कुरुक्षेत्र, 27 नवंबर 2024: अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव से एक दिन पहले, बुधवार को कुरुक्षेत्र में बड़े पैमाने पर स्वच्छता अभियान चलाया गया, जिसमें मुख्यमंत्री नायब सैनी ने खुद अग्रणी भूमिका निभाई। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य धार्मिक नगरी कुरुक्षेत्र को साफ-सुथरा बनाना था, ताकि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को गीता के संदेश के साथ-साथ स्वच्छता का भी एहसास हो।
स्वच्छता अभियान के तहत पूरे शहर को महाभारत के 18 अध्यायों के आधार पर 18 सेक्टरों में बांटा गया, और हर सेक्टर में स्थानीय सामाजिक, धार्मिक, शैक्षणिक और अन्य संस्थाओं ने हिस्सा लिया। यह अभियान न केवल शहर की सफाई को सुनिश्चित करने का प्रयास था, बल्कि गीता के संदेश को फैलाने के लिए भी एक महत्वपूर्ण पहल थी।
अभियान की शुरुआत
स्वच्छता अभियान की शुरुआत मुख्यमंत्री नायब सैनी ने शेखचिल्ली के मकबरे के पास से की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने गीता के संदेश का उल्लेख करते हुए कहा कि यह भूमि वह भूमि है जहां श्री कृष्ण ने हजारों साल पहले सम्पूर्ण मानवता के लिए गीता का अमर संदेश दिया था। CM ने इस अवसर पर कहा, “हमारा यह कर्तव्य है कि हम अपनी इस धर्मनगरी को स्वच्छ रखें, ताकि यहां आने वाले श्रद्धालु सिर्फ गीता के संदेश को ही न लें, बल्कि स्वच्छता का भी संदेश लेकर जाएं।”
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, “यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि हम गीता की इस पवित्र भूमि पर रह रहे हैं। यह भूमि न केवल आध्यात्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसके ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व ने भी पूरी दुनिया में इसे एक अद्वितीय स्थान दिलाया है।”
स्वच्छता अभियान के उद्देश्य और महत्व
स्वच्छता अभियान का उद्देश्य कुरुक्षेत्र को न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से, बल्कि पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी एक आदर्श बनाना था। जैसा कि गीता में कहा गया है कि एक स्वस्थ और संतुलित जीवन जीने के लिए शुद्धता और स्वच्छता आवश्यक है इस अभियान को उसी संदेश से प्रेरणा लेकर शुरू किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अभियान कुरुक्षेत्र के नागरिकों और यहाँ आने वाले पर्यटकों के लिए एक प्रेरणा बनेगा।
इस अभियान में शहर के हर हिस्से में सफाई की गई। सड़कें, पार्क, सार्वजनिक स्थल और धार्मिक स्थल सभी जगह स्वच्छता का ध्यान रखा गया। स्थानीय समाजसेवी, स्वयंसेवी संगठन, छात्र-छात्राएं और विभिन्न धार्मिक संस्थाएं इस अभियान में सक्रिय रूप से शामिल हुईं।
गीता जयंती महोत्सव की पूर्व तैयारी
गीता जयंती महोत्सव जो हर साल बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है, इस बार और भी भव्य तरीके से आयोजित किया जाएगा। यह महोत्सव न केवल भारत से, बल्कि विदेशों से भी हजारों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। स्वच्छता अभियान का मुख्य उद्देश्य था कि इस धार्मिक आयोजन से पहले शहर की सूरत पूरी तरह से बदल दी जाए और इसे एक आदर्श धार्मिक स्थल के रूप में प्रस्तुत किया जाए।
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि गीता के संदेश को पूरे विश्व में फैलाना अब और भी महत्वपूर्ण हो गया है, क्योंकि आज की दुनिया में शांति और स्वच्छता की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक महसूस हो रही है। उन्होंने कहा, “हम सभी का यह कर्तव्य है कि हम गीता के संदेश को अपने जीवन में उतारें और इसे दूसरों तक पहुंचाएं।”