
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को ऋषिकेश को पर्यटन, रोजगार और आधारभूत ढांचे के लिहाज़ से नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाली कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इन परियोजनाओं में गंगा कोरिडोर परियोजना के प्रथम चरण के अंतर्गत आइकॉनिक सिटी ऋषिकेश राफ्टिंग बेस स्टेशन का शिलान्यास सबसे अहम रहा। इस परियोजना को शिवपुरी से मुनी की रेती तक विस्तारित किया जाएगा, जिसे भारत सरकार की ओर से 100 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्राप्त हुई है और इसे आगामी दो वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर ऋषिकेश में बहुमंजिला कार पार्किंग और आधुनिक कार्यालय भवन निर्माण की योजना का भी शिलान्यास किया, जिसकी लागत लगभग 136 करोड़ रुपये है। यह निर्माण कार्य मुसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) द्वारा नगर निगम ऋषिकेश की लगभग 10,441 वर्ग मीटर भूमि पर किया जाएगा।
राफ्टिंग बेस स्टेशन से बढ़ेगा स्थानीय रोजगार
राफ्टिंग के लिए ऋषिकेश दुनिया भर में प्रसिद्ध है और अब इस क्षेत्र को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर और सशक्त रूप से स्थापित करने के लिए यह राफ्टिंग बेस स्टेशन बनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राफ्टिंग बेस स्टेशन के बनने से स्थानीय युवाओं को रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे। इसके साथ ही पर्यटकों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी, जिनमें नदी किनारे बोर्डवॉक, विश्राम स्थल, रियल-टाइम मॉनिटरिंग सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे, एसओएस अलार्म और आपातकालीन सहायता स्टेशन जैसी व्यवस्थाएं शामिल होंगी।
उन्होंने कहा कि यह कदम ऋषिकेश को रिवर राफ्टिंग के वैश्विक हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह से यह आह्वान भी किया कि वे हर साल “एक दिन देश के नाम” अभियान के तहत तिरंगा लेकर गंगा में राफ्टिंग करें, जिससे देशभक्ति और पर्यावरण संरक्षण का अद्भुत संदेश जाएगा।
पार्किंग की समस्या का समाधान
ऋषिकेश में लगातार बढ़ते पर्यटक दबाव और चारधाम यात्रा के दौरान भारी ट्रैफिक जाम की समस्या को देखते हुए एक बहुप्रतीक्षित योजना — बहुमंजिला पार्किंग की नींव डाली गई। यह सुविधा करीब 1038 वाहनों की पार्किंग क्षमता के साथ बनेगी, जिसमें आग सुरक्षा, अत्याधुनिक सीसीटीवी सिस्टम, एक्सेस कंट्रोल, लिफ्ट, वर्षा जल संचयन प्रणाली, सोलर लाइट और हरित क्षेत्र जैसे आधुनिक प्रावधान होंगे।
पार्किंग परिसर में नगर निगम ऋषिकेश, जल संस्थान और उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPCL) के साझा कार्यालय भवन भी बनेंगे, जिससे आमजन को विभिन्न सरकारी सेवाएं एक ही स्थान पर प्राप्त होंगी।
विकास की नई लहर: कई योजनाओं का लोकार्पण और उद्घाटन
मुख्यमंत्री ने नगर निगम ऋषिकेश क्षेत्र के अंतर्गत 1.51 करोड़ रुपये की लागत से बने विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण भी किया। साथ ही उन्होंने पर्यावरण मित्रों को मेडिकल किट और यात्री मित्रों को यात्री किट भी वितरित की, जिससे स्थानीय सेवा प्रदाताओं को भी मजबूती मिलेगी।
इस अवसर पर हाइड्रोजेल वाटरलेस टॉयलेट का उद्घाटन कर मुख्यमंत्री ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक और कदम उठाया। यह टॉयलेट प्रणाली विशेष रूप से उच्च पर्यटक दबाव वाले क्षेत्रों में पानी की बचत और स्वच्छता बनाए रखने में सहायक होगी।
आधारभूत ढांचे को मिलेगी मजबूती
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तराखंड हर क्षेत्र में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने राज्य में हो रहे प्रमुख कार्यों की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए बताया कि:
- चारधाम सड़क परियोजना और ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेललाइन राज्य के विकास में मील का पत्थर हैं।
- ऋषिकेश में 1600 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बुनियादी ढांचे को मजबूत किया जा रहा है।
- अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत योगनगरी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त बनाया जा रहा है।
- नीलकंठ महादेव मंदिर तक रोपवे परियोजना को भी शीघ्र कार्यान्वयन की दिशा में आगे बढ़ाया गया है।
- 557 करोड़ रुपये की पेयजल परियोजनाएं और 183 करोड़ रुपये की सीवर लाइन निर्माण परियोजना पर भी काम चल रहा है।
पर्यटन के नए आयाम खुलेंगे
मुख्यमंत्री ने यह विश्वास जताया कि ऋषिकेश में इन योजनाओं के कार्यान्वयन से पर्यटन, व्यापार और रोजगार को जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा। वैश्विक स्तर की राफ्टिंग सुविधाएं, रोपवे और शटल सेवाएं ऋषिकेश को एक पर्यटन और साहसिक खेलों के केंद्र के रूप में स्थापित करेंगी। उन्होंने कहा कि ये योजनाएं न केवल तीर्थाटन को बल देंगी बल्कि साहसिक खेलों के प्रति युवाओं की रुचि को भी प्रोत्साहित करेंगी।