हरियाणा सरकार ने आगामी विधानसभा सत्र की तारीखों का ऐलान कर दिया है, जो 13 से 18 नवंबर तक चलेगा। बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में यह फैसला लिया गया है। बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बताया कि इस सत्र में राज्यपाल का अभिभाषण होगा, जिस पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा, कुछ नए विधेयकों को भी पेश किया जा सकता है। वहीं, विपक्षी दलों ने भी शीतकालीन सत्र को लेकर मेगा प्लान तैयार किया है, और मुख्यमंत्री नायब सैनी के खिलाफ कई मुद्दों को उठाने की योजना बनाई है।
विधानसभा सत्र का अहम एजेंडा
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि विधानसभा सत्र में राज्यपाल का अभिभाषण किया जाएगा और इसके बाद उस पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कुछ विधेयकों पर विचार किया जा सकता है, जिनके बारे में सरकार जल्द ही विधानसभा में प्रस्ताव रखेगी। हालांकि, मुख्यमंत्री ने इन विधेयकों की पूरी जानकारी नहीं दी लेकिन उनका कहना था कि सत्र के दौरान कई अहम मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
उन्होंने यह भी बताया कि इस सत्र के दौरान राज्य के विभिन्न विभागों की योजनाओं और विकास कार्यों पर भी चर्चा हो सकती है, ताकि राज्य के समग्र विकास को गति दी जा सके। इसके अलावा कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर सरकार का रुख स्पष्ट करने का अवसर भी इस सत्र में मिलेगा।
विपक्षी दलों की चुनौती
वहीं विपक्षी दलों ने शीतकालीन सत्र को लेकर मेगा प्लान तैयार किया है। विधानसभा सत्र के दौरान विपक्षी दल मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और उनकी सरकार को कई मुद्दों पर घेरने की तैयारी कर रहे हैं। पराली जलाने किसानों की समस्याओं और राज्य में बढ़ती बेरोजगारी जैसे मुद्दे विपक्ष के प्रमुख एजेंडे में शामिल हो सकते हैं।
हरियाणा के नेता प्रतिपक्ष का पद फिलहाल खाली है, और इस मुद्दे को लेकर भी विपक्ष में हलचल बनी हुई है। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने दावा किया है कि 13 नवंबर तक नेता प्रतिपक्ष का नाम तय कर लिया जाएगा और कांग्रेस इस पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित करेगी। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह विपक्ष का मामला है कि वे नेता प्रतिपक्ष के रूप में किसे चुनते हैं।
कांग्रेस पर सीएम सैनी का हमला
विधानसभा सत्र की शुरुआत से पहले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने विपक्ष, खासकर कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी सिर्फ झूठ बोलती है और लोगों से झूठे वादे करती है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के झूठ का स्तर इतना बढ़ चुका है कि जो व्यक्ति उनसे लाभ प्राप्त करने वाला होता है, वह भी यह मानने लगता है कि कांग्रेस सिर्फ बातें करती है, जबकि असलियत कुछ और होती है।
सीएम सैनी ने कहा, “कांग्रेस इतनी झूठ बोलती है कि लोगों को विश्वास हो जाता है कि इनकी बातों में कोई सच्चाई नहीं है। जहां भी चुनाव हो रहे हैं, बीजेपी को जनता का समर्थन मिल रहा है, और प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी पर लोगों का विश्वास है। मोदी जो कहते हैं, वह करते हैं। उनका काम बोलता है।”
बीजेपी की भविष्यवाणी: महाराष्ट्र और झारखंड में सरकार बनाएगी
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने राज्य के बाहर होने वाले विधानसभा चुनावों के बारे में भी बात की। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी की सरकार महाराष्ट्र और झारखंड में बनेगी। उनका कहना था कि इन राज्यों में लोग प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों को लेकर उत्साहित हैं और बीजेपी को वहाँ भारी समर्थन मिल रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो वादे किए हैं, उन पर काम किया गया है, और यही कारण है कि लोग मोदी सरकार में विश्वास रखते हैं। सैनी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी केवल वादों तक सीमित रहती है, जबकि बीजेपी ने अपने वादों को पूरा किया है।
किसानों और पराली जलाने पर मुख्यमंत्री का बयान
पराली जलाने और किसानों से जुड़ी समस्याओं पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि हरियाणा में किसानों द्वारा पराली जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के किसान पराली जलाने के मामले में इतनी बड़ी संख्या में शामिल नहीं हैं, जैसे कि विपक्ष इसे दर्शाने की कोशिश करता है।
सैनी ने कहा, “हमने किसानों को समझाया है और उन्हें जो उपकरण चाहिए, वे मुहैया कराए जाएंगे। किसानों को आधुनिक तकनीकी साधन उपलब्ध करवाने के लिए सरकार ने कई योजनाएं बनाई हैं, ताकि वे पराली जलाने से बच सकें और पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे।”
उन्होंने कहा कि सरकार लगातार किसानों को जागरूक कर रही है और उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन प्रदान कर रही है। इसके अलावा, राज्य सरकार ने किसानों के लिए कई प्रकार की योजनाओं को भी लागू किया है, ताकि उनकी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाया जा सके।
विपक्षी दलों की रणनीति
विपक्षी दल खासकर कांग्रेस और इनेलो, विधानसभा सत्र में सरकार को घेरने के लिए तैयार हैं। विपक्षी नेताओं का मानना है कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और उनकी सरकार किसानों, युवाओं और बेरोजगारी के मुद्दों पर कोई ठोस कदम नहीं उठा पाई है। इसके अलावा, विपक्षी दल राज्य में बढ़ते अपराध और कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर भी सरकार से सवाल पूछ सकते हैं।
कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हाल ही में कहा था कि बीजेपी सरकार ने हरियाणा के लोगों से किए गए वादों को पूरा नहीं किया है, और विधानसभा सत्र में इन मुद्दों को लेकर विपक्ष सरकार को घेरेगा। विपक्षी दल मुख्यमंत्री से उत्तर देने की उम्मीद कर रहे हैं कि वे राज्य के विकास और जनता के मुद्दों पर क्या ठोस कदम उठा रहे हैं।