
पंजाब के अमृतसर शहर से एक बार फिर गैंगस्टर नेटवर्क की हिंसा का खौफनाक चेहरा सामने आया है। छेहरटा इलाके में 25 सितंबर की रात करीब 12 बजे पैरोल पर छूटे एक कैदी की घर के बाहर ही ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान धरमजीत सिंह उर्फ धरमा के रूप में हुई है, जो वर्ष 2012 में एएसआई रविंदरपाल सिंह हत्याकांड में दोषी करार दिया गया था और सजा काट रहा था।
इस सनसनीखेज हत्या को मोटरसाइकिल सवार तीन युवकों ने अंजाम दिया, जिन्होंने धरमा पर लगातार गोलियां चलाईं, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। घटना के तुरंत बाद एसीपी वेस्ट शिवदर्शन सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और मामले की पुष्टि करते हुए गहन जांच की बात कही।
हत्या की रात: कैसे हुआ हमला
प्रत्यक्षदर्शियों और परिवार के अनुसार, 25 सितंबर की रात करीब 12 बजे, धरमजीत सिंह अपने घर के बाहर खड़ा था। तभी अचानक तीन अज्ञात युवक मोटरसाइकिल पर आए और बिना कुछ कहे फायरिंग शुरू कर दी। गोलियों की तड़तड़ाहट से इलाका दहल गया। धरमा ने अपनी जान बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन हमलावरों ने लगातार 4-5 गोलियां उसके शरीर में उतार दीं। परिजनों और पड़ोसियों ने तुरंत पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी, लेकिन धरमा की मौके पर ही मौत हो चुकी थी।
परिवार की चेतावनी: खतरा पहले से था
धरमा की पत्नी ने मीडिया को बताया कि उन्होंने पहले ही पुलिस को सूचित किया था कि उनके पति को जेल के अंदर से जग्गू भगवानपुरिया गैंग से खतरा है। “जेल के अंदर जग्गू गैंग के कुछ कैदियों से धरमा की झड़प हुई थी। हमने पुलिस को इस बारे में बताया भी था, लेकिन कोई ठोस सुरक्षा नहीं दी गई। आखिरकार वही हुआ जिसका डर था।”
यह बयान साफ दर्शाता है कि परिवार ने संभावित खतरे की चेतावनी पहले ही दे दी थी, लेकिन प्रशासनिक सुरक्षा व्यवस्था नाकाफी साबित हुई।
गैंगस्टर लिंक: हत्या या गैंगवार का हिस्सा?
धरमजीत सिंह की हत्या केवल एक व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं मानी जा रही है। पुलिस सूत्रों का मानना है कि यह वारदात पंजाब में सक्रिय गैंगस्टर गिरोहों के बीच पुरानी रंजिश का नतीजा हो सकती है।
जग्गू भगवानपुरिया गैंग, जो पंजाब में अपनी क्रिमिनल नेटवर्क और हथियार तस्करी के लिए कुख्यात है, पहले भी कई हाई-प्रोफाइल हत्याओं और गैंगवार में शामिल रहा है। धरमा की जेल के अंदर इस गैंग से टकराव की जानकारी सामने आ चुकी थी, जिससे इस थ्योरी को बल मिलता है कि यह हत्या गैंगवार का हिस्सा हो सकती है।
पुलिस की जांच: सीसीटीवी और चश्मदीदों पर फोकस
हत्या के तुरंत बाद पुलिस ने इलाके को घेरकर सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू कर दिए हैं। धरमा के घर के बाहर लगे कैमरों और पास के दुकानों की फुटेज को जब्त कर लिया गया है। एसीपी शिवदर्शन सिंह ने मीडिया को जानकारी दी,“हमने हत्या से जुड़े सभी पहलुओं की जांच शुरू कर दी है। जल्द ही दोषियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।”
पुलिस आसपास के चश्मदीदों से पूछताछ कर रही है और हमलावरों की मोटरसाइकिल की पहचान करने की कोशिश में जुटी है। साथ ही, जांच के दौरान जेल के अंदर हुई झड़प और उसमें शामिल कैदियों की भी जानकारी इकट्ठा की जा रही है।