
पाकिस्तान के कब्जे में फंसे 23 वर्षीय किसान अमृतपाल सिंह की वापसी को लेकर पंजाब में नागरिक और राजनैतिक अचरज गहराता जा रहा है। अमृतपाल, जो पंजाब के फिरोजपुर जिले के खैरे के उताड़ गांव का निवासी है, 21 जून को अपने खेतों में नियमित खेती के लिए सीमा पार कर पाकिस्तान पहुंच गया था। अबतक 19 दिन गुजर चुके हैं, लेकिन उसकी सुरक्षित वापसी की गुहार तेज हो रही है।
गलती से सीमा पार, पाकिस्तान पुलिस की हिरासत में
अमृतपाल की बहन और परिवार ने बताया कि किसान अपनी पैतृक जमीन पर काम करने गया था, जो भारत-पाक सीमा के ‘जीरो लाइन’ से सटी हुई थी। हर दिन की तरह उस दिन भी उसने BSF की अनुमति से सीमा पार की, लेकिन शाम तक वापस नहीं लौटा। BSF ने 21 जून की रात से तलाश शुरू की और 22 जून को FIR दर्ज की गई।
27 जून को पाकिस्तान Rangers ने सूचना दी कि अमृतपाल पाकिस्तान पुलिस की हिरासत में है । तब से परिवार, BSF, सांसद और राज्य सरकार उसकी सुरक्षित वापसी की मांग कर रहे हैं।
नेताओं की मांग: वाजिब राजनयिक हस्तक्षेप जरूरी
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) की सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने यह मामला तूल लेने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने विदेश मंत्री **एस जयशंकर को पत्र लिखकर अमृतपाल की वापसी सुनिश्चित करने का कुशल राजनयिक कदम उठाने की आग्रह किया है ।
हरसिमरत कौर का कहना है कि अमृतपाल की मानसिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए पाकिस्तान में वह भावनात्मक और कानूनी रूप से अस्थिर हो सकता है, इसलिए उसे बिनादीय सहायता, दूतावास तक पहुंच, और तीव्रता पूर्वक मामलों में दखल की आवश्यकता है
सांसद सुलेख सिंह घुबाया ने BSF DG से मुलाकात की
इससे पहले कांग्रेस सांसद सुलेख सिंह घुबाया ने BSF के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी से नई दिल्ली में मुलाकात की और अमृतपाल की वापसी तथा सीमा पार खेती करने वाले किसानों की सुरक्षा पर जोर दिया BSF DG ने भरोसा दिया कि पाकिस्तान से वापसी में हर संभव मदद की जाएगी।