
नई दिल्ली, 12 अक्टूबर 2023: भारत के युवाओं में कौशल विकास और रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश की गई 800 करोड़ रुपये की पीएम इंटर्नशिप स्कीम ने कंपनियों से अच्छा रिस्पांस प्राप्त किया है। इस स्कीम के अंतर्गत अब तक 90,849 रोजगार के अवसर पैदा किए जा चुके हैं, जबकि इसका लक्ष्य 1.25 लाख युवाओं को बड़े कंपनियों में इंटर्नशिप के अवसर प्रदान करना है।
इंटर्नशिप स्कीम का उद्देश्य
इस स्कीम का उद्देश्य 21 से 24 वर्ष के युवाओं को व्यावसायिक अनुभव प्रदान करना है, जिससे वे वास्तविक कारोबारी दबाव का सामना कर सकें। यह इंटर्नशिप स्कीम युवाओं को एक साल के लिए देश की बड़ी कंपनियों में काम करने का मौका देती है, जहां वे विभिन्न क्षेत्रों में अपनी क्षमताओं का विकास कर सकेंगे।
कंपनियों की भागीदारी
मिनिस्ट्री ऑफ कॉरपोरेट अफेयर्स के अनुसार, इंटर्नशिप पोर्टल 3 अक्टूबर को खोला गया था। इस पोर्टल पर 193 कंपनियों ने युवाओं के लिए इंटर्नशिप के अवसर उपलब्ध कराए हैं। इनमें मारुति सुजुकी इंडिया, आयशर मोटर, एलएंडटी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, मुथूट फाइनेंस और जुबिलेंट फूडवर्क्स जैसी बड़ी कंपनियाँ शामिल हैं। इंटर्नशिप स्कीम में लगभग 24 सेक्टर की कंपनियां शामिल हो चुकी हैं, जिनमें ऑयल, गैस, एनर्जी, ट्रैवल, हॉस्पिटेलिटी, ऑटोमोबाइल, बैंकिंग और फाइनेंशियल सेक्टर शामिल हैं।
व्यापक जॉब अवसर
पीएम इंटर्नशिप स्कीम के तहत ऑपरेशंस, मैनेजमेंट, प्रोडक्शन, मैन्युफैक्चरिंग, मेंटेनेंस, सेल्स और मार्केटिंग जैसे करीब 20 क्षेत्रों में युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं। यह जॉब के अवसर देश के 737 जिलों में फैले हुए हैं, जिससे यह स्कीम भारत के हर कोने तक पहुँचने का प्रयास कर रही है।
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने इस स्कीम के माध्यम से एक करोड़ युवाओं में कौशल विकास का प्लान बनाया है। इस योजना के तहत युवाओं को न केवल कौशल विकास का अवसर मिलेगा, बल्कि उन्हें व्यावहारिक अनुभव भी प्राप्त होगा, जो उन्हें भविष्य में बेहतर करियर बनाने में मदद करेगा।
इंटर्नशिप स्कीम में भाग लेने की योग्यता
इस स्कीम का हिस्सा बनने के लिए युवाओं को कुछ योग्यताएँ पूरी करनी होंगी। इसमें हाईस्कूल पास होना अनिवार्य है। इसके साथ ही इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट (ITI) का सर्टिफिकेट, पॉलिटेक्निक डिप्लोमा या ग्रेजुएट डिग्री होना आवश्यक है। ध्यान रहे कि नौकरी कर रहे लोग या नियमित डिग्री कर रहे छात्र इस स्कीम का हिस्सा नहीं बन सकेंगे।
युवाओं को इंटर्नशिप पोर्टल पर जाकर आवेदन करना होगा। इसके अलावा, जो युवा इस स्कीम का हिस्सा बनेंगे, उन्हें सरकार की पीएम जीवन ज्योति बीमा योजना और पीएम सुरक्षा योजना के तहत भी कवर किया जाएगा।
रोजगार सृजन में योगदान
पीएम इंटर्नशिप स्कीम का यह सफल आगाज दर्शाता है कि भारत सरकार युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के प्रति गंभीर है। इस स्कीम के माध्यम से न केवल युवाओं के कौशल का विकास होगा, बल्कि इससे उद्योगों को भी प्रशिक्षित और सक्षम कर्मचारियों की उपलब्धता सुनिश्चित होगी।
इस प्रकार की योजनाएँ न केवल रोजगार के अवसर पैदा करती हैं, बल्कि वे युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने में भी मदद करती हैं। इससे न केवल देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी, बल्कि युवा शक्ति को भी एक नई दिशा मिलेगी।