
पंजाब पुलिस की काउंटर इंटेलिजेंस यूनिट ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम कर दिया है। एक सप्ताह पहले ही इस आशंका को लेकर ख़ुफ़िया इनपुट्स सामने आ गए थे, और अब काउंटर इंटेलिजेंस के एआईजी नवजोत माहल की अगुवाई में चलाए गए दो अलग-अलग ऑपरेशनों में कुल 13 आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनमें से चार आतंकी जालंधर से और नौ आतंकी बटाला से पकड़े गए हैं।
पुलिस ने आरोपियों के पास से आरडीएक्स, रॉकेट लॉन्चर, हथगोले, पिस्तौल, डेटोनेटर, वायरलेस सेट और वाहन समेत विस्फोटकों और हथियारों का एक बड़ा जखीरा बरामद किया है। यह अब तक का सबसे बड़ा आईएसआई-प्रायोजित आतंकी मॉड्यूल है, जिसे पंजाब पुलिस ने सफलतापूर्वक ध्वस्त किया है।
ऑपरेशन की पुष्टि डीजीपी गौरव यादव ने की
शनिवार को पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने प्रेस वार्ता कर ऑपरेशन की जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि पकड़े गए आतंकी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के इशारों पर काम कर रहे थे और इनका मकसद पंजाब में धार्मिक भावनाएं भड़काकर माहौल को अस्थिर करना था।
डीजीपी ने कहा, “हमारे जवानों की सतर्कता और काउंटर इंटेलिजेंस की टीम की मेहनत से पंजाब एक बड़ी तबाही से बच गया है। यदि यह साजिश कामयाब हो जाती, तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते थे।”
बरामदगी: बड़े पैमाने पर हथियार और विस्फोटक
पुलिस ने गिरफ्तार आतंकियों के पास से जो सामग्री बरामद की है, वह आईएसआई की मंशा को पूरी तरह बेनकाब करती है:
- 2 आरपीजी (रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड) — इनमें से एक लॉन्चर के साथ
- 2 आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) — 2.5 किलोग्राम के दो
- 2 हैंड ग्रेनेड — डेटोनेटर सहित
- 2 किलो आरडीएक्स — रिमोट कंट्रोल से संचालित
- 5 पिस्तौल (बेरेटा और ग्लॉक मॉडल)
- 6 मैगजीन और 44 जिंदा कारतूस
- 1 वायरलेस सेट
- 3 वाहन — जिनका इस्तेमाल संभावित टारगेट किलिंग के लिए किया जाना था
कौन हैं गिरफ्तार आतंकी?
पुलिस ने जिन चार प्रमुख आतंकियों को गिरफ्तार किया है, उनकी पहचान इस प्रकार है:
- जतिंदर सिंह हनी — निवासी कपूरथला
- जगजीत सिंह जग्गा — निवासी कपूरथला
- हरप्रीत सिंह — निवासी होशियारपुर
- जगरूप सिंह — निवासी होशियारपुर
इन सभी से पुलिस की काउंटर इंटेलिजेंस टीम लगातार पूछताछ कर रही है, और इनके संपर्क सूत्रों की तलाश की जा रही है। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि ये आतंकी बब्बर खालसा इंटरनेशनल के नेटवर्क से जुड़े हैं, जो विदेशों से संचालित हो रहा था और ISI द्वारा फंडिंग प्राप्त कर रहा था।
टारगेट किलिंग और थानों पर हमले की थी योजना
पकड़े गए आतंकियों ने पूछताछ में खुलासा किया है कि वे कई पुलिस थानों और विशिष्ट लोगों को निशाना बनाने की तैयारी में थे। इनकी योजना थी कि धार्मिक भावनाओं को उकसाकर राज्य में हिंसा और दंगे की स्थिति उत्पन्न की जाए।
बटाला से गिरफ्तार 9 आतंकियों की भूमिका भी इसी आतंकी मॉड्यूल से जुड़ी पाई गई है। इनका उपयोग लॉजिस्टिक सपोर्ट, हथियार ट्रांसपोर्टेशन और खुफिया सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए किया जा रहा था।
डीजीपी ने नवजोत माहल की टीम को सराहा
काउंटर इंटेलिजेंस के एआईजी नवजोत माहल की रणनीतिक सूझबूझ और नेतृत्व की सराहना करते हुए डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि नवजोत की टीम ने साहस और कुशलता से एक बड़ी आतंकी साजिश को विफल किया है। डीजीपी ने कहा,
“यह सिर्फ पंजाब पुलिस की सफलता नहीं, बल्कि पंजाब की सुरक्षा और स्थिरता की रक्षा करने का एक प्रमाण है।”