
शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के लिए दिल्ली जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। कृषि कानूनों के खिलाफ और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कानून बनाने की मांग को लेकर आंदोलनरत किसान संगठनों द्वारा 6 मार्च को दिल्ली चलो का आह्वान किया गया है, जिसे लेकर हरियाणा पुलिस ने शंभू बॉर्डर पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।
शंभू बॉर्डर पर सात स्तरीय बैरिकेडिंग
दिल्ली जाने की जिद पर अड़े किसानों को रोकने के लिए हरियाणा पुलिस ने शंभू बॉर्डर पर सात स्तरीय बैरिकेडिंग की व्यवस्था की है। इस बैरिकेडिंग में दीवारों, लोहे की कीलें, कंटीले तार और अन्य सुरक्षा उपाय शामिल हैं। पुलिस ने यह कदम ऐसे समय में उठाया है जब किसान संगठन आगामी दिनों में अपनी यात्रा जारी रखने का प्रयास करेंगे।
इसके साथ ही, हरियाणा पुलिस ने किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल भी तैनात किए हैं। पुलिस की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं और अर्द्धसैनिक बलों की 15 कंपनियां भी शंभू बॉर्डर पर तैनात की गई हैं। इस कदम का उद्देश्य किसानों के आंदोलन को नियंत्रित करना और किसी प्रकार की हिंसा या अराजकता को रोकना है।
दिल्ली जाने की अनुमति नहीं, शंभू बॉर्डर पर जारी रहेगा प्रदर्शन
शंभू बॉर्डर पर किसानों की एक बड़ी संख्या जमा हो चुकी है, और यह संभावना जताई जा रही है कि इन किसानों की संख्या अगले कुछ दिनों में और बढ़ सकती है। हरियाणा सरकार ने स्पष्ट किया है कि किसानों को दिल्ली में प्रदर्शन की अनुमति नहीं मिली है, इस कारण उन्हें आगे बढ़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
राज्य सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पिछले प्रदर्शनों से मिले अनुभवों को देखते हुए पुलिस पूरी तरह तैयार है। हरियाणा पुलिस के सीनियर अधिकारियों ने वीरवार शाम को शंभू बॉर्डर का दौरा भी किया था और वहां के हालात का जायजा लिया। पुलिस का कहना है कि अगर किसान दिल्ली जाने की कोशिश करेंगे तो उन्हें रोकने के लिए पूरी ताकत से काम लिया जाएगा।
शंभू बॉर्डर पर किसानों की तैनाती और धारा 163 का नोटिस
इस बीच, शंभू बॉर्डर पर किसानों का जुटान जारी है। पंजाब के विभिन्न जिलों जैसे तरनतारन, अमृतसर, फिरोजपुर, बठिंडा, संगरूर, पटियाला, अंबाला और सिरसा से बड़ी संख्या में किसान यहां पहुंचे हैं। इसके साथ ही, चिकित्सा सहायता, रसोई और यातायात प्रबंधन की व्यवस्था के लिए वालंटियर भी तैनात किए गए हैं।
हरियाणा सरकार ने शंभू बॉर्डर पर धारा 163 का नोटिस भी चस्पा किया है, जिसके तहत 5 या उससे अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध है। पुलिस प्रशासन ने किसी भी प्रकार की अव्यवस्था से बचने के लिए ये कदम उठाए हैं और सुनिश्चित किया है कि शांति बनाए रखी जाए।
पीएम मोदी के कार्यक्रम को लेकर विशेष सतर्कता
हरियाणा पुलिस पीएम नरेंद्र मोदी के आगामी कार्यक्रम को देखते हुए और भी सतर्क हो गई है। प्रधानमंत्री मोदी 9 दिसंबर को पानीपत पहुंचने वाले हैं जिसके कारण पुलिस प्रशासन ने इस दिन के लिए विशेष सुरक्षा इंतजाम किए हैं। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गृह विभाग और पुलिस के आला अधिकारियों के साथ बैठक कर स्थिति का जायजा लिया और पंजाब की सीमाओं पर विशेष निगरानी रखने की बात की है।
पुलिस ने ट्रैक्टरों की एंट्री पर भी प्रतिबंध लगा दिया है और गाड़ियों की सघन तलाशी ली जा रही है। अतिरिक्त सुरक्षा बलों को भी तैनात किया गया है, ताकि किसी भी तरह के अप्रिय घटनाक्रम से निपटा जा सके।
किसानों से अपील – आंदोलन का रास्ता छोड़ें
गृह सचिव सुमिता मिश्रा ने किसानों से अपील की है कि वे आंदोलन का रास्ता छोड़कर बातचीत की प्रक्रिया को अपनाएं। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमेटी में अपनी बात रखें और कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर नीतियां बनाई जाएंगी।
उन्होंने स्पष्ट किया कि किसानों को दिल्ली में धरना-प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दी गई है और इस कारण से उन्हें आगे बढ़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर किसान संघर्ष का रास्ता छोड़कर बातचीत में शामिल होते हैं, तो यह उनके लिए बेहतर होगा और सरकार इस दिशा में सकारात्मक कदम उठाने के लिए तैयार है।