हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने हाल ही में एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि चुनाव के दौरान प्रशासन ने उन्हें हराने के लिए हरसंभव प्रयास किए। विज ने यह भी आरोप लगाया कि उनके और उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को जान से मारने की कोशिश की गई। चुनावी प्रक्रिया में हस्तक्षेप के आरोपों ने राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी है। मंत्री का कहना था कि उन्हें यह जानने का पूरा अधिकार है कि कौन लोग इस साजिश में शामिल थे, हालांकि उन्होंने सीधे तौर पर किसी का नाम नहीं लिया।
चुनाव के दौरान प्रशासन का दबाव
विज ने कहा कि चुनाव के दौरान उनकी चुनावी यात्रा को पूरी तरह से बाधित करने की कोशिश की गई। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, “प्रशासन ने जानबूझकर हमारी मंजूरी प्राप्त सड़क निर्माण को रोक दिया, जो अब फिर से शुरू की जा रही है। अगर टेंडर पहले से जारी किए गए होते, तो यह काम चुनाव के दौरान भी किया जा सकता था। लेकिन ऐसा नहीं किया गया, और यह सवाल उठता है कि ऐसा क्यों हुआ।”
उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया में कोड ऑफ कंडक्ट का उल्लंघन नहीं हो रहा था, फिर भी प्रशासन ने चुनावी माहौल को प्रभावित करने की कोशिश की। विज ने इस पूरे घटनाक्रम को साजिश के तौर पर पेश किया और कहा कि चुनावी प्रक्रिया में हस्तक्षेप करके उन्हें नुकसान पहुँचाने की कोशिश की गई।
अंबाला कैंट से 7,000 से ज्यादा वोटों से जीत
हालांकि, इन आरोपों के बावजूद, अनिल विज ने अंबाला कैंट विधानसभा सीट से भारी जीत हासिल की। उन्होंने चुनाव में 7,000 से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की। उनकी यह जीत उनके राजनीतिक प्रभाव को दर्शाती है, लेकिन साथ ही यह भी दर्शाती है कि प्रशासनिक अड़चनों के बावजूद उन्होंने कैसे चुनावी मुकाबला किया।
विज की जीत ने यह स्पष्ट कर दिया कि उनकी लोकप्रियता और कड़ी मेहनत ने उनके कार्यकर्ताओं और समर्थकों के बीच विश्वास को कायम रखा। इस दौरान चुनावी माहौल को प्रभावित करने के प्रयासों के बावजूद, विज ने अपने सशक्त नेतृत्व से राजनीतिक लहर को अपने पक्ष में कर लिया।
अनिल विज का ‘एक्शन मोड’ और प्रशासनिक सुधार
विज अपने विभागों में लगातार सुधार के लिए काम कर रहे हैं, जिससे उनके विभागों के अधिकारियों के बीच खलबली मच गई है। हाल ही में अंबाला बस स्टैंड की स्थिति में सुधार और ग्रामीण बस सेवा की शुरुआत की घोषणा के बाद उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि वे सुधारों में कोई ढिलाई न बरतें।
विज ने कहा, “हमने बस स्टैंड पर जो सुधार किए हैं, वह सिर्फ शुरुआत है। बस अड्डों की स्थिति को सुधारा जा रहा है और वहां पर यात्रियों की बैठने की जगहों पर कब्जा करने वालों को हटाया जा रहा है।” उन्होंने अधिकारियों को संकेत दिया कि यह सिर्फ एक ट्रेलर है, असली सुधार कार्य अभी बाकी हैं।
‘फिल्म’ दिखाने की बात
विज ने अधिकारियों से सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि उनके द्वारा अब तक जो सुधार किए गए हैं, वे केवल एक “ट्रेलर” हैं। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा, “मेरे ट्रेलर के बाद अब हरियाणा के बस अड्डे चमकाए जा रहे हैं। लेकिन असली फिल्म मैं अभी दिखाऊंगा, और उसकी स्क्रिप्ट मैंने पहले ही लिख दी है।”
यह बयान उनके प्रशासनिक सुधारों के प्रति गंभीरता को दर्शाता है। विज ने अधिकारियों को स्पष्ट रूप से यह संदेश दिया कि वे अपने विभागों में बदलाव की दिशा में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेंगे और उनके द्वारा शुरू की गई योजनाओं को पूरी तरह से लागू किया जाएगा।