएं और बुजुर्गों का कल्याण:
स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में भी हिमानी शिवपुरी महत्वपूर्ण कार्य करना चाहती हैं। भटवाड़ी गांव में बुजुर्गों की संख्या अधिक है और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के लिए गांव में पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं। इसके लिए हिमानी गांव में एक स्वास्थ्य क्लिनिक या मोबाइल मेडिकल यूनिट की स्थापना करना चाहती हैं, जो नियमित रूप से स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करें।
इसके अतिरिक्त, वह बुजुर्गों के लिए विशेष ध्यान देने की योजना बना रही हैं। यह योजना बुजुर्गों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने, उन्हें स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच दिलाने और उनके जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाने पर केंद्रित होगी।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
हिमानी के इस कदम को स्थानीय लोग बेहद सराह रहे हैं। निवर्तमान ग्राम प्रधान भारती देवी, राजेश भट्ट, विनोद भट्ट, और दीपक प्रसाद ने कहा कि हिमानी शिवपुरी ने गांव को गोद लेकर एक मिसाल पेश की है। उनका यह कदम न केवल एक निजी पहल है, बल्कि यह पूरे समाज को जागरूक करने का काम भी करेगा। ग्राम प्रधान भारती देवी ने कहा, “गांव की बेटी ने हमें गर्व महसूस कराया है और हम उनका स्वागत करते हैं। हम पूरी तरह से उनके साथ मिलकर गांव के विकास में योगदान देने के लिए तैयार हैं।”
आगे की योजना और कदम
हिमानी शिवपुरी ने कहा कि वह जल्द ही भटवाड़ी गांव आएंगी और कुछ दिनों तक यहां रहकर अपनी योजनाओं को जमीन पर उतारने का काम करेंगी। वह स्थानीय प्रशासन और गांववासियों के साथ मिलकर अपने कार्यों को गति देने की योजना बना रही हैं।
इसके अलावा, वह गांव के युवाओं और स्थानीय नेताओं से संवाद स्थापित करने की कोशिश करेंगी, ताकि गांव के विकास में एक टीम के रूप में काम किया जा सके। उनका कहना है कि गांव में छोटे-छोटे बदलाव भी बड़े प्रभाव डाल सकते हैं और उनका उद्देश्य गांव को एक आदर्श गांव बनाने का है।