उत्तराखंड में पर्यटन और आपदा राहत कार्यों को ध्यान में रखते हुए तीन प्रमुख शहरों के लिए हेली सेवा शुरू की जाएगी। राज्य सरकार ने इस माह के अंत तक देहरादून से बागेश्वर, मसूरी और नैनीताल के लिए हवाई सेवा शुरू करने का ऐलान किया है। इसके लिए उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं और अब केवल आचार संहिता की समाप्ति का इंतजार किया जा रहा है, जिसके बाद यह सेवा शुरू हो सकेगी।
तीन प्रमुख शहरों के लिए हेली सेवा की शुरुआत
यूकाडा द्वारा की जा रही इस पहल का मुख्य उद्देश्य राज्य के तीन प्रमुख शहरों—बागेश्वर, मसूरी और नैनीताल—को हवाई मार्ग से जोड़ना है। ये शहर उत्तराखंड के पर्यटन, तीर्थाटन और सांस्कृतिक धरोहर का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, और इन तक पहुंचने के लिए अब हेली सेवा यात्रियों के लिए एक आसान और सुविधाजनक विकल्प प्रदान करेगी।
यूकाडा ने इस पहल के तहत प्राइवेट हेली कंपनियों के साथ औपचारिकताओं को पूरा करने का काम लगभग खत्म कर लिया है। इन कंपनियों के साथ बातचीत के बाद, अब तीनों शहरों के लिए हवाई सेवा का किराया भी जल्द ही निर्धारित किया जाएगा। इसके बाद, इन शहरों के लिए हेली सेवा की शुरुआत की तारीख की घोषणा की जाएगी।
बागेश्वर, मसूरी और नैनीताल में हेलिपैड की तैयारियां
इस हेली सेवा को शुरू करने के लिए राज्य सरकार ने बागेश्वर और नैनीताल में हेलिपैड तैयार करने का काम शुरू कर दिया है। इन हेलिपैड्स का निर्माण पहले से ही किया जा रहा था और अब इन्हें अंतिम रूप दिया जा रहा है। हेलिपैड की तैयारियों के बाद इन शहरों में हेली सेवा शुरू हो जाएगी।
देहरादून से बागेश्वर और नैनीताल के लिए पवन हंस और हेरिटेज एविएशन कंपनियों का चयन किया गया है, जो इन मार्गों पर उड़ान भरने के लिए जिम्मेदार होंगी। पवन हंस कंपनी पहले से ही उत्तराखंड में हेलीकॉप्टर सेवा प्रदान कर रही है, जबकि हेरिटेज एविएशन कंपनी का चयन नैनीताल के लिए किया गया है। दोनों कंपनियों के साथ किया गया यह समझौता उत्तराखंड में हेली सेवा को प्रभावी और नियमित रूप से चलाने में मदद करेगा।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
हेली सेवा का प्रारंभ होने से न केवल यात्रा की सुविधा में वृद्धि होगी, बल्कि राज्य के पर्यटन उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा। उत्तराखंड में हर साल लाखों पर्यटक तीर्थाटन और पर्यटन के लिए आते हैं, और इन तीन शहरों को जोड़ने से अब पर्यटकों को इन जगहों तक पहुंचने में बहुत आसानी होगी।
मसूरी, नैनीताल और बागेश्वर राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थल हैं, जहां हर वर्ष बड़ी संख्या में लोग छुट्टियां बिताने आते हैं। अब हेली सेवा के माध्यम से पर्यटक अधिक आसानी से इन स्थानों तक पहुंच सकेंगे, जिससे पर्यटन की गति में भी इजाफा होगा। खासकर शीतकाल में जब पहाड़ों में बर्फबारी के कारण सड़क मार्गों पर यात्रा करना मुश्किल हो जाता है, तब हेली सेवा यात्रियों के लिए एक सस्ता और तेज विकल्प साबित हो सकती है।
तीर्थाटन और आपदा राहत कार्यों में मदद
