पर्थ में खेले जा रहे बॉक्सिंग डे टेस्ट के तीसरे दिन भारतीय क्रिकेट टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलिया को मजबूत दबाव में डाल दिया है। जहां एक ओर विराट कोहली ने शतक जड़कर अपनी कड़ी मेहनत का फल पाया, वहीं दूसरी ओर जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज की घातक गेंदबाजी ने ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया। अब भारतीय टीम को जीत से सिर्फ 7 विकेट दूर है और ऑस्ट्रेलिया को 534 रनों का विशाल लक्ष्य दिया गया है।
भारत का शानदार बैटिंग प्रदर्शन
तीसरे दिन की शुरुआत भारतीय टीम के 172/0 के स्कोर से हुई, जिसमें यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल क्रीज पर थे। पहले विकेट के लिए दोनों के बीच शानदार 201 रनों की साझेदारी हुई। यशस्वी जायसवाल ने पर्थ की विकेट पर बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए 161 रनों की शानदार पारी खेली। उन्होंने 15 चौके और 3 छक्कों की मदद से यह रन बनाये। उनके साथी केएल राहुल ने भी उनका पूरा साथ निभाया और 5 चौकों के साथ 77 रन बनाये। इस साझेदारी के दौरान दोनों बल्लेबाजों ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा दीं।
जायसवाल और राहुल के विकेट गिरने के बाद भारतीय टीम कुछ जल्दी-जल्दी विकेट गंवाती दिखी। हालांकि, भारत के लिए सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट तब आया जब विराट कोहली क्रीज पर आए। कोहली ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के खिलाफ बेहद संयमित और शानदार बल्लेबाजी की। उन्होंने 8 चौके और 2 छक्कों की मदद से 100 रन बनाकर शतक पूरा किया। कोहली का यह शतक भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के लिए एक राहत की बात थी, क्योंकि उन्होंने लम्बे समय बाद टेस्ट क्रिकेट में अपना अर्धशतक पार किया था।
कोहली के अलावा नितीश कुमार रेड्डी ने भी अंत में कोहली का अच्छा साथ दिया और 27 गेंदों में 38 रन बनाये, जिसमें 3 चौके और 2 छक्के शामिल थे। उनके छोटे से योगदान ने भारतीय पारी को मजबूती दी। अंत में भारतीय टीम ने 487/6 पर अपनी पारी घोषित की और ऑस्ट्रेलिया के सामने 534 रनों का विशाल लक्ष्य रखा।
बुमराह और सिराज का कहर
भारत के गेंदबाजों ने तीसरे दिन की समाप्ति तक ऑस्ट्रेलिया को मुश्किल में डाल दिया। पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलियाई टीम 534 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने उनके बल्लेबाजों को खोलने में कोई कसर नहीं छोड़ी। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज ने मिलकर ऑस्ट्रेलिया के 3 विकेट महज 4.2 ओवर में झटक लिये।
बुमराह ने सबसे पहले नाथन मैकस्वीनी को 3 रन के निजी स्कोर पर आउट किया। इसके बाद उन्होंने मार्नस लाबुशेन को भी पवेलियन भेजा, जो केवल 2 रन बना सके। मोहम्मद सिराज ने फिर पैट कमिंस को आउट किया, जो 5 रन बनाकर बुमराह के हाथों कैच आउट हो गए। दिन के अंत तक ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 12/3 था और उन्होंने 4.2 ओवर में ही 3 महत्वपूर्ण विकेट खो दिये थे।
यह स्थिति भारतीय गेंदबाजों के लिए एक बड़ी सफलता थी, क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई टीम को एक बड़ा लक्ष्य हासिल करना था, लेकिन अब उनके पास एक बड़ा दबाव था। बुमराह और सिराज ने साबित कर दिया कि वे पर्थ की मुश्किल पिच पर भी बेहद प्रभावी हो सकते हैं और एक बार फिर अपनी टीम के लिए मैच विजेता साबित हुए।
भारत की ओर से मजबूत प्रदर्शन
भारत के लिए तीसरे दिन का खेल बहुत ही शानदार रहा। यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने पहले विकेट के लिए शानदार साझेदारी की, जबकि विराट कोहली ने अपनी बल्लेबाजी से एक बार फिर यह साबित कर दिया कि वे सबसे बड़े टेस्ट बल्लेबाजों में से एक हैं। उनके शतक ने भारतीय टीम को एक मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया।
गेंदबाजी में बुमराह और सिराज की घातक गेंदबाजी ने ऑस्ट्रेलिया के लिए मुश्किलें खड़ी कर दीं। खासकर बुमराह की गेंदबाजी ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को काफी परेशान किया। अब भारत के पास जीत के लिए सिर्फ 7 विकेट चाहिए, और उनकी स्थिति बेहद मजबूत है।
ऑस्ट्रेलिया के लिए संकट
ऑस्ट्रेलिया के लिए तीसरा दिन बहुत ही निराशाजनक रहा। पहले भारतीय बल्लेबाजों ने उन्हें 534 रनों का विशाल लक्ष्य दिया और फिर उनके शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों ने भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ लड़ाई नहीं की। दिन के अंत तक ऑस्ट्रेलिया 12/3 के स्कोर पर खड़ा था और अब उनके लिए जीत की संभावना काफी कम होती जा रही है। कप्तान पैट कमिंस और अन्य बल्लेबाजों को अब अपनी टीम को एक शानदार पलटवार की उम्मीद दिलानी होगी, लेकिन भारतीय गेंदबाज इस समय हावी हैं और ऑस्ट्रेलिया को वापसी करना मुश्किल लग रहा है।