हरियाणा महिला आयोग ने जींद में तैनात पुलिस अधीक्षक (आईपीएस) पर आरोपित यौन उत्पीड़न मामले में संज्ञान लिया है। आयोग ने राज्य के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को एक पत्र लिखकर आरोपी आईपीएस के तत्काल तबादले की मांग की है। यह कदम उस समय उठाया गया है जब राज्य में महिलाओं की सुरक्षा और उनके अधिकारों को लेकर गंभीर चर्चा हो रही है।
महिला आयोग का पत्र और सुनवाई
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर आईपीएस अधिकारी के खिलाफ उठाए गए आरोपों पर गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने बताया कि आज हुई सुनवाई में आईपीएस अधिकारी महिला आयोग के समक्ष पेश हुए थे, जहां उन्होंने अपना पक्ष रखा।
सुनवाई के बाद, महिला आयोग ने मुख्यमंत्री से सिफारिश की है कि आईपीएस अधिकारी का तबादला तत्काल मुख्यालय पर किया जाए या फिर उन्हें छुट्टी पर भेजा जाए, ताकि मामले की निष्पक्ष जांच की जा सके।
वायरल पत्र का संदर्भ
मामला तब सुर्खियों में आया जब शुक्रवार को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नाम एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इस पत्र पर सात महिला पुलिसकर्मियों के हस्ताक्षर थे, जिसमें जींद में तैनात एक आईपीएस अधिकारी पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए गए थे। पत्र में पुलिसकर्मियों ने कहा कि उन्हें डर है कि अगर अधिकारी का तबादला नहीं किया गया, तो उनकी सुरक्षा और कार्यस्थल पर माहौल गंभीर रूप से प्रभावित होगा।
यौन उत्पीड़न के आरोप
आरोप के अनुसार, आईपीएस अधिकारी ने कथित तौर पर महिला पुलिसकर्मियों के साथ अनुचित व्यवहार किया, जिससे उन्हें मानसिक तनाव और असुरक्षा का सामना करना पड़ा। इस मामले ने न केवल पुलिस बल के भीतर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि यौन उत्पीड़न के मामलों को लेकर गंभीरता से निपटने की आवश्यकता है।
महिला आयोग की भूमिका
हरियाणा महिला आयोग ने इस मामले में सक्रियता से कदम उठाया है, जो महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए समर्पित है। आयोग का यह प्रयास न केवल संबंधित आईपीएस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई को सुनिश्चित करना है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना है कि ऐसी घटनाएं भविष्य में न हों।
रेणु भाटिया ने कहा, “महिला आयोग ने हमेशा यौन उत्पीड़न के मामलों को गंभीरता से लिया है। हमारी सिफारिश है कि जांच पूरी होने तक आरोपी अधिकारी को मुख्यालय पर भेजा जाए या उन्हें छुट्टी पर रखा जाए, ताकि मामले की निष्पक्षता सुनिश्चित की जा सके।”