इसके अलावा, हेली सेवा के शुरू होने से तीर्थ यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं को भी सुविधा होगी। राज्य में स्थित चारधाम यात्रा सहित अन्य धार्मिक स्थलों के लिए आने वाले यात्रियों को यह हवाई सेवा एक अतिरिक्त सहूलियत देगी, जिससे यात्रा के दौरान समय की बचत होगी।
आपदा के दौरान भी हेली सेवा का महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है। उत्तराखंड, जो कि आपदाओं के लिहाज से संवेदनशील क्षेत्र है, में बर्फबारी, भूस्खलन या अन्य प्राकृतिक आपदाओं के समय हवाई मार्ग से राहत और बचाव कार्यों में आसानी होगी। हेली सेवा का एक अहम उद्देश्य आपदा प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से राहत सामग्री पहुंचाना और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करना है।
किराया निर्धारण और अन्य औपचारिकताएं
यूकाडा के अधिकारियों के मुताबिक, हेली सेवा के किराए की घोषणा जल्द ही की जाएगी। वर्तमान में तीनों शहरों के लिए एक सामान्य किराया तय किया जा रहा है, जो यात्रियों के लिए सुविधाजनक होगा। इस समय हेली सेवा शुरू होने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है और राज्य में निकाय चुनाव की आचार संहिता समाप्त होने के बाद इस सेवा की शुरुआत की जा सकती है।
यूकाडा के अधिकारियों ने यह भी बताया कि हेली सेवा शुरू करने के लिए सभी आवश्यक औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं और केवल कुछ अंतिम अनुमतियों का इंतजार किया जा रहा है। इसके बाद, एक निर्धारित तारीख पर बागेश्वर, मसूरी और नैनीताल के लिए उड़ानें शुरू हो जाएंगी। इस दौरान यात्रियों के लिए हेलीकॉप्टर के शेड्यूल, सीट उपलब्धता और अन्य जानकारी भी जारी की जाएगी।
हेलीकॉप्टर सेवा के लाभ
हेली सेवा के शुरू होने से राज्य के विभिन्न हिस्सों के बीच यात्रा में न केवल समय की बचत होगी, बल्कि पर्यटकों और तीर्थयात्रियों को भी एक सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का अनुभव मिलेगा। पहाड़ी इलाकों में सड़क मार्गों की स्थिति खराब हो जाती है, और ऐसे में हेली सेवा एक अहम विकल्प बन सकती है। इसके अलावा, हेलीकॉप्टर से यात्रा करने पर पर्यटकों को राज्य के खूबसूरत और अद्वितीय दृश्यों का हवाई दर्शन भी मिलेगा, जो एक नए अनुभव का हिस्सा बनेगा।
इसके साथ ही, इन स्थानों तक पहुंचने के लिए हेली सेवा का उपयोग पर्यटकों को राज्य के अन्य पर्यटन स्थलों से जोड़ने का भी अवसर प्रदान करेगा। इससे पूरे राज्य में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और राज्य की अर्थव्यवस्था को भी लाभ होगा।
निष्कर्ष
उत्तराखंड में बागेश्वर, मसूरी और नैनीताल के लिए हेली सेवा की शुरुआत राज्य के पर्यटन और आपदा राहत कार्यों के लिहाज से एक महत्वपूर्ण कदम है। इस नई पहल से न केवल इन शहरों तक पहुंचने में सुविधा होगी, बल्कि पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के लिए यह एक नया और रोमांचक विकल्प साबित होगा। इसके साथ ही, प्राकृतिक आपदाओं के समय में राहत कार्यों के लिए भी यह सेवा बेहद सहायक साबित होगी। अब राज्य के नागरिक और पर्यटक इस सेवा की शुरुआत का इंतजार कर रहे हैं, जो उनके लिए यात्रा को और अधिक आसान और सुखद बना देगा।