
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शनिवार को चमकौर साहिब के कम्युनिटी हेल्थ सेंटर को अपग्रेड कर सब-डिवीजनल अस्पताल के रूप में उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार की जानकारी दी और राज्य में आम आदमी पार्टी की उपलब्धियों को गिनाते हुए विपक्ष पर तीखे प्रहार किए।
मुख्यमंत्री ने उद्घाटन समारोह में कहा, “आज का दिन केवल एक अस्पताल के उद्घाटन का नहीं, बल्कि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की सौगात देने का दिन है।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी सरकार का फोकस जनसेवा, पारदर्शिता, और सुशासन पर है — न कि सिर्फ चुनावी वादों पर।
स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़ी छलांग
भगवंत मान ने कहा कि चमकौर साहिब अस्पताल में बिस्तरों की संख्या 30 से बढ़ाकर 50 कर दी गई है और इसे सब-डिवीजनल अस्पताल का दर्जा दिया गया है। विशेषज्ञ डॉक्टरों की संख्या 5 से बढ़ाकर 10 की गई है ताकि इलाज और सेवाएं बेहतर की जा सकें। पहले यहां केवल दो जनरल मेडिकल ऑफिसर थे, अब यह संख्या चार हो गई है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि जहां पहले केवल एक ऑपरेशन थिएटर था, अब दूसरा भी बन चुका है। अस्पताल से 5 आम आदमी क्लीनिक और 20 आयुष्मान आरोग्य केंद्र को जोड़ा गया है, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं और व्यापक हो सकेंगी।
बच्चों के लिए STEM मोबाइल बस की सौगात
इस अवसर पर एक खास पहल के रूप में STEM मोबाइल बस को हरी झंडी दिखाई गई। यह बस पंजाब के स्कूलों में जाकर छात्रों को विज्ञान, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और गणित (STEM) के इंटरैक्टिव सत्र कराएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बस बच्चों की जिज्ञासा और प्रयोगशीलता को बढ़ावा देगी। उन्होंने बताया कि इस मोबाइल प्रयोगशाला से कक्षा 6 से 12 तक के छात्र विज्ञान और गणित के प्रयोगों में भाग ले सकेंगे, जिससे उनमें विषय के प्रति रुचि बढ़ेगी।
विपक्ष पर कड़ा हमला: “झूठी उपलब्धियों से नहीं चलेगा”
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंच से विपक्षी दलों खासकर शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा: “बादल साहब झूठी उपलब्धियों का ढिंढोरा पीटना छोड़ें और पंजाबियों को बताएं कि बरगाड़ी कांड और नशे की महामारी के लिए कौन जिम्मेदार है। जिनकी नीतियों ने हजारों युवाओं को तबाह किया, वे अब खुद को दूध का धुला बताने में लगे हैं।” मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि 2007 से 2017 तक पंजाब रेत, केबल, ट्रांसपोर्ट और नशा माफिया के शिकंजे में रहा। “यह दौर पंजाब का सबसे काला समय था,”। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सत्ता में रहते हुए बादलों ने सिर्फ अपना व्यापारिक साम्राज्य खड़ा किया और जनता को उनके हाल पर छोड़ दिया।
जेल में विशेष सुविधाएं मांगने पर तंज
मुख्यमंत्री ने नाभा जेल में बंद एक पूर्व अकाली नेता का नाम लिए बिना तंज कसते हुए कहा, “नशे के कारण जिन युवाओं के घरों में चिता जली, उनके जिम्मेदार लोग जेल में भी विशेष सुविधाएं मांग रहे हैं। यह शर्मनाक है।” उन्होंने कहा कि जांच में साफ हो चुका है कि इन नेताओं ने नशे के कारोबार से भारी संपत्ति अर्जित की है और अब कानून उन्हें कड़ी सजा देगा।
विपक्ष की मिलीभगत पर भी निशाना
भगवंत मान ने कांग्रेस, भाजपा और अकाली दल को एक ही थाली के चट्टे-बट्टे बताते हुए कहा कि,“चरनजीत चन्नी, सुखपाल खैहरा, प्रताप बाजवा, कैप्टन अमरिंदर और रवनीत बिट्टू जैसे नेता जेल में बंद नेता का समर्थन कर रहे हैं। यह इस बात का सबूत है कि पारंपरिक पार्टियों में साठगांठ है।” उन्होंने दो टूक कहा कि अब ये नेता स्पष्ट करें कि वे नशा तस्करों के पक्ष में हैं या खिलाफ।
युवाओं को नौकरियों से जोड़ा, अदालत में एक भी केस नहीं
मुख्यमंत्री ने बताया कि उनकी सरकार ने 55,000 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियां दी हैं और इनमें से एक भी भर्ती को कोर्ट में चुनौती नहीं दी गई, जो पारदर्शिता का प्रमाण है। “हमने योग्यता के आधार पर नौकरियां दीं, इसलिए अब युवा विदेश जाने की बजाय पंजाब में रहकर भविष्य बनाने की योजना बना रहे हैं,” मान ने कहा।
सड़क हादसों में 48% कमी, SSF की सराहना
मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की सड़क सुरक्षा पहल का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि सड़क सुरक्षा बल (SSF) के गठन के बाद राज्य में 48 प्रतिशत सड़क हादसों में मौतें कम हुई हैं।
SSF की खासियत 144 आधुनिक वाहनों से लैस, महिला और पुरुष जवानों की विशेष ट्रेनिंग, ट्रैफिक प्रबंधन, एम्बुलेंस सहायता और प्राथमिक चिकित्सा सेवा
उन्होंने बताया कि यह मॉडल अब केंद्र सरकार और अन्य राज्यों द्वारा भी सराहा जा रहा है।
शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे में अव्वल
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब ने राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे (NAS) में केरल को पछाड़कर पहला स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने बताया कि सरकारी स्कूलों के 848 छात्रों ने NEET पास किया, 265 छात्रों ने JEE Mains और 45 छात्रों ने JEE Advanced पास किया
मुख्यमंत्री ने कहा “कोई भी कार्ड (नीला या पीला) गरीबी को नहीं हटा सकता। शिक्षा ही एकमात्र उपाय है, जिससे पीढ़ी सुधरती है।”