
पुणे में चल रहे टेस्ट मैच में भारतीय टीम की पहली पारी केवल 156 रनों पर सिमट गई, जिससे न्यूजीलैंड को पहली पारी के आधार पर 103 रनों की महत्वपूर्ण बढ़त मिल गई। इस पारी में भारतीय बल्लेबाजों ने कीवी स्पिनरों के खिलाफ संघर्ष किया, खासकर मिचेल सैंटनर ने अपनी किफायती गेंदबाजी से भारतीय बल्लेबाजों को परेशान किया। सैंटनर ने भारतीय टीम के 7 बल्लेबाजों को आउट किया, जिससे उनका प्रदर्शन प्रमुखता से उभरा।
मिचेल सैंटनर का प्रभावी प्रदर्शन
मिचेल सैंटनर ने एक बार फिर साबित कर दिया कि क्यों वे विश्व क्रिकेट के सबसे प्रभावशाली स्पिनरों में से एक माने जाते हैं। उनकी गेंदबाजी ने भारतीय बल्लेबाजी क्रम को ढहाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सैंटनर ने न केवल विकेट हासिल किए, बल्कि उन्होंने रन बनाने के अवसर भी सीमित कर दिए, जिससे भारतीय बल्लेबाजों में निराशा का माहौल बना रहा।
ग्लेन फिलिप्स ने भी 2 विकेट लेकर सैंटनर का अच्छा साथ दिया, जबकि टिम साउथी ने एक विकेट अपने नाम किया।
विकेटों की झड़ी
भारत ने दूसरे दिन 1 विकेट पर 16 रन से आगे खेलना शुरू किया। शुभमन गिल और यशस्वी जायसवाल ने शुरुआत में अच्छी लय में नजर आए, लेकिन शुभमन गिल के आउट होते ही विकेटों का पतन शुरू हो गया। गिल ने 30 रन बनाए, लेकिन जैसे ही वह पवेलियन लौटे, भारत की पारी को मजबूती देने वाले बल्लेबाजों की कमी खलने लगी।
यशस्वी जायसवाल ने भी 30 रन बनाए, लेकिन उनकी पारी भी जल्दी समाप्त हो गई। इसके बाद टीम इंडिया के बड़े नामों ने भी निराश किया। विराट कोहली केवल 1 रन बनाकर मिचेल सैंटनर की गेंद पर बोल्ड हो गए, जो कि उनके लिए एक निराशाजनक क्षण था।
पंत और सरफराज का निराशाजनक प्रदर्शन
ऋषभ पंत ने 18 रन बनाकर ग्लेन फिलिप्स का शिकार बने। सरफराज खान भी केवल 11 रन बनाकर सैंटनर का अगला शिकार बने। रवींद्र जडेजा ने थोड़ी संघर्ष दिखाई, 38 रन बनाकर पवेलियन लौटे। रवि अश्विन और वाशिंगटन सुंदर क्रमशः 4 और 18 रन बनाकर नॉटआउट लौटे, लेकिन उनकी पारी भी भारत की कुल स्कोर में मदद नहीं कर सकी।
न्यूजीलैंड की पहली पारी की समीक्षा
इससे पहले, न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया और 259 रनों पर ऑलआउट हो गए। न्यूजीलैंड के लिए ओपनर ड्वेन कॉनवे ने शानदार 76 रन बनाए, जबकि रचिन रवींद्र ने 65 रनों का योगदान दिया।
वाशिंगटन सुंदर की प्रभावशाली गेंदबाजी
भारत के लिए वाशिंगटन सुंदर ने 7 विकेट लेकर शानदार प्रदर्शन किया, जिससे कीवी टीम को अपने स्कोर को अधिक बढ़ाने में मदद नहीं मिली। रवि अश्विन ने भी 3 विकेट झटके, लेकिन उनकी मेहनत भी न्यूजीलैंड के खिलाफ कम साबित हुई।