
पंजाब के गुरदासपुर जिले के दोरांगला कस्बे में स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय (JNV) में लगभग 400 छात्र और 40 शिक्षक-कर्मचारी बाढ़ के पानी में फंस गए हैं। रावी दरिया का पानी कई किलोमीटर दूर तक फैल चुका है, जिससे क्षेत्र के दबूड़ी गांव स्थित विद्यालय सहित कई गांव जलमग्न हो चुके हैं।
इस संकटपूर्ण स्थिति में विद्यालय के छात्रावास परिसर में करीब पांच फीट तक पानी भर गया है। प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं, लेकिन बाढ़ के लगातार बढ़ते पानी और संचार बाधित होने के कारण हालात गंभीर बने हुए हैं।
प्रिंसिपल ने प्रशासन से लगाई मदद की गुहार
विद्यालय के प्रिंसिपल नरेश कुमार ने फोन पर जानकारी देते हुए बताया कि,
“विद्यालय में कुल 400 छात्र और लगभग 40 स्टाफ सदस्य फंसे हुए हैं। बाढ़ का पानी तेजी से बढ़ रहा है और परिसर पूरी तरह जलमग्न हो चुका है। हम छात्रों को ऊपरी मंजिलों पर शिफ्ट कर चुके हैं, लेकिन लगातार हो रही बारिश और जलस्तर में बढ़ोतरी से स्थिति बिगड़ रही है। हमने प्रशासन से तत्काल मदद की अपील की है।”
बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ (NDRF) और जिला प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं, लेकिन विद्यालय तक पहुंचना चुनौतीपूर्ण बन गया है क्योंकि सड़क मार्ग पूरी तरह डूब चुका है और नावों की मदद ली जा रही है।
रावी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर, कई गांव जलमग्न
रावी दरिया का जलस्तर पिछले तीन दिनों से लगातार बढ़ रहा है। भारी वर्षा और जल छोड़े जाने के कारण दरिया के किनारे बने धुस्सी बांध कई स्थानों पर टूट चुके हैं, जिससे पानी निचले इलाकों में घुस गया है।
कलानौर की ओर बहते इस पानी ने कई गांवों को अपनी चपेट में ले लिया है, जिनमें गाहलड़ी, दबूड़ी, श्री हरगोबिंदपुर, टांडा, फत्ता, गंदूवाल, रड़ा मंड और कुल्ला प्रमुख हैं। इन गांवों में घरों में पानी भरने, संपत्ति के नुकसान, मवेशियों के बह जाने और फसलें बर्बाद होने की खबरें सामने आ रही हैं।
66 केवी गाहलड़ी सब स्टेशन बंद, बिजली आपूर्ति ठप
बाढ़ के पानी ने गाहलड़ी स्थित 66 केवी सब स्टेशन को भी अपनी चपेट में ले लिया है, जिसके चलते उसे सुरक्षा कारणों से बंद कर दिया गया है। इससे गुरदासपुर के कई इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। बिजली आपूर्ति बंद होने से बाढ़ राहत कार्यों में बाधा उत्पन्न हो रही है और ग्रामीणों की समस्याएं दोगुनी हो गई हैं। मोबाइल नेटवर्क और संचार सेवाओं पर भी असर पड़ा है।
प्रशासन ने जारी किया हाई अलर्ट, लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील
जिला प्रशासन की ओर से लोगों को सतर्क किया गया है और निचले इलाकों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट होने की सलाह दी जा रही है। जिला उपायुक्त कार्यालय की ओर से एक चेतावनी जारी की गई है जिसमें कहा गया है, “रावी और ब्यास दरिया का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। सभी निवासी निचले इलाकों से निकलकर ऊंचे क्षेत्रों की ओर जाएं। प्रशासन पूरी तरह से राहत कार्यों में जुटा है, लेकिन नागरिकों की सतर्कता भी जरूरी है।”
ब्यास दरिया भी उफान पर, श्री हरगोबिंदपुर और आस-पास के इलाकों में पानी घुसा
सिर्फ रावी ही नहीं, ब्यास दरिया में भी जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इसके कारण धुस्सी पार के श्री हरगोबिंदपुर, टांडा, फत्ता, कुल्ला, गंदूवाल और रड़ा मंड जैसे क्षेत्रों में भी बाढ़ का पानी घुस चुका है।
लोगों के मकानों में घुटनों तक पानी, किचन और सामान पूरी तरह बर्बाद, और रास्तों का संपर्क टूटना जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। कई ग्रामीणों को पशुओं और सामान के साथ घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी पड़ी है।
बचाव कार्यों में जुटे एनडीआरएफ और सेना के जवान
गुरदासपुर प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से एनडीआरएफ की दो टीमें, स्थानीय पुलिस, सेना की एक यूनिट और राज्य आपदा प्रबंधन बल (SDRF) को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों में लगाया है। नावों और मोटरबोट्स की मदद से लोगों को बाहर निकाला जा रहा है, लेकिन विद्यालय में छात्रों की बड़ी संख्या और खराब मौसम के कारण राहत कार्यों में काफी कठिनाई हो रही है।
छात्रों के परिजन परेशान, स्कूल के बाहर जुटी भीड़
जवाहर नवोदय विद्यालय में फंसे छात्रों के परिजन विद्यालय के बाहर डटे हुए हैं, लेकिन उन्हें भी अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही। फोन नेटवर्क की खराबी के कारण अभिभावकों को बच्चों की स्थिति की जानकारी नहीं मिल पा रही, जिससे वे गहरे तनाव में हैं